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वोल्कान बोज़किर नए महासभा अध्यक्ष, भारत पहुँचा सुरक्षा परिषद में

17 जून को आर्थिक व सामाजिक परिषद के चुनावों में एक प्रतिनिधि मतदान करते हुए
UN Photo/Eskinder Debebe
17 जून को आर्थिक व सामाजिक परिषद के चुनावों में एक प्रतिनिधि मतदान करते हुए

वोल्कान बोज़किर नए महासभा अध्यक्ष, भारत पहुँचा सुरक्षा परिषद में

यूएन मामले

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र के अध्यक्ष पद  के साथ-साथ सुरक्षा परिषद के पाँच अस्थाई सदस्यों के लिए चुनाव सम्पन्न हो गया. तुर्की के राजदूत वोल्कान बोज़किर को नया महासभा अध्यक्ष चुना गया है. आर्थिक व सामाजिक परिषद के भी 18 सदस्यों का चुनाव हुआ है. सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता के लिए निर्वाचित होने वाले देशों में भारत भी शामिल है. 

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें (मौजूदा) सत्र के अध्यक्ष तिजानी मोहम्मद बाँडे ने परिणामों की घोषणा की. ये चुनाव महासभा में ही सम्पन्न होते हैं. 

संयुक्त राष्ट्र के 192 सदस्य देशों के राजदूतों ने फ़ेस मास्क और दस्ताने पहनकर और सामाजिक दूरी बनाए रखकर मतदान किया. राजदूतों को कोविड-19 महामारी के दौरान ऐहतियात बरतने के लिए मतदान के लिए समय निर्धारित किया गया था. मतदान शानदार महासभा हॉल में हुआ जो ज़्यादातर ख़ाली ही नज़र आया.

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महासभा अध्यक्ष तिजाना मोहम्मद बाँडे ने बताया कि बुधवार, 17 जून को सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता के लिए पर्याप्त मत हासिल करने के बाद भारत, आयरलैंड, मैक्सिको और नॉर्वे का चुनाव हुआ है.

एक अन्य सीट के लिए जिबूती और केनया के बीच मुक़ाबला दूसरे दौर के मतदान के लिए आगे बढ़ाया गया क्योंकि इनमें से कोई भी देश पर्याप्त मत हासिल नहीं कर सका.

जिबूती और केनया के बीच दूसरे चरण का ये मुक़ाबला गुरूवार, 18 जून को हुआ जिसमें केनया को 129 वोटों के साथ विजयी घोषित किया गया.

सुरक्षा परिषद के नव निर्वाचित अस्थाी सदस्यों का दो वर्ष का कार्यकाल 1 जनवरी 2021 को शुरू होगा.

नए सदस्य व नए चेहरे:

तुर्की के वरिष्ठ राजदूत और सांसद रहे वोल्कान बोज़किर को महासभा के 75वें सत्र का अध्यक्ष चुना गया है जो सितम्बर 2020 में शुरू होगा. इस पद के लिए बोज़किर एक मात्र उम्मीदवार थे.

सदस्य देशों के राजदूतों ने सुरक्षा परिषद के पाँच अस्थाई सदस्य देशों के चुनाव के लिए भी मतदान में शिरकत की.

सुरक्षा परिषद के 15 सदस्य हैं जिनमें से पाँच स्थाई हैं और 10 अस्थाई सदस्य होते हैं. पाँच स्थाई सदस्यों के नाम हैं -  चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका.

महासभा द्वारा पाँच अस्थाई सदस्यों के लिए क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व के आधार पर हर साल चुनाव होता है और उनका कार्यकाल दो वर्ष का होता है.

सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य चुने जाने के लिए महासभा के दो तिहाई बहुमत की ज़रूरत होती है और ये चुनाव गुप्त मतदान के ज़रिये होता है.

  • अफ्रीकी व एशिया-प्रशान्त देशों के लिये निर्धारित दो रिक्त स्थानों के लिये, तीन उम्मीदवारों के नाम सूचित किये गए थे – जिबूती, भारत और केनया. 
  • लातीनी अमेरिका व कैरीबियाई देशों में से एक रिक्त स्थान के लिये एक ही प्रायोजित उम्मीदवार का नाम सूचित किया गया था - मैक्सिको
  • पश्चिमी यूरोपीय और अन्य देशों से तीन नाम सूचित किये गए – कैनेडा, आयरलैण्ड और नॉर्वे.  

ईकोसॉक के सदस्यों का चुनाव:

परिषद के सदस्यों के चुनाव में दो तिहाई बहुमत हासिल करने वाले 18 सदस्य देशों को निर्वाचित घोषित किया गया है जो तीन वर्ष का अपना कार्यकाल 1 जनवरी 2021 को शुरू करेंगे.

नव निर्वाचित 18 देश हैं - अर्जेण्टीना, ऑस्ट्रिया, बोलीविया, बुलगारिया, फ्रांस, जर्मनी, गुआटेमाला, इण्डोनेशिया, जापान, लाईबेरिया, लीबिया, मेडागास्कर, मैक्सिको, नाईजीरिया, पुर्तगाल, सोलोमन आइलैंड्स, ब्रिटेन और ज़िम्बाब्वे.

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र के अध्यक्ष पद, सुरक्षा परिषद के 5 अस्थाई सदस्यों और आर्थिक व सामाजिक परिषद के सदस्यों के लिए 17 जून 2020 को चुनाव सम्पन्न हुए.
UN Photo/Eskinder Debebe
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र के अध्यक्ष पद, सुरक्षा परिषद के 5 अस्थाई सदस्यों और आर्थिक व सामाजिक परिषद के सदस्यों के लिए 17 जून 2020 को चुनाव सम्पन्न हुए.

तिजानी मोहम्मद बाँडे ने इस चुनाव के मौक़े पर कहा कि कोविड-19 के फैलाव से लेकर हम सभी को बहुत सी चुनौतियों का सामना करते हुए, बहुत ही असाधारण परिस्थितियों में काम करना पड़ रहा है.

“ये चुनाव एक ऐसा मौक़ा पेश करते हैं जिसमें हम संयुक्त राष्ट्र का महत्वपूर्ण कार्य बिना किसी बाधा के जारी रख सकने का संकल्प पूरा कर सकें, और ये काम यूएन चार्टर के मूल्यों व सिद्धान्तों के अनुरूप हो.”

महासभा अध्यक्ष तिजानी मोहम्मद बाँडे ने तमाम मतदाताओं से आग्रह किया था कि वो उनके 2 जून 2020 के पत्र में निर्धारित सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें. 

इनमें सभा के रूप में एकत्र नहीं होना और एक दूसरे के बीच शारीरिक दूरी बनाए रखना, और चुनाव के दिन अपने चेहरों को फ़ेस मास्क के ज़रिए ढके रखने की हिदायतें शामिल हैं.

सितम्बर के लिए तैयारियाँ

सितम्बर 2020 में महासभा का ऐतिहासिक सत्र शुरू होगा क्योंकि  इस वर्ष इस विश्व संगठन की 75वीं वर्षगाँठ मनाई जा रही है.

इसके अलावा कोविड-19 महामारी के कारण महासभा का सत्र परम्परागत तरीक़े से ना होकर वर्चुअल उपायों के ज़रिये आयोजित किया जाएगा. महासभा के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा.

आमतौर पर देशों के अध्यक्ष व सरकारों के मुखिया महासभा के उच्च स्तरीय सप्ताह के दौरान महासभा को सम्बोधित करते हैं, इस बार ये आयोजन किस तरह होगा, उसके लिए गहन विचार विमर्श जारी हैं. 

महासभा के मौजूदा अध्यक्ष तिजानी मोहम्मद बाँडे ने सदस्य देशों को पत्र लिखकर एक ऐसे परिदृश्य के बारे में सूचित किया है कि इस बार महासभा के नए अध्यक्ष और महासचिव एंतोनियो गुटेरेश उदघाटन सत्र को निजी रूप में महासभा हॉल में सम्बोधित करेंगे, जबकि सदस्य देशों के प्रतिनिधि तमाम देशों के प्रतिनिधियों द्वारा पहले से ही रिकॉर्ड किए गए वीडियो सन्देश देखेंगे.