लीबिया: युद्धविराम पर दस्तख़त के बाद, फिर शुरू होगा राजनैतिक सम्वाद मंच
लीबिया में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन ने वर्षों से इस युद्धग्रस्त देश में हाल ही में एक स्थायी युद्धविराम समझौते पर दस्तख़त होने के बाद ‘लीबियाई राजनैतिक सम्वाद मंच’ फिर से शुरू करने की घोषणा की है. युद्धविराम के बाद जागी उम्मीदों के बीच यह राजनैतिक सम्वाद मंच फिर शुरू होने से एक टिकाऊ समाधान निकलने की उम्मीद भी जताई गई है.
यूएन मिशन ने बताया है कि इस मंच की पहली बैठक सोमवार को वर्चुअल माध्यमों से होने के बाद 9 नवम्बर से ऐसी बैठकें आयोजित की जाएँगी जिनमें सभी पक्ष व्यक्तिगत रूप में शिरकत कर सकेंगे. 9 नवम्बर की बैठक ट्यूनीशिया की राजधानी ट्यूनिस में होगी.
Acting Special Representative of the Secretary-General for Libya Stephanie Williams announces the launch of the Libyan Political Dialogue Forum processhttps://t.co/UyvWoELAYz pic.twitter.com/ESzUWyUobV
UNSMILibya
मिशन के रविवार को जारी एक वक्तव्य में कहा गया है, “लीबियाई राजनैतिक सम्वाद मंच ऐसे समय में शुरू किया जा रहा है जब लीबियाई पक्षों के बीच 23 अक्टूबर को जिनीवा में एक स्थायी और राष्ट्रीय स्तर के एक युद्धविराम पर दस्तख़त होने के बाद देश में उम्मीदों की भावनाएँ उछाल पर हैं.”
वक्तव्य में कहा गया है, “यूएन मिशन द्वारा पिछले कुछ महीनों के दौरान विभिन्न लीबियाई के साथ सलाहकारी बैठकों के बाद लीबियाई राजनैतिक सम्वाद मंच को शुरू करने का रास्ता साफ़ हुआ है.”
एक पूर्ण समावेशी सम्वाद
लीबियाई राजनैतिक सम्वाद मंच एक पूर्ण समावेशी सम्वाद मंच है जिसमें लीबिया के भीतर के सभी प्रासंगिक पक्षों को शामिल किया गया है.
ये सम्वाद मंच जनवरी 2020 में बर्लिन सम्मेलन के बिन्दुओं के तहत शुरू किया गया था जिसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी अपने प्रस्ताव संख्या 2510 और 2542 के ज़रिये मंज़ूरी दी थी.
इस मंच में लीबियाई पक्षों के लिये न्यायसंगत भौगोलिक, जातीय, राजनैतिक, क़बायली और सामाजिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिये विभिन्न मानदण्ड अपनाए गए हैं.
इस पूरी प्रक्रिया के दौरान यूएन मिशन पारदर्शिता व अधिकारों पर आधारित नज़रिया सुनिश्चित करेगा और तमाम लीबियाई नागरिकों और पक्षों के विचार सुने जाएँगे.
यूएन मिशन इस प्रक्रिया के दौरान सम्बद्ध पक्षों व प्रतिनिधियों के साथ ऑनलाइन और डिजिटल माध्यमों के ज़रिये पूरी तरह से सम्पर्क क़ायम रखेगा जिनमें उनकी बात भी सुनी जाएगी और उस पर प्रतिक्रियाएँ भी उपलब्ध कराई जाएँगी.
यूएन मिशन ने कहा, “ये लक्ष्य हासिल करने और प्रक्रिया को पूरी तरह समावेशी बनाने और सम्वाद मंच में लीबियाई लोगों के विचार जानने, उनके साथ विचार-विमर्श करने के इरादे से, अल-हिवार नामक एक ‘इण्टरैक्टिव’ वेबसाइट शुरू की जाएगी.”
सम्वाद मंच के उद्देश्य
लीबियाई राजनैतिक सम्वाद मंच का उद्देश्य देश में एक राष्ट्रीय चरित्र वाली सरकार का ढाँचा तैयार करने पर सहमति बनाना और ऐसे इन्तेज़ाम करना है जिनके ज़रिये यथाशीघ्र राष्ट्रीय चुनाव कराए जा सकें.
ये सब लीबियाई सम्प्रभुता को बहाल करने और देश के संस्थानों की लोकतान्त्रिक साख़ क़ायम करने के लिये किया जाएगा.
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यूएन मिशन ने इन प्रयासों के तहत प्रधानमन्त्री फ़ैज़ अल सिराज द्वारा अपने पद से हटकर सत्ता एक राष्ट्रीय चरित्र वाली कार्यकारी समिति को सौंपने और राजनैतिक प्रक्रिया को अपना समर्थन देने की साहसिक घोषणा का स्वागत किया है.
यूएन मिशन ने कहा है कि इससे इस भावना को बल मिलेगा कि सत्ता परिवर्तन व्यवस्थागत व शान्तिपूर्ण तरीक़े से हो सकेगा.
मिशन ने साथ ही ये उम्मीद भी जताई है कि जब तक राजनैतिक सम्वाद मंच द्वारा आगे का रास्ता नहीं निकाल लिया जाता है, तब तक फ़ैज़ अल सिराज अपने पद पर बने रहकर देश की एक अन्य सेवा भी कर सकते हैं.
यूएन मिशन ने नवम्बर की बैठकों के लिये समर्थन देने के वास्ते ट्यूनीशिया सरकार का शुक्रिया अदा किया है, साथ ही इस शान्ति व परिवर्तन प्रक्रिया को समर्थन देने के लिये लीबिया के पड़ोसियों – अफ्रीकी संघ, योरोपीय संघ और अरब लीग के देशों, व अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के अन्य सदस्यों का भी धन्यवाद किया है.