यूएन75: भारत-संयुक्त राष्ट्र डाक इतिहास को बयाँ करती वर्चुअल प्रदर्शनी
शनिवार, 24 अक्टूबर 2020, को संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 75वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में भारत और संयुक्त राष्ट्र के डाक-टिकटों की एक वर्चुअल प्रदर्शनी शुरू की गई है. इस प्रदर्शनी में संयुक्त राष्ट्र और भारत से सम्बन्धित विषयों पर भारतीय डाक और संयुक्त राष्ट्र डाक प्रशासन द्वारा जारी 53 डाक टिकटों के इतिहास और ये टिकट जारी किये जाने की पृष्ठभूमि दिलचस्प ढंग से पेश की गई हैं. इससे पहले शुक्रवार को भारत ने एक स्मारक डाक टिकट जारी किया जोकि संयुक्त राष्ट्र और भारत के साझा मूल्यों और विशेष सम्बन्धों को प्रदर्शित करता है.
यूएन दिवस पर ‘भारत और संयुक्त राष्ट्रः डाक इतिहास’ नामक वर्चुअल प्रदर्शनी के ज़रिये विश्व के सबसे बड़े लोकतान्त्रिक देश - भारत और बहुपक्षीय संगठन के बीच के सम्बन्धों के इतिहास की झलक पेश की गई है.
यूएन चार्टर पर 26 जून 1945 को सैन फ्रांसिस्को शहर में हस्ताक्षर किये गए थे और 24 अक्टूबर 1945 को यह चार्टर लागू हुआ था. भारत, 1947 में ब्रिटेन से स्वतन्त्रता हासिल करने से पहले से ही, संयुक्त राष्ट्र के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहा है.
भारत में संयुक्त राष्ट्र की प्रतिनिधि रेनाटा डेज़ालिएन ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के योगदान को याद करते हुए कहा, “इतने वर्षों में बहुपक्षवाद के प्रति भारत का संकल्प तनिक भी नहीं डगमगाया है, वो संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षा, जलवायु परिवर्तन, मानवाधिकार और सतत विकास सहित विविध क्षेत्रों में निरन्तर योगदान करता रहा है.”
इससे पहले, शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र दिवस की पूर्वसंध्या पर, भारत के विदेश मन्त्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में एक विशेष डाक टिकट जारी किया.
नया डाक-टिकट
डॉक्टर एस जयशंकर ने शुक्रवार, 23 अक्टूबर को भारत-संयुक्त राष्ट्र सम्बन्धों पर आधारित डाक-टिकट जारी करते हुए कहा, “आज का यह अवसर बहुत ख़ास है और संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 75वीं वर्षगाँठ पर उसके प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है."
"यह 75वीं वर्षगाँठ इस सबसे बड़े और अब तक के सबसे महत्वपूर्ण विचारशील संगठन के लिये निस्सन्देह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. पिछले 75 वर्षों में संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया के देशों को एक छत के नीचे, साथ आकर सपने देखने और मानव जाति के लिये बेहतर भविष्य की दिशा में काम करने के मंच के रूप में कार्य किया है.”
उन्होंने कहा, “यह सराहनीय है कि भारतीय डाक विभाग, पहले भी इस विश्व संगठन की 9वीं, 40वीं और 50वीं वर्षगाँठों के समय संयुक्त रूप से डाक-टिकट जारी करके, भारत व संयुक्त राष्ट्र के सम्बन्धों का एक प्रमुख रिकॉर्ड रखवाला रहा है.”
इस समारोह में न्यूयॉर्क से संयुक्त राष्ट्र डाक प्रशासन के प्रमुख, भारत में यूएन की 22 एजेन्सियों के प्रमुख व न्यूयॉर्क, जिनीवा, रोम, पेरिस, वियेना, बैंकॉक और नैरोबी से भी विभिन्न राजदूतों और स्थायी प्रतिनिधियों ने वर्चुअल शिरकत की.
भारत व संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी किये गए सभी साझा डाक टिकटों पर इस शनिवार, 24 अक्टूबर, संयुक्त राष्ट्र दिवस पर भारत स्थित संयुक्त राष्ट्र, एक वर्चुअल प्रदर्शनी शुरू कर रहा है.
यूएन और भारत की साझेदारी में जारी इन डाक टिकटोंऔर उनसे जुड़ी दिलचस्प कहानियाँ, शनिवार शाम 6 बजे के बाद से UN India की वेबसाइट पर उपलब्ध होंगी.
भारत-यूएन डाक-टिकटों का इतिहास
भारत ने समय-समय पर संयुक्त राष्ट्र से सम्बन्धित अनेक डाक-टिकट जारी किये हैं. इनमें 24 अक्टूबर, 1954 को संयुक्त राष्ट्र दिवस पर जारी डाकटिकट, 24 अक्टूबर 1985 को संयुक्त राष्ट्र की 40वीं वर्षगाँठ पर जारी डाक-टिकट तथा 26 जून, 1995 को संगठन के 50 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में जारी किये गए डाक-टिकट शामिल हैं.
वहीं संयुक्त राष्ट्र भी भारत सम्बन्धी अनेक विषयों पर डाक-टिकट जारी करता रहा है.
संयुक्त राष्ट्र डाक प्रशासन (यूएनपीए) ने हाल ही में, 17 फरवरी, 2020 को विलुप्तप्राय प्रवासियों पर आधारित डाक-टिकटों का एक सेट जारी किया था.
इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र डाक प्रशासन द्वारा 2 अक्टूबर 2019 को महात्मा गाँधी की 150वीं जयन्ती पर एक डाक-टिकट जारी किया गया.
इससे पहले, 19 अक्टूबर 2018 को दीपावली के त्यौहार पर भी एक डाक-टिकट जारी किया गया था.
8 मार्च, 2018 को लैंगिक समानता पर आधारित यूएन-वीमेन के बहुचर्चित अभियान, ‘ही फॉर शी’ (#HeForShe) विषय पर भी भारत व यूएन ने मिलकर एक साझा डाक-टिकट जारी किया था.
साझा लक्ष्यों की प्राप्ति और वैश्विक समुदाय की चुनौतियों का सामना करने के लिये भारत संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के समय से ही सक्रिय रहा है.
प्रदर्शनी सम्बन्धी जानकारी
इस वर्चुअल प्रदर्शनी में पुरानी तस्वीरों, वीडियो और अहम अवसरों पर डाक टिकट जारी किए जाने से जुड़ी रहीं जानी-मानी हस्तियों के साथ विशेष साक्षात्कार भी शामिल किए गए हैं.
इनमें केन्द्रीय मंत्री और पूर्व राजनयिक हरदीप सिंह पुरी, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि रह चुके और पूर्व राजनयिक सैयद अकबरुद्दीन, पूर्व राजनयिक राजदूत अशोक मुखर्जी और संयुक्त राष्ट्र में पूर्व अपर महासचिव लक्ष्मी पुरी शामिल हैं.
डैस्कटॉप वेबसाइट पर यह प्रदर्शनी आप यहाँ देख सकते हैं.
मोबाइल फ़ोन अनुकूल वैबसाइट 27 अक्तूबर से उपलब्ध होगी.
ऐतिहासिक पल
भारत और संयुक्त राष्ट्र के दृढ़ सम्बन्धों के सफ़र में कुछ ऐतिहासिक पलों पर एक नज़र:
1945 भारत ने संयुक्त राष्ट्र घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर किये.
1948 भारत ने मानवाधिकार का वैश्विक घोषणा-पत्र अंगीकार किया.
1950 भारत को पहली बार सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य चुना गया.
1950 भारत ने पहली बार संयुक्त राष्ट्र शान्तिसेना के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दी.
1953 विजय लक्ष्मी पण्डित, संयुक्त राष्ट्र की महासभा की प्रथम महिला अध्यक्ष चुनी गईं.
1973 भारत ने जैविक हथियार क़रार पर हस्ताक्षर किये.
1979 भारत ने नागरिक और राजनैतिक अधिकारों तथा आर्थिक, सामाजिक व साँस्कृतिक अधिकारों से सम्बन्धित अन्तरराष्ट्रीय क़रार पर हस्ताक्षर किये.
1980 भारत ने महिलाओं के प्रति सभी प्रकार के भेदभाव उन्मूलन सम्बन्धी क़रार पर हस्ताक्षर किये.
1992 भारत ने बाल अधिकारों से सम्बन्धित क़रार पर हस्ताक्षर किये.
1993 भारत ने रासायनिक हथियार सम्बन्धी क़रार पर हस्ताक्षर किये.
2000 भारत ने सहस्त्राब्दि घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर किये.
2007 भारत ने विकलाँग अधिकार सम्बन्धी क़रार पर हस्ताक्षर किये.
2007 2 अक्टूबर, महात्मा गाँधी के जन्मदिवस को अन्तरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस घोषित किया गया.
2007 भारत ने पहली शान्तिरक्षा के लिये पहली महिला टुकड़ी भेजी.
2014 21 जून को अन्तरारष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया.
2015 भारत ने 17 सतत विकास लक्ष्यों को अपनाया.
2015 भारत ने जलवायु परिवर्तन सम्बन्धी पेरिस समझौते पर हस्ताक्षर किये.
2015 भारत की पहल पर अन्तरारष्ट्रीय सौर गठबन्धन की घोषणा.
2019 भारत की पहल पर आपदानिरोधक संरचना सम्बन्धी गठबन्धन की घोषणा.