सीरिया में संवैधानिक सुधारों पर वार्ता - नई शुरुआत की उम्मीद

जिनीवा में अगले सप्ताह सीरियाई सरकार और विरोधी पक्ष के नेताओं में संवैधानिक सुधारों पर वार्ता आपसी मतभेदों को दूर करने और देश के नागरिकों के साथ सामाजिक अनुबंध स्थापित करने का एक अहम अवसर है. सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गेयर पैडरसन ने बुधवार को सुरक्षा परिषद को जानकारी देते हुए बताया कि नौ वर्ष के हिंसक संघर्ष के बाद देश के नागरिक मायूस हैं और बातचीत में प्रगति होते देखना चाहते हैं.
24 अगस्त को संवैधानिक समिति के तीसरे सत्र की तैयारियों से अवगत कराते हुए विशेष दूत गेयर पैडरसन ने कहा कि सीरिया में एक दशक से चले आ रहे हिंसक संघर्ष, गहरी दरारों और अविश्वास के बीच सामाजिक अनुबंध की एक मज़बूत नींव सुनिश्चित करना एक विशाल ज़िम्मेदारी है.
.@GeirOPedersen @UNEnvoySyria briefed the Security Council meeting on #Syria today: https://t.co/4Q7ztPU1o0 pic.twitter.com/bOOXiAWPAY
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यह सत्र क्षेत्र में एक त्रासदीपूर्ण समय में आयोजित हो रहा है. ग़ौरतलब है कि 4 अगस्त 2020 को लेबनान के बेरूत बन्दरगाह पर हुए विस्फोट में अनेक सीरियाई नागरिक भी हताहत हुए हैं.
सीरिया के लिए विशेष उपदूत ख़्वाला मातर समिति के आगामी सत्र की तैयारियों के लिए दमिश्क के रास्ते में थीं लेकिन इस विस्फोट में भी वो भी घायल हुई हैं और अब स्वास्थ्य लाभ कर रही हैं.
इस दौरान उनके कार्यालय ने सीरियाई सरकार, वार्ता आयोग के उपप्रमुखों और अन्य सदस्यों के साथ सम्पर्क लगातार क़ायम रखा है.
इस सत्र के दौरान कोविड-19 से बचाव के ऐहतियाती उपायों का भी सख़्ती से पालन किया जाएगा.
विशेष दूत ने ध्यान दिलाया की संवैधानिक समिति एक समझौते के आधार पर मिलती हैं ताकि नए संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए एक समय-सारिणी और प्रक्रिया तैयार की जा सके.
इस सिलसिले में सभी पक्षों से यूएन चार्टर के साथ-साथ सीरिया की सम्प्रभुता, एकता, स्वतंत्रता और अखण्डता का सम्मान करने की पुकार लगाई गई है और ज़ोर देकर कहा गया है यह प्रक्रिया सीरियाई नागरिकों के नेतृत्व में ही आगे बढ़ाई जाएगी.
गेयर पैडरसन ने बताया कि कोविड-19 महामारी से चिन्ता बढ़ रही है. 18 अगस्त तक सीरिया में आधिकारिक तौर पर संक्रमणों की संख्या बढ़कर दो हज़ार 114 हो चुकी है. इनमें सरकारी नियंत्रण वाले इलाक़ों में एक हज़ार 814 मामले भी हैं जिनकी पुष्टि स्वास्थ्य मंत्रालय ने की है.
पश्चिमोत्तर इलाक़ों में 51 मामलों की पुष्टि हुई है जबकि पूर्वोत्तर में 219 संक्रमणों का पता चला है.
विशेष दूत ने बताया कि कोविड-19 परीक्षणों की संख्या बढ़ाने के प्रयासों के बावजूद अब भी पर्याप्त टैस्ट नहीं किए जा रहे हैं.
सभी इलाक़ों में मेडिकल और निजी बचाव सामग्री व उपकरणों की क़िल्लत महसूस की जा रही है. उन्होंने सुरक्षा परिषद से आग्रह किया है कि ज़रूरतमन्दों तक राहत सामग्री पहुँचाने के लिए वहाँ पहुँचने के रास्तों को सुनिश्चित किया जाना होगा.
उन्होंने बताया कि रूस और तुर्की के प्रयासों के फलस्वरूप सुरक्षा मोर्चे पर पश्चिमोत्तर इलाक़ों में शान्ति बनी हुई है. हालांकि जुलाई महीने में कुछ रॉकेट हमलों, ज़मीनी झड़पों और छिटपुट हवाई कार्रवाई की रिपोर्टें सामने आई थीं.
इस्लामिक स्टेट (दाएश) के लड़ाकों द्वारा हमलों की संख्या और असर भी बढ़ रहा है.
यूएन के विशेष दूत ने ज़ोर देकर कहा कि अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अब भी सृजनात्मक कूटनीति के प्रयासों से बदलाव लाने की ज़रूरत है और संवाद के ज़रिये आपसी दूरियों को पाटा जा सकता है.