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पाकिस्तान: कराची स्टॉक एक्सचेंज पर हमले की कड़ी निन्दा 

सुरक्षा परिषद.
UN Photo/JC McIlwaine (file)
सुरक्षा परिषद.

पाकिस्तान: कराची स्टॉक एक्सचेंज पर हमले की कड़ी निन्दा 

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पाकिस्तान के कराची शेयर बाज़ार में 29 जून को हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निन्दा की है. परिषद ने इस हमले में मारे गए लोगों के प्रति अपनी सम्वेदनाएँ प्रकट करते हुए इसे जघन्य और कायराना हरकत क़रार दिया है. 

मीडिया ख़बरों के मुताबिक सोमवार, 29 जून, को चार बन्दूकधारियों ने कराची में स्टॉक एक्सचेंज पर हमला करते हुए दो सुरक्षा गार्डों व एक पुलिसकर्मी की हत्या कर दी थी और हमले में कई अन्य लोग घायल हुए थे.

इसके बाद सुरक्षा बलों की कार्रवाई में चारों बन्दूकधारियों की भी मौत हो गई थी. 

सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने बुधवार को जारी एक वक्तव्य में पुरज़ोर ढंग से कहा है कि आतंकवाद अपने सभी रूपों में अन्तरराष्ट्रीय शान्ति व सुरक्षा के लिए एक ख़तरा है. 

इससे पहले महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने भी कराची में हुए हमले की कड़ी निन्दा करते हुए पाकिस्तान की सरकार और जनता को भरोसा दिलाया था कि आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ के ख़िलाफ़ लड़ाई में संयुक्त राष्ट्र उनके साथ खड़ा है.

सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों के प्रतिनिधि वीडियो कॉन्फ्रेन्सिन्ग के ज़रिये बैठक में हिस्सा लेते हुए.
UN Photo/Eskinder Debebe
सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों के प्रतिनिधि वीडियो कॉन्फ्रेन्सिन्ग के ज़रिये बैठक में हिस्सा लेते हुए.

सुरक्षा परिषद ने 'निन्दनीय आतंकी कृत्य' के दोषियों, हमले में उनकी मदद करने वालों और धन मुहैया कराने वालों की जवाबदेही तय करने और सज़ा दिलाने की आवश्यकता को रेखांकित किया है.

साथ ही सभी सदस्य देशों से अन्तरराष्ट्रीय क़ानूनों और सुरक्षा परिषद प्रस्तावों के अन्तर्गत तय हुए दायित्वों को निभाने और पाकिस्तान सरकार के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करने की बात कही है.

सुरक्षा परिषद ने दोहराया कि कोई भी आतंकी कार्रवाई आपराधिक है जिसे न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता, चाहे वो किसी ने भी की हो, किसी भी मन्तव्य से की गई हो. 

सुरक्षा परिषद ने कहा है कि आतंकवादी हमलों से अन्तररराष्ट्रीय शान्ति और सुरक्षा के लिए ख़तरे से सभी देशों को निपटने की ज़रूरत है और यह कार्रवाई संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अन्तरराष्ट्रीय क़ानूनों, अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार क़ानूनों और मानवीय राहत क़ानूनों के तहत की जानी चाहिए. 

सुरक्षा परिषद के सभी सदस्य देशों ने पीड़ितों के परिजनों और पाकिस्तान सरकार के प्रति अपनी गहरी सम्वेदनाएँ व्यक्त की हैं और घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना की है.