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कोविड-19: 'जनता वैक्सीन' के लिए विश्व नेताओं ने दिखाई एकजुटता

चीन के बीजिंग में छह महीने की एक बच्ची को टीका लगाया जा रहा है.
© UNICEF/Zhang Yuwei
चीन के बीजिंग में छह महीने की एक बच्ची को टीका लगाया जा रहा है.

कोविड-19: 'जनता वैक्सीन' के लिए विश्व नेताओं ने दिखाई एकजुटता

स्वास्थ्य

एचआईवी/एड्स मामलों पर संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी (UNAIDS) विश्व नेताओं की ओर से एक पहल आगे बढ़ाई गई है जिसमें वैश्विक महामारी कोविड-19 को दुनिया में सभी लोगों के लिए नि:शुल्क उपलब्ध कराए जाने की पुकार लगाई गई है. गुरूवार को 140 से ज़्यादा विश्व नेताओं और अन्य हस्तियों ने एक ‘खुले ख़त’ पर हस्ताक्षर किए हैं जिसमें कोविड-19 के ख़िलाफ़ 'जनता वैक्सीन' के लिए एकजुटता ज़ाहिर करने का अनुरोध किया गया है. 

कोविड-19 से पनपी चुनौती की विकरालता के मद्देनज़र एक असरदार वैक्सीन विकसित किए जाने पर प्रयास जारी हैं और इसी क्रम में विश्व नेताओं ने यह महत्वाकाँक्षी रुख़ अपनाया है.

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साझा पत्र में सभी नेताओं ने कहा है कि सभी वैक्सीन, उपचार और परीक्षण पेटेंट से मुक्त होने चाहिएँ, उनका सामूहिक स्तर पर उत्पादन और न्यायसंगत वितरण होना चाहिए ताकि सभी देशों में सभी लोगों तक उन्हें नि:शुल्क पहुँचाया जा सके.

दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफ़ोसा ने कहा कि वैज्ञानिक शोध देशों को आपस में साझा करना होगा और वैक्सीन को बिना किसी पेंटेट के विकसित किया जाना होगा.

उन्होंने आगाह किया कि किसी को भी वैक्सीन की क़तार में उनके रहने के स्थान या आय के स्तर के आधार पर पीछे नहीं धकेला जाना चाहिए.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने कहा, “इस वायरस को हराने के लिए हमें साथ मिलकर काम करना होगा...कोई भी नेता तब तक आराम से नहीं बैठ सकता जब तक हर राष्ट्र में हर व्यक्ति तक यह नि:शुल्क वैक्सीन तेज़ी से ना पहुँच जाए.” 

एड्स/एचआईवी मामलों पर संयुक्त राष्ट्र की संस्था (UNAIDS) और ऑक्सफ़ैम (Oxfam) संगठन के समन्वित प्रयासों के फलस्वरूप जारी इस पत्र में सचेत किया गया है कि ज़िन्दगियाँ बचाने की सार्वभौमिक ज़रूरत को पूरा करने के रास्ते में प्रतिस्पर्धा और एकाधिकार की अनुमति नहीं दी जा सकती. 

विश्व नेताओं का मानना है कि कोविड-19 से निपटने के प्रयासों में प्रगति हो रही है और अनेक देश व अन्तरराष्ट्रीय संगठन रीसर्च, धन और अन्य क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं.

4 मई को योरोपीय संघ ने अन्तरराष्ट्रीय संकल्प सम्मेलन में आठ अरब डॉलर जुटाने का संकल्प लिया गया था. 

इस पत्र पर लाईबेरिया के राष्ट्रपति एलेन जॉनसन सरलीफ़, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन, न्यूज़ीलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री हेलेन क्लार्क सहित अन्य नेताओं ने हस्ताक्षर किए हैं. 

इस बीच गुरुवार को ही यूएन एजेंसियों, अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं, सरकारों और नेताओं ने कोविड-19 के ख़िलाफ़ लड़ाई में जल, साफ़-सफ़ाई और स्वच्छता को प्राथमिकता देने का आहावन किया है. 

उन्होंने कहा है कि इन तीन प्रमुख क्षेत्रों में प्रयास करने और सामाजिक दूरी बरते जाने से वायरस के फैलाव को रोकने में सफलता हासिल की जा सकती है.