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इथियोपिया: टीगरे क्षेत्र में सहायता पहुँचाने के लिये यूएन की पूरी तैयारियाँ

इथियोपिया से विस्थापित शरणार्थी सूडान के पूर्वी इलाक़े में बनाए गए एक शिविर इलाक़े में, धूप से बचने के लिये दीवार की छाया में बैठे हुए.
© UNHCR/Will Swanson
इथियोपिया से विस्थापित शरणार्थी सूडान के पूर्वी इलाक़े में बनाए गए एक शिविर इलाक़े में, धूप से बचने के लिये दीवार की छाया में बैठे हुए.

इथियोपिया: टीगरे क्षेत्र में सहायता पहुँचाने के लिये यूएन की पूरी तैयारियाँ

मानवीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता एजेंसी ने शुक्रवार को कहा है कि वो इथियोपिया के टीगरे क्षेत्र तक सहायता सामग्री पहुँचाने की भरसक कोशिश कर रहा है. संघीय और क्षेत्रीय बलों के बीच कई सप्ताहों तक चली लड़ाई के बाद, विस्थापित हुए लोगों तक पहुँचने के बारे में हुए समझौते के तहत सहायता पहुँचाना सम्भव हो रहा है. 

मानवीय सहायता कार्यों के कार्यालय (OCHA) के प्रवक्ता जेन्स लाएर्के ने कहा है, “अब भी सहायता सामग्री पहुँचाने के लिये इन्तज़ाम सम्बन्धी बहुत से मुद्दे सामने हैं, उनमें से कुछ सुरक्षा से जुड़े हुए हैं, इनका समाधान निकालने पर काम चल रहा.”

“सहायता सामग्री जल्द से जल्द पहुँचाने के लिये पूरी रफ़्तार के साथ काम किया जा रहा है.”

संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार को घोषणा की थी कि इथियोपियाई सरकार के साथ एक समझौता हुआ है जिसके तहत, अब पूर्वोत्तर क्षेत्र में सरकार के नियन्त्रण वाले इलाक़े में, ज़रूरतमन्दों तक ज़रूरी सहायता सामग्री निर्बाध, लगातार और सुरक्षित तरीक़े से पहुँचाई जाएगी.

यूएन शरणार्थी एजेंसी ने जिनीवा में एक प्रेस वार्ता में कहा कि ये एजेंसी भी टीगरे क्षेत्र में जैसे ही हालात सामान्य होते हैं, मानवीय सहायता सामग्री, जल्द से जल्द, पहुँचाई जाएगी.

विस्थापन जारी

यूएन शरणार्थी एजेंसी के प्रवक्ता बाबर बलोच ने पत्रकारों को बताया कि इथियोपिया के लगभग 47 हज़ार शरणार्थी सूडान पहुँचे हैं. 

अभी तक, लगभग 11 हज़ार 150 शरणार्थियों को सूडान के उम रकूबा शिविर में भेजा गया है. ये इलाक़े इथियोपियाई सीमा से लगभग 70 किलोमीटर दूर है. 

प्रवक्ता बाबर बलोच ने कहा, “टीगरे क्षेत्र के शायर क़स्बे में, यूएन शरणार्थी एजेंसी और उसकी साझीदार एजेंसियों ने, लगभग 5 हज़ार आन्तरिक विस्थापितों को, पहले ही पानी, उच्च ऊर्जा वाले बिस्कुट, कपड़े, बिस्तर-गद्दे, चटाइयाँ और कम्बल पहुँचा दिये हैं.”

प्रवक्ता ने ये भी कहा कि संघीय सरकार की शरणार्थी एजेंसी के साथ ज़मीनी इन्तज़ाम के बारे में बातचीत चल रही थी ताकि मानवीय सहायता गतिविधियाँ फिर से शुरू करने से पहले सुरक्षा स्थिति का आकलन किया जा सके.

बीमारी का ख़तरा

विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रवक्ता तारिक जसारेविक ने, आम लोगों पर कोविड-19 के प्रभावों के बारे में चिन्ताओं का जवाब देते हुए कहा कि क्षेत्र में कोविड-19 की स्थिति और ज़्यादा बिगड़ने की सम्भावना है.

इसमें लोगों के ज़ख़्मी होने, कुपोषण का शिकार होने, मलेरिया जैसी संचारी बीमारियों की चपेट में आने, और अ-संचारी बीमारियों के इलाज के लिये दवाइयों की बढ़ी ज़रूरतें जैसे हालात शामिल हैं.

विश्व खाद्य कार्यक्रम के प्रवक्ता टॉमसन फ़ीरी ने भी संगठन की तरफ़ से कहा है कि एजेंसी टीगरे क्षेत्र और अमहारा व अफ़ार क्षेत्रों के सीमावर्ती इलाक़ों में मानवीय सहायता पहुँचाने के लिये, संघीय सरकार के साथ हुए समझौते का स्वागत करती है.

आपूर्ति में तेज़ी

प्रवक्ता ने कहा कि विश्व खाद्य कार्यक्रम टीगरे क्षेत्र में शरणार्थी शिविरों में खाद्य सामग्री की आपूर्त तेज़ करने के रास्ते तलाश करना जारी रखे हए है. साथ ही अन्य इलाक़ों में भी ज़रूरतमन्द लोगों तक भी खाद्य सहायता पहुँचाई जाएगी. 

प्रवक्ता के अनुसार एजेंसी ने टीगरे क्षेत्र में लगभग 42 हज़ार लोगों को पूरक खाद्य सामग्री भी मुहैया कराई है. 

एजेंसी के अनुसार, नवम्बर के शुरू में लड़ाई भड़कने से पहले, कुल मिलाकर, लगभग 10 लाख लोगों तक खाद्य सामग्री पहुँचाई गई थी.