अफ़ग़ानिस्तान: काबुल यूनिवर्सिटी में हमला, ‘शिक्षा के मानवाधिकार पर हमला’

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने अफ़ग़ानिस्तान में काबुल विश्वविद्यालय में हुए भयावह हमले की कड़े शब्दों में निन्दा की है. मीडिया ख़बरों के अनुसार सोमवार को हुए इस हमले में 20 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और अनेक अन्य घायल हुए हैं. 10 दिनों के भीतर यह दूसरा ऐसा हमला है जिसमें किसी शिक्षा केन्द्र को निशाना बनाया गया है.
संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता फ़रहान हक़ ने सोमवार को महासचिव गुटेरेश की ओर से एक बयान जारी करके हमले में हताहत हुए लोगों के परिजनों के प्रति गहरी सम्वेदना जताई है और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है.
UNAMA condemns today’s shocking attack at #KabulUniversity campus. There can be no justification to unleash such terrible violence at a school or college. Our heartfelt sympathies are with the victim’s families and friends. #Afghanistan
UNAMAnews
ख़बरों के अनुसार बन्दूकधारियों ने सोमवार को काबुल यूनिवर्सिटी में धावा बोलते हुए गोलियाँ चलाईं जिसमें 20 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है.
बताया गया है कि यह हमला काबुल विश्वविद्यालय में आयोजित पुस्तक मेले में सरकारी अधिकारियों के आगमन के कार्यक्रम से ठीक पहले हुआ.
इसके बाद सुरक्षा बलों के साथ कई घण्टे गोलीबारी चली जिसमें तीन हमलावर मारे गए.
यूएन प्रमुख ने काबुल विश्वविद्यालय में हुए इस हमले को शिक्षा के मानवाधिकार पर हमला क़रार दिया है.
“10 दिनों में दूसरी बार काबुल में शिक्षा केन्द्र को निशाना बनाने वाला यह भयानक हमला शिक्षा के मानवाधिकार पर भी एक हमला है.”
यूएन प्रमुख ने इस हमले के लिये ज़िम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय किये जाने की माँग की है.
उन्होंने भरोसा दिलाया है कि संयुक्त राष्ट्र बहुप्रतीक्षित शान्ति की आकाँक्षाएँ पूर्ण करने के लिये अफ़ग़ानिस्तान की जनता और सरकार के साथ एकजुट खड़ा है.
अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन (UNAMA) ने काबुल यूनिवर्सिटी परिसर में स्तब्धकारी हमले की निन्दा करते हुए पीड़ितों के परिजनों व मित्रों के प्रति अपनी सम्वेदनाएँ ज़ाहिर की हैं.
यूएन मिशन ने ट्विटर पर अपने सन्देश में कहा है कि किसी स्कूल या कॉलेज पर इस तरह की ख़ौफ़नाक हिंसा को किसी भी मायने में न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता है.
काबुल में इससे पहले काबुल 24 अक्टूबर को एक शिक्षा केन्द्र पर हुए एक हमले में 24 लोगों की मौत हो गई थी जिनमें अनेक छात्र भी थे.
इस हमले की ज़िम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (दाएश) ने ली थी.
सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने इसे कायरतापूर्ण व नृशंस हमला क़रार देते हुए उसकी कड़ी निन्दा की थी.
अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन प्रमुख और यूएन की विशेष प्रतिनिधि डेबराह लियोन्स ने अपने एक ट्वीट सन्देश में कहा था कि एक ऐसे समय जब अफ़ग़ान नागरिकों को आशान्वित महसूस करना चाहिये, हिंसा में भयावह बढ़ोत्तरी उस भावना को नुक़सान पहुँचाती है.