प्रतिष्ठित पर्यावरण पुरस्कार के लिये 35 युवा होनहार पहुँचे फ़ाइनल में

संयुक्त राष्ट्र के एक सर्वाधिक प्रतिष्ठित पर्यावरण पुरस्कार के लिये अनोखी रचनाशीलता व नवाचार निर्माणशील विचारों के लिये 35 युवाओं को क्षेत्रीय स्तर पर सूचीबद्ध किया गया है. इनमें अमेज़ॉन की आदिवासी भूमि का खोजी व साहसिक यात्राओं के ज़रिये संरक्षण, अमेरिका में हानिकारक कार्बन उत्सर्जन को मूल्यवान उपभोग संसाधानों में तब्दील करना, नाईजीरिया में पानी से बिजला उत्पादन जैसे नवीन विचार व प्रयोग शामिल हैं जिनके लिये इन युवाओं को नामांकित किया गया है.
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम ने सोमवार को बताया कि ये सभी युवा प्रतिभाएँ दुनिया के पाँच महाद्वीपों से चुने गए हैं और ये सभी ‘यंग चैम्पियन्स ऑफ़ द अर्थ’ पुरस्कार के लिये हो रही प्रतिस्पर्धा में शामिल हैं.
UPDATE🎉 35 regional finalists were shortlisted to win the @UN's highest environmental honor for youth, the UNEP #YoungChamps prize. Whose big ideas to protect or restore the environment will win? Stay tuned, the winners will be announced in December. https://t.co/1zwM8RkkoB
UNEP
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की कार्यकारी निदेशक इन्गेर एण्डरसन ने कहा, “कोविड-19 महामारी की चुनौतियों के बावजूद इस वर्ष के युवा चैम्पियनों द्वारा पेश किये गए अदभुत समाधान वाक़ई असाधारण हैं. ये स्पष्ट हो गया है कि इस महामारी ने एक बेहतर दुनिया बनाने की लगन व धुन को ठण्डा नहीं पड़ने दिया है."
"बल्कि इसके उलट, इस महामारी ने हम सभी को याद दिलाया है कि अपने स्वस्थ ग्रह की लड़ाई के लिए क्या दाव पर लगा है. साथ ही ये भी ध्यान दिलाया है कि महामारी से बेहतर तरीक़े से उबरने के प्रयासों से जलवायु आपदा से निपटने और इन्सानों व पृथ्वी का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी.”
‘यंग चैम्पियन्स ऑफ़ द अर्थ’ पुरस्कार युवाओं के लिये संयुक्त राष्ट्र का सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार है.
इस वैश्विक प्रतिस्पर्धा में दुनिया भर से 18 से 30 वर्ष के युवाओं को पर्यावरण की रक्षा या बहाली के उपायों में असाधारण, रचनाशील व बिल्कुल नवीन विचारों के लिये सम्मानित किया जाता है.
दुनिया भर में मौजूद पर्यावरण सम्बन्धी कुछ बहुत जटिल व कठिन समस्याओं व चुनौतियों के नवीन व मापन योग्य समाधान पेश करने के लिये 845 में से 35 अभ्यर्थियों को अन्तिम सूची के लिये चुना गया है.
इनके बारे में ज़्यादा जानकारी यहाँ देखी जा सकती है.
एक वैश्विक जूरी कुल सात विजेताओं को चुनेगी – हर क्षेत्र से एक विजेता, जबकि दो एशिया-प्रशान्त से. विजेताओं के नाम दिसम्बर 2020 में घोषित किये जाएँगे.
प्रत्येक विजेता को उनके सपनों या इन विचारों को जीवन में मूर्त रूप देने के लिये दस हज़ार डॉलर की बीज राशि के साथ-साथ उनके नवाचार विचारों के अनुकूल अन्य प्रकार की सहायता भी दी जाएगी. साथ ही हुनरमन्दों के साथ-साथ नैटवर्क का हिस्सा भी बनाया जाएगा.
यूएन पर्यावरण कार्यक्रम की कार्यक्री निदेशक इन्गेर एण्डर्सन का कहना था, “हमने जो ग़लत फ़ैसले किये हैं या ग़लत नीतियाँ अपनाई हैं, उनके बारे में और पर्यावरण को हो रहे नुक़सान का उनके भविष्य पर होने वाले असर के बारे में दुनिया भर के युवा जागरूकता बढ़ा रहे हैं.”
“युवा परिवर्तनकारियों को हम उनकी आवाज़ बुलन्द करने, एक मंच प्रदान करने और उनकी यात्रा को कामयाब बनाने के लिये अवसर प्रदान करने के लिये प्रतिबद्ध हैं क्योंकि ये युवा दुनिया भर में करोड़ों लोगों को प्रेरित करने में सक्षम हैं.”
यूएन पर्यावरण कार्यक्रम की प्रमुख भी इस वर्ष के विजेताओं को चुनने की प्रक्रिया में जूरी में शामिल होंगी. जूरी के अन्य सदस्यों में युवाओं पर महासचिव की दूत जयाथमा विक्रमानायके, रचनात्मक अर्थव्यवस्था के लिये यूएन पर्यावरण कार्यक्रम की पैरोकार रॉबर्ता अन्नान, और यूएन फ़ाउण्डेशन की मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलिज़ाबेथ काउज़ेन्स शामिल हैं.