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भारत: पत्रकार की हत्या की निन्दा, दोषियों को सज़ा की माँग

संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक मीडिया की स्वतंत्रता अहम है.
UN Photo/Jean-Marc Ferré
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक मीडिया की स्वतंत्रता अहम है.

भारत: पत्रकार की हत्या की निन्दा, दोषियों को सज़ा की माँग

मानवाधिकार

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, सांस्कृतिक एवँ वैज्ञानिक संगठन (UNESCO) की महानिदेशक ऑड्री अज़ोले ने भारत के उत्तर प्रदेश प्रान्त में पत्रकार शुभम मणि त्रिपाठी की हत्या के लिए ज़िम्मेदार लोगों पर मुक़दमा चलाने की पुकार लगाई है. उत्तर प्रदेश के उन्नाव ज़िले में 19 जून को दो हमलावरों ने शुभम मणि त्रिपाठी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. 

शुभम मणि त्रिपाठी हिन्दी दैनिक कम्पू मेल के लिए उन स्थानीय ज़मीन विवादों की रिपोर्टिंग कर रहे थे जिनमें अक्सर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं.   

19 जून को वह अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर घर जा रहे थे तभी दो हमलावरों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी.  

यूएन एजेंसी की प्रमुख ऑड्री अज़ोले ने अपने वक्तव्य में कहा, “मैं शुभम मणि त्रिपाठी की हत्या की निन्दा करती हूँ.”

“मैं प्रशासन से इस अपराध के दोषियों को न्याय के कटघरे तक लाने का आग्रह करती हूँ. यह उन अपराधियों को रोकने के लिए ज़रूरी है जो बन्दूक की नोक पर सैन्सरशिप लगाने का इस्तेमाल करते हैं.”  

इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रकाशित अपने सन्देशों में रिपोर्टिंग के कारण बदले की कार्रवाई से अपनी जान को ख़तरा होने की आशंका जताई थी. 

वर्ष 2019 में दुनिया भर में 60 से ज़्यादा पत्रकारों की मौत हुई थी और महिला पत्रकारों को अक्सर निशाना बनाया जाता है. 

इस वर्ष 3 मई को ‘विश्व प्रैस स्वतन्त्रता दिवस’ पर महासचिव एंतोनियो गुटेरेश पत्रकारों व अन्य मीडियाकर्मियों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा था कि अपना काम करते समय उन्हें धमकियों, उत्पीड़न व हिंसा का सामना करना पड़ता है. 

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संयुक्त राष्ट्र एजेंसी पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वैश्विक स्तर पर जागरूकता के प्रसार, क्षमता निर्माण और ट्रेनिंग के लिए निरन्तर प्रयासरत है.

इस दिशा में कार्रवाई पत्रकारों की सुरक्षा और दण्डमुक्ति के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र की कार्ययोजना के फ़्रेमवर्क के तहत की जाती है.