इराक़: विदेशी सुरक्षा बलों पर हमले के बाद संयम बरतने का आग्रह

इराक़ में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने कैंप ताजी में विदेशी सुरक्षा बलों पर हुए घातक हमले की निंदा करते हुए अधिकतम संयम बरते जाने की अपील की है. इस हमले में इस्लामिक स्टेट (दाएश) के ख़िलाफ अमेरिकी नेतृत्व में कार्रवाई के लिए तैनात गठबंधन सैनिकों को निशाना बनाया गया जिसमें तीन सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई है.
बुधवार को इराक़ की राजधानी बग़दाद के उत्तरी इलाक़े में स्थित कैंप ताजी में एक रॉकेट हमले में दो अमेरिकी और एक ब्रिटिश सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी और 12 घायल हुए थे.
Press Release: UNAMI condemns attack at Camp Taji, calls for maximum restraint#Iraq pic.twitter.com/QnzlhB6r52
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संयुक्त राष्ट्र मिशन ने गुरुवार को एक बयान जारी कर इस हमले की निंदा की है.
“इन हमलों के जारी रहने से देश को एक स्पष्ट और बड़ा ख़तरा है, और हथियारबंद संगठनों द्वारा दुष्टतापूर्ण कार्रवाई का भी जोखिम लगातार बना हुआ है.”
बयान में कहा गया है कि ऐसे हमले तात्कालिक सुरक्षा ख़तरों से परे जाकर ज़रूरी लेकिन अधूरे पड़े घरेलू कामों से ध्यान हटाते हैं.
साथ ही आगाह किया गया है कि इस समय इराक़ को बदले की कार्रवाई और बाहरी लड़ाईयों का केंद्र बनने से रोका जाना होगा.
इस साल की शुरुआत में बग़दाद में अमेरिकी हवाई हमले में ईरान के एक शीर्ष जनरल की मौत के बाद से ही क्षेत्र में तनाव चरम पर है.
अंतरराष्ट्रीय मीडिया में रिपोर्टों के मुताबिक गुरुवार को एक हवाई हमले में सीरिया में तैनात 26 इराक़ी सुरक्षा बलों की मौत हो गई थी.
अभी तक इस हमले की ज़िम्मेदारी लेने का दावा किसी ने नहीं किया है.
यूएन मिशन ने कहा है कि सभी पक्षों द्वारा अधिकतम संयम बरता जाना ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है.
मिशन ने इराक़ सरकार से आग्रह किया है कि इस हमले के ज़िम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय करने के लिए हरसंभव कार्रवाई करनी होगी और यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में फिर ऐसे हमले ना हों.