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पूर्व महासचिव पेरेज़ डी कुएइए को 100वें जन्म दिवस पर बधाई

जेवियर पेरेज़ डी कुएइए संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए. उन्होंने महासचिव का अपना दूसरा कार्यकाल 1 जनवरी 1987 को शुरू किया था.
UN Photo/Yutaka Nagata
जेवियर पेरेज़ डी कुएइए संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए. उन्होंने महासचिव का अपना दूसरा कार्यकाल 1 जनवरी 1987 को शुरू किया था.

पूर्व महासचिव पेरेज़ डी कुएइए को 100वें जन्म दिवस पर बधाई

यूएन मामले

संयुक्त राष्ट्र के पाँचवें महासचिव जेवियर पेरेज़ डी कुएइए ने रविवार 19 जनवरी 2020 को अपना 100वाँ जन्म दिवस मनाया. पेरेज़ डी कुएइए का संयुक्त राष्ट्र के साथ बिल्कुल पहला कामकाज महासभा की 1946 में हुई बैठक के साथ शुरू हुआ था.

मौजूदा महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने पेरू के राजनयिक पेरेज़ डी कुएइए को जन्म शती पूरी करने पर बधाई दी है. पेरेज़ डी कुएइए संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष पद पर पहुँचने वाले लैटिन अमेरिका के पहले राजनयिक हैं. 

संयुक्त राष्ट्र के तत्कालीन महासचिव पेरेज़ डी कुएइए ने 1989 में नामीबिया के कतातूरा इलाक़े का दौरा किया था.

एंतोनियो गुटेरेश ने अपने बधाई पत्र में लिखा है, “आपको 100 वें जन्म दिवस की बधाई देना मेरे लिए बहुत गर्व व आनंद की बात है... मैंने अक्सर आपके उदाहरणों को ध्यान में रखा है और आपके अनुभवों से प्रेरणा व मार्गदर्शन हासिल किए हैं.”

पेरेज़ डी कुएइए का जन्म पेरू की राजधानी लीमा में 19 जनवरी 1920 को हुआ था और उन्होंने अनेक देशों में अपने देश के राजदूत के रूप में काम किया.

पेरेज़ डी कुएइए जिन देशों में पेरू के राजनयिक रहे उनमें स्विटज़रलैंड, तत्कालीन सोवियत संघ, पोलैंड, वेनेज़ुएला के भी नाम शामिल हैं. 

पेरेज़ डी कुएइए संयुक्त राष्ट्र में पेरू के स्थाई प्रतिनिधि भी रहे.

पेरेज़ डी कुएइए को साइप्रस और अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र की वरिष्ठ भूमिकाएँ मिली थीं. 

1982 में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में अपना कार्यकाल शुरू करते ही विवादित फॉकलैंड द्वीप की संप्रभुता के मुद्दे पर ब्रिटेन और अर्जेंटीना के बीच बातचीत शुरू कराई थी.

इस पद पर उन्होंने 10 वर्ष तक काम किया. 1991 में उन्होंने ऐतिहासिक अल सल्वाडोर शांति समझौता कराया.

मौजूदा महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने अपने बधाई पत्र में इन घटनाओं का ज़िक्र किया है.

पत्र में लिखा गया है, “आप आश्वस्त महसूस करें कि मेरे साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र के सभी लोग एक महासचिव के रूप में विश्व को आपके योगदान की सराहना करते हैं. आपका दौर ऐसा रहा जिसने शीत युद्ध भी देखा और एक ऐसा दौर भी जिसमें संयुक्त राष्ट्र पहले से कहीं ज़्यादा सक्रिय रहा.” 

“आपके जीवन ने ना सिर्फ़ एक शतक पूरा किया है बल्कि आपकी ज़िन्दगी संयुक्त राष्ट्र के पूरे इतिहास से जुड़ी हुई है जब अपने संयुक्त राष्ट्र महासभा की पहली बैठक में शिरकत की थी.”

एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि अब ख़ुद संयुक्त राष्ट्र भी अपनी 75वीं वर्षगाँठ मना रहा है तो “इस संगठन में हम सभी हर दिन आपकी प्रभावशाली विरासत से सबक़ सीखने की कोशिश करते हैं”.