वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

विश्व स्वास्थ्य ऐसेम्बली से पहले एकजुटता व पुख़्ता तैयारियों पर बल

ऑक्सफ़र्ड युनिवर्सिटी के जेनर इंस्टीट्यूट और वैक्सीन ग्रुप की एक टीम वैक्सीन विकसित करने के प्रयासों में जुटी है.
University of Oxford/John Cairns
ऑक्सफ़र्ड युनिवर्सिटी के जेनर इंस्टीट्यूट और वैक्सीन ग्रुप की एक टीम वैक्सीन विकसित करने के प्रयासों में जुटी है.

विश्व स्वास्थ्य ऐसेम्बली से पहले एकजुटता व पुख़्ता तैयारियों पर बल

स्वास्थ्य

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोनावायरस संकट के दौरान अपने बुनियादी सन्देश को फिर ध्यान दिलाते हुए कहा है कि कोविड-19 महामारी को विज्ञान, समाधान और एकजुटता के ज़रिये हराया जा सकता है. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी की ओर से यह सन्देश उसकी निर्णय-निर्धारण संस्था ‘विश्व स्वास्थ्य ऐसेम्बली’ की वार्षिक बैठक से ठीक पहले आया है. 

विश्व स्वास्थ्य ऐसेम्बली की बैठक सामान्यत: हर वर्ष मई में आयोजित होती है लेकिन कोरोनावायरस संकट के कारण यह नवम्बर में भी आयोजित की जा रही है.

मई 2020 में भी ये ऐसेम्बली केवल दो दिनों, 18-19 मई के लिये ही आयोजित हुई. अब ऐसेम्बली का 73वाँ सत्र 9-14 नवम्बर तक आयोजित होगा. 

विश्व भर में कोविड-19 संक्रमण के चार करोड़ 70 लाख मामलों की पुष्टि हो चुकी है और 12 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है. विश्व स्वास्थ्य ऐसेम्बली के दौरान वैश्विक स्वास्थ्य प्राथमिकताओं और जवाबी कार्रवाई के ख़ाके पर चर्चा होने की उम्मीद है. 

संकट काल में एकजुटता

यूएन एजेंसी ने कहा है कि कोविड-19 महामारी एक वैश्विक संकट है, लेकिन बहुत से देशों और शहरों ने एक व्यापक और तथ्य-आधारित रणनीति के ज़रिये इसके फैलाव पर क़ाबू पाने में सफलता प्राप्त की है.  

“पहली बार, दुनिया वैक्सीन, निदान और उपचार तेज़ी से विकसित करने की योजना और सभी देशों के लिये न्यायसंगत ढँग से उनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये एकजुट हुई है.”

इस दिशा में ‘Access to COVID-19 Tools (ACT) Accelerator’ पहल के वास्तविक नतीजे नज़र आ रहे हैं. 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आगाह किया है कि कोविड-19 से निपटते समय यह भी ध्यान रखा जाना होगा कि अन्य महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लक्ष्यों पर प्रगति में रुकावट ना आने पाए. 

स्वास्थ्य लक्ष्यों की उपेक्षा ना हो

इन लक्ष्यों में वर्ष 2023 तक ‘Triple Billion’ योजना को साकार करना भी शामिल है. इसके तहत विश्व में एक अरब लोगों तक सार्वजनिक स्वास्थ्य कवरेज का लाभ पहुँचाना, एक अरब और लोगों के लिये स्वास्थ्य आपात हालात के लिये रक्षात्मक कवच तैयार करना और एक अरब अन्य लोगों के लिये बेहतर स्वास्थ्य-कल्याण सुनिश्चित करना है. 

विश्व स्वास्थ्य ऐसेम्बली में 190 से ज़्यादा देशों से प्रतिनिधि शिरकत करेंगे.

देशों ने मई 2020 के बाद से अनेक निर्णय पारित किये हैं जिनमें टीकाकरण, वृद्धावस्था में अच्छा स्वास्थ्य, सर्वाईकल कैंसर, टीबी, नेत्र देखभाल और खाद्य सुरक्षा सहित अन्य निर्णय शामिल हैं.    

ये भी पढ़ें - स्वास्थ्य प्रणालियों में निवेश के ज़रिये ‘वायरस पर क़ाबू पाना सम्भव’

इस सत्र के दौरान उपेक्षा का शिकार बीमारियों के लिये 10-वर्षीय योजना और अन्य स्वास्थ्य चिन्ताओं, जैसे कि मस्तिष्क ज्वर (Meningitis), मिर्गी, अन्य तन्त्रिका सम्बन्धी बीमारियाँ (Neurological), बाल कुपोषण, मातृत्व स्वास्थ्य समेत अन्य समस्याओं पर विचार-विमर्श किया जाएगा.

तैयारियों पर ज़ोर

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्चुअल बैठक से पहले अपने तीसरे सन्देश में भावी महामारियों से निपटने के लिये पुख़्ता तैयारी पर बल दिया है.

महानिदेशक ने कहा “हमने पिछले वर्ष देखा है कि जिन देशों में मज़बूत स्वास्थ्य आपात हालात से निपटने के लिये तैयारियों का बुनियादी ढाँचा है, वे जल्द इस पर क़ाबू पाने और SARS-CoV-2 वायरस के फैलाव को नियन्त्रित करने में सफल रहे हैं.”

एसेम्बली की बैठक के दौरान एक प्रस्ताव के मसौदे पर भी चर्चा होगी जिसका लक्ष्य देशों की तैयारियों की मज़बूत बनाना और यह सुनिश्चित करना होगा कि कोविड-19 सहित अन्य संक्रामक बीमरियों से निपटने में वे बेहतर ढँग से सक्षम हों.