प्राण निछावर करने वाले यूएन कर्मचारियों के साहस और समर्पण का सम्मान
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मंगलवार को एक वर्चुअल कार्यक्रम में उन साथी यूएन कर्मचारियों की निडरता व विरासत को श्रृद्धांजलि अर्पित की है जिन्होंने भावी पीढ़ियों को युद्ध के दंश से बचाने, सर्वजन के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करने सहित संगठन के सभी मूल्यों व आदर्शों की रक्षा करते समय अपने प्राण निछावर कर दिये.
संकट, हिंसक संघर्ष और अस्थिरता के दौरान यूएन कर्मचारी प्रभावित क्षेत्रों में जोखिमपूर्ण परिस्थितियों में कार्य करते हैं.
संयुक्त राष्ट्र वर्ष 2020 में अपनी स्थापना की 75वीं वर्षगाँठ मना रहा है लेकिन विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 के कारण अभूतपूर्व उथल-पुथल के हालात पैदा हो गए हैं.
महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने स्मृति समारोह में अपने सम्बोधन में कहा कि इस चुनौती के बावजूद दुनिया भर में, ख़ासतौर पर सबसे नाज़ुक हालात वाले स्थानों में, संयुक्त राष्ट्र का नीला झण्डा आशाओं के प्रतीक के रूप में क़ायम है.
“यह उम्मीद उन साथी कर्मचारियों की विरासत का ही एक हिस्सा है जिनके लिए हम शोकाकुल हैं. उन्होंने अपना सर्वस्व त्याग दिया ताकि अन्य लोग बेहतर दिन देख पाएँ.”
महासचिव गुटेरेश ने कार्यक्रम में शामिल प्रतिभागियों को बताया कि वह अपनी सेवाएँ प्रदान करते समय जान क़ुरबान करने वाले लोगों, उनके परिवारों और प्रियजनों के प्रति अपनी ज़िम्मेदारियों को बख़ूबी समझते हैं – सभी यूएन कर्मचारियों के प्रति भी, जो अस्थिर और ख़तरनाक माहौल में काम करते हैं, जहाँ एक इन्सान की भी जान जाना बहुत ज़्यादा है.
उन्होंने संकल्प लिया कि अपने कर्मचारियों की सुरक्षा और देखभाल सुनिश्चित करने के लिए संगठन निरन्तर प्रयासरत रहेगा.

यूएन प्रमुख ने ज़ोर देकर कहा, “जब हमारे साथी कर्मचारी अपना सर्वस्व बलिदान करते हैं तो उन्हें सम्मानित करना और उनके परिजनों को सहारा देना हमारा फ़र्ज़ बनता है.”
अपने प्राण निछावर करने वाले लोगों की स्मृति में मौन रखे जाने से पहले उन्होंने सभी से भावी पीढ़ियों के लिए शान्ति, समृद्धि, और सभी के लिये हर स्थान पर अवसरों को बढ़ावा देने के लिये संकल्प लेने का आग्रह किया.
यूएन स्टाफ़ यूनियन की प्रमुख पैट्रिशिया नेमेथ ने ऑनलाइन कार्यक्रम में ध्यान दिलाया कि अपने प्राणों का बलिदान करने वाले सेवारत कर्मचारी सबसे निर्बलों की मदद करना चाहते थे, उनके लिए एक बेहतर भविष्य का निर्माण करना चाहते थे और यह सुनिश्चित करना कि हर एक इन्सान जीवन, आज़ादी, गरिमा, शान्ति, सुरक्षा और न्याय का हक़दार बने.
“यूएन में स्टाफ़ कर्मचारी जो सेवाएँ प्रदान करते हैं वो केवल किसी कामकाज भर से कहीं बढ़कर है. यह हमारे लिए एक आहवान है क्योंकि हम संगठन के आदर्शों की सेवा और सम्पूर्ण मानव जाति के लिए एक उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करना चाहते हैं.”
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उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 77 से ज़्यादा साथी कर्मचारियों ने सेवाएँ प्रदान करते समय अपनी जान निछावर की.
साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम उनके लिए अपने दायित्व को याद रखें और उन अधूरे कार्यों को पूरा करें जिनके लिए इन पुरुषों व महिलाओं ने अपना बलिदान दिया.