फ़िलीपीन्स: तूफ़ान गोनी के कारण अनेक इलाक़ों से सम्पर्क टूटा, कोविड-19 से कार्रवाई पर असर

फ़िलीपीन्स में शक्तिशाली चक्रवाती तूफ़ान ‘गोनी’ के गुज़र जाने के बाद अनेक शहरों में हुई तबाही की तस्वीर स्पष्ट हो रही है. मानवीय राहत मामलों में समन्वय के लिये संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNOCHA) के मुताबिक अनेक नगरों से सम्पर्क टूट गया है, हज़ारों घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, और भीड़-भाड़ भरे राहत शिविरों में शरण ले रहे हज़ारों विस्थापित लोगों के सामने कोरोनावायरस से संक्रमित होने का ख़तरा है.
रविवार को चक्रवाती तूफ़ान ‘गोनी’ बिकोल क्षेत्र में तटीय इलाक़ों से टकराया, जहाँ कोविड-19 महामारी के 425 सक्रिय मामले हैं और फैलाव का ख़तरा अब भी है.
लोगों की अस्थाई रिहाइश के लिये बनाए गए भीड़-भाड़ वाले राहत शिविरों में संक्रमण फैलने का जोखिम ज़्यादा है.
#TyphoonGoni: According to initial reports, over 10,000 houses damaged or destroyed, and 11 towns inaccessible. Bicol region's main #COVID19 laboratory also damaged, testing suspended. #RollyPH ➡️ https://t.co/sOXyfa7Dc0Video: @IOM_Philippines pic.twitter.com/FHGHgELoUf
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तीन लाख 60 हज़ार से ज़्यादा लोगों ने तूफ़ान प्रभावित इलाक़ों में स्थापित किये गए राहत शिविरों में शरण ली हुई है और 54 हज़ार से ज़्यादा लोग अपने सम्बन्धियों व मित्रों के स्थानों पर रह रहे हैं.
तूफ़ान की वजह से बिकोल की मुख्य कोविड-19 लैब को नुक़सान पहुँचा है जिससे परीक्षणों में व्यवधान आया है.
अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) राहत कार्यों में स्थानीय प्रशासन का हाथ बँटा रहा है.
यूएन एजेंसी ने चेतावनी जारी की है कि विस्थापित और सम्वेदनशील हालात में रहने के लिये मजबूर जनसमूहों के लिये कोरोनावायरस के कारण मुश्किलें बढ़ गई हैं.
यूएन एजेंसी की फ़िलीपीन्स में मिशन प्रमुख क्रिस्टीन डाडी ने बताया, “IOM सरकारी साझीदारों के साथ मिलकर कार्य करना जारी रखेगा ताकि उनके विशाल पुनर्बहाली प्रयासों को समर्थन प्रदान किया जा सके और तात्कालिक मानवीय ज़रूरतें पूरी की जा सकें.”
राहत शिविरों में कोविड-19 के मद्देनज़र उपयुक्त ऐहितियाती उपायों की आवश्यकता पर बल दिया गया है.
इस क्रम में प्रवासन संगठन ने निजी बचाव सामग्री का इन्तज़ाम किया है जिसके तहत दो लाख फ़ेस मास्क, 20 हज़ार सैनिटाइज़र्स की बोतलें, दो हज़ार फ़ेस शील्ड और 500 टैण्ट, फ़िलीपीन्स के सामाजिक कल्याण एवँ विकास विभाग और तटरक्षक विभाग को प्रदान किये गए हैं.
विस्थापितों में सम्भावित लक्षणों की शिनाख़्त और निगरानी के लिये कर्मचारी नियुक्ति किये गए हैं.
देश में तूफ़ान से सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाक़ों में मानवीय रहात टीमें ज़मीनी स्तर पर प्रयासों मे जुटी हैं और अब तक हुए नुक़सान का आकलन कर रही हैं.
बिकोल में तटों से टकराने के बाद चक्रवाती तूफ़ान ने अलबाय प्रान्त में तिवी नगर को अपनी चपेट में लिया जिससे नदियों का स्तर उफ़ान पर था और आस-पास के इलाक़ों में बाढ़ आ गई.
अब तक 11 नगरों से सम्पर्क टूट जाने और 10 हज़ार घर ढहने या क्षतिग्रस्त होने की पुष्टि हो चुकी है. बताया गया है कि 300 से ज़्यादा मकान ज्वालामुखी की चट्टानों में दब गए हैं.
बिजली के तारों और दूरसंचार सम्पर्क में भी व्यवधान आया है.
शुरुआती ख़बरों के अनुसार 16 हज़ार हैक्टेयर से ज़्यादा कृषि-योग्य भूमि को नुक़सान पहुँचा है जिससे 18 हज़ार किसान प्रभावित हुए हैं.
66 हज़ार मैट्रिक टन धान, मक्का और अन्य फ़सलों के नष्ट होने से लगभग ढाई करोड़ डॉलर का नुक़सान होने की आशंका है.
कैटनडुआनेस और अलबाय प्रान्तों में 11 लोगों के मारे जाने की ख़बर है, और आने वाले दिनों में हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका है.
चक्रवाती तूफ़ान ‘गोनी’ ने बिकोल के अलावा क्वेज़ोन और बाटनगास प्रान्तों के तटीय इलाक़ों को भी अपनी चपेट में लिया जिसके बाद यह कमज़ोर पड़ गया.
तूफ़ान के गुज़र जाने के बाद यूएन एजेंसियों ने जवाबी राहत कार्रवाई के लिये अपने प्रयास तेज़ कर दिये हैं.
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने अलबाय प्रान्त में स्थानीय प्रशासन को प्रभावित इलाक़ों में सैटेलाइट तस्वीरें भेजी हैं.
अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने बिकोल और अन्य इलाक़ों में विस्थापित लोगों की ज़रूरतों की समीक्षा के लिये अपनी टीमें तैनात की हैं.
साथ ही राहत शिविरों में कोविड-19 से बचाव और राहत शिविर प्रबन्धन व समन्वय के लिये दिशा-निर्देश जारी किये गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवँ कृषि संगठन (UNFAO) कृषि और कृषि-सम्बन्धी सुविधाओं को हुए नुक़सान व पुनर्वास के आकलन में मदद प्रदान करने की तैयारी में है.
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने साफ़ जल और स्वच्छता सामग्री, बच्चों के लिये अनुकूल स्थान के लिये टैण्ट व शिक्षा सामग्री का इन्तज़ाम किया है.