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नव वर्ष: इम्तेहानों, त्रासदियों और आँसुओं के बाद, आशा की किरणें बिखेरने का सन्देश

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश का 2021 के लिये नव वर्ष सन्देश
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यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश का 2021 के लिये नव वर्ष सन्देश

नव वर्ष: इम्तेहानों, त्रासदियों और आँसुओं के बाद, आशा की किरणें बिखेरने का सन्देश

यूएन मामले

दुनिया जब, इम्तेहानों, त्रासदियों और आँसुओं से भरे वर्ष (2020) के बाद एक नए वर्ष 2021 में दाख़िल हो रही है, ऐसे में, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने नव वर्ष के लिये उम्मीदों से भरा सन्देश जारी किया है. महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने 2021 के अपने नव-वर्ष सन्देश में कहा है कि नया वर्ष, पिछले साल द्वारा दिये गए ज़ख्मों को भरने का मौक़ा होना चाहिये.

यूएन प्रमुख ने, दुनिया भर में आम लोगों द्वारा दिखाई गई दयालुता, अग्रिम मोर्चों पर काम करने वाले लोगों के अथक प्रयासों, रिकॉर्ड कम समय में वैक्सीन विकसित करने वाले वैज्ञानिकों, और जलवायु आपदा से पृथ्वी को बचाने के प्रयासों में नई उपलब्धियों की सराहना करते हुए, नव वर्ष को घाव भरने वाला एक मौक़ा बनाने की कामना की है. 

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यूएन महासचिव ने अपने नव वर्ष सन्देश में कहा कि गुज़रने वाला वर्ष एक ऐसा दौर रहा है जब कोविड-19 महामारी ने हर इनसान के जीवन को प्रभावित किया है, और लगातार महसूस किये जाने वाले तकलीफ़ और दुख की इस पृष्ठभूमि की याद में, हम सभी एकता व एकजुटता के साथ काम करना चाहिये, ताकि “उम्मीद की किरणें पूरी दुनिया में फैल जाएँ.”

उन्होंने कहा, “बहुत सारे प्रियजनों के जीवन समाप्त हो गए हैं – और महामारी का विनाश अब भी जारी है, जिसने बीमारी और मृत्यु की नई लहरें उत्पन्न कर दी हैं.”

एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि  निर्धनता, असमानता और भुखमरी बढ़ रही हैं, रोज़गार व कामकाज ग़ायब हो रहे हैं, कुछ क्षेत्र अपना वजूद बचाने के लिये संघर्ष कर रहे हैं, क़र्ज़ बढ़ रहा है और बच्चों को भी संघर्ष करना पड़ रहा है. 

महासचिव ने घरों में बढ़ती हिंसा व असुरक्षा के सम्बन्ध में भी चिन्ताएँ व्यक्त कीं.

एक टिकाऊ भविष्य की तरफ़

उन्होंने कहा कि, इन सबके बावजूद, एक नव वर्ष हमारे सामने है, और अगर हम सभी, एकता व एकजुटता के साथ मिलकर काम करें, तो आशा की किरणें दुनिया भर में पहुँच सकती हैं: लोग अपने पड़ोसियों और अजनबियों की तरफ़ मदद का हाथ बढ़ा रहे हैं, अग्रिम मोर्चों पर काम करने वाले कर्मी अपना सबकुछ दाँव पर लगा रहे हैं, वैज्ञानिक गण रिकॉर्ड कम समय में वैक्सीन विकसित कर रहे हैं; और बहुत से देश, जलवायु आपदा को रोकने के लिये नई प्रतिबद्धताएँ व्यक्त कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, “एक बेहद कठिन वर्ष का यही पैग़ाम और सबक़ है. जलवायु आपदा और कोविड-19 महामारी, दोनों ही संकटों का मुक़ाबला तभी किया जा सकता है जब हम सभी लोग बिल्कुल एक साथ मिलकर काम करें, जिससे एक समावेशी और टिकाऊ भविष्य की तरफ़ राह निकले.”

घाव भरने का अवसर

यूएन प्रमुख ने ध्यान दिलाते हुए कहा कि वर्ष 2021 के दौरान, संयुक्त राष्ट्र की केन्द्रीय महत्वाकाँक्षा है – वर्ष 2050 तक कार्बन निष्पक्षता यानि शून्य उत्सर्जन के लिये एक वैश्विक गठबन्धन वजूद में लाना. “इस लक्ष्य की प्राप्ति में, हर देश की सरकार, नगर, व्यवसाय और व्यक्ति अपनी-अपनी भूमिका निभा सकते हैं.”

यूएन महासचिव ने पूरे विश्व से एक साथ मिलकर क़दम आगे बढ़ाने का आग्रह करते हुए, आम लोगों का आहवान किया है कि वो ना केवल ख़ुद के बीच, शान्ति बनाएँ, बल्कि प्रकृति के साथ भी सुलह क़ायम करें, जलवायु आपदा का मुक़ाबला करें, कोविड-19 वायरस के फैलाव को रोकें और वर्ष 2021 को पुराने घाव भरने वाला एक अवसर बनाएँ:

"एक जानलेवा वायरस के प्रभाव से उबरने का मौक़ा. बिखर चुकी अर्थव्यवस्थाओं और समाजों को फिर से जोड़ने का आवसर. विभाजनों को दूर करने का मौक़ा. और ग्रह के भी ज़ख़्म भरने की शुरुआत करने का मौक़ा. "

उन्होंने कहा, “ये सभी मुद्दे, नव वर्ष के लिये हमारे संकल्प होने चाहिये.”

इस सन्देश के साथ ही उन्होंने, सभी के लिये, एक सुखद और शान्तिपूर्ण वर्ष 2021 की कामना की.