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प्रेस स्वतन्त्रता सम्मेलन: सच को झूठ से अलग दिखाने के ख़तरनाक काम' पर ध्यान

अफ़ग़ानिस्तान में वर्ष 2016 में मारे गए पत्रकारों की याद में राजधानी काबुल में एक स्मारक
UNAMA/Fardin Waezi
अफ़ग़ानिस्तान में वर्ष 2016 में मारे गए पत्रकारों की याद में राजधानी काबुल में एक स्मारक

प्रेस स्वतन्त्रता सम्मेलन: सच को झूठ से अलग दिखाने के ख़तरनाक काम' पर ध्यान

मानवाधिकार

दुनिया भर के प्रख्यात पत्रकार और प्रेस स्वतन्त्रता के पैरोकार (चैम्पियन्स), मीडिया के सामने मौजूद बढ़ती चुनौतियों पर पार पाने के रास्तों की जाँच-पड़ताल, दो दिन के एक सम्मेलन में कर रहे हैं. इस ऑनलाइन सम्मेलन का आयोजन संयुक्त राष्ट्र सांस्कृतिक और शैक्षणिक एजेंसी – यूनेस्को और नैदरलैण्ड ने किया है.

विश्व प्रेस स्वतन्त्रता सम्मेलन 2020 का आयोजन बुधवार को शुरू हुआ जिसमें, पत्रकारों की हत्याओं की जाँच, महिला पत्रकारों के ख़िलाफ़ ऑनलाइन हिंसा, और कोविड-19 पर, मीडिया की प्रतिक्रिया जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ.

यूनेस्को की महानिदेशक ऑड्री अज़ूले ने कहा, “पत्रकार गण, महामारी के दौरान, ना केवल अति महत्वपूर्ण जानकारी मुहैया करा रहे हैं, बल्कि वो झूठ और सच के बीच, अन्तर को पहचानने में हमारी मदद भी कर रहे हैं, जोकि हमारी सामाजिक संविदा का बुनियादी आधार है.”

“फिर भी पत्रकारों को निशाना बनाया जाता है, उन्हें डराया-धमकाया जाता है, और उन पर हमले किये जाते हैं. हाल के वर्षों में, पत्रकारों को दी जाने वाली धमकियों में बढ़ोत्तरी हुई है क्योंकि वो व्यवधान पैदा करते हैं, क्योंकि वो सच बताते हैं, और साधारण शब्दों में कहें तो, क्योंकि वो अपना काम सही तरीक़े से करते हैं.”

आज़ादी के बिना कोई प्रेस नहीं

यूनेस्को के आँकड़ों के अनुसार, वर्ष 2010 से 2019 के बीच, लगभग 900 पत्रकारों को, उनका काम करने के दौरान मार दिया गया. ये ऐसे अपराध हैं, जिनमें मुख्यतः किसी को दण्डित भी नहीं किया जाता है.

महिला पत्रकारों को तो शारीरिक व यौन धमकियों सहित डर व धमकियों का भी सामना करना पड़ता है, ऑनलाइन और वास्तविक जीवन, दोनों हालात में.

महामारी ने, पहले से ही वित्तीय मुश्किलों से दो-चार मीडिया उद्योग की तकलीफ़ें और ज़्यादा बढ़ा दी हैं.

डच विदेश मन्त्री स्टेफ़ ब्लोक ने सम्मेलन में कहा कि आज़ादी के बिना, कोई प्रेस नहीं हो सकती. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि वो, देश विदेश के हालात के बारे में, ताज़ा और सही जानकारी हासिल करने के लिये, किस तरह मीडिया पर निर्भर होते हैं.