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काँगो में ख़सरे का प्रकोप रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद की अपील

कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में लुबुमबाशी के एक स्वास्थ्य केंद्र में एक मां अपने 3 महीने के बच्चे को ख़सरे का टीका लगवा रही है.
© UNICEF/Karel Prinsloo
कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में लुबुमबाशी के एक स्वास्थ्य केंद्र में एक मां अपने 3 महीने के बच्चे को ख़सरे का टीका लगवा रही है.

काँगो में ख़सरे का प्रकोप रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद की अपील

स्वास्थ्य

सभी देशों से काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य में ख़सरा बीमारी के व्यापक ख़तरे को देखते हुए सहायता बढ़ाने की अपील की गई है. काँगो पिछले क़रीब एक वर्ष से ख़सरा के भीषण प्रकोप से पीड़ित है और इस बीमारी का वहाँ दुनिया में सबसे घातक रूप देखने को मिल रहा है. काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में वर्ष 2019 की शुरुआत से ख़सरा से अब तक छह हज़ार से अधिक लोगों की मौत होने की ख़बरें हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मंगलवार को कहा कि साल 2019 के शुरू से अब तक लगभग तीन लाख 10 हज़ार लोगों के ख़सरा की चपेट में आने के संदिग्ध मामले सामने आ चुके हैं.

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2019 में संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी और उसके साझेदारों ने काँगो के अधिकारियों के साथ मिलकर पांच साल से कम उम्र के 1 करोड़ 80 लाख से अधिक बच्चों को ख़सरा से बचाने वाला टीकाकरण किया है.

हालांकि कुछ क्षेत्रों में टीकाकरण कम रहा जिसमें एक चौथाई मामलों में अधिकतर पांच साल के कम के बच्चे थे.

अफ्रीका के लिए डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर मत्शिदीसो मोईती का कहना है, “हम इस महामारी पर क़ाबू पाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. फिर भी वास्तव में सफल होने के लिए हमें ये सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी बच्चे को ऐसी बीमारी से मृत्यु होने का अनावश्यक जोखिम न उठाना पड़े, जो आसानी से एक वैक्सीन से रोकी जा सकती है.”

प्रयासों में बाधा

यूएन एजेंसी ने दिसंबर 2019 में सामुदायिक कार्य, स्वास्थ्य शिक्षा और निगरानी का संचालन करने के लिए 60 स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जिन्हें जल्द ही तैनात किया जाएगा.

ख़सरा का ये प्रकोप इसलिए हो रहा है क्योंकि काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य इसके अलावा देश के पूर्वी हिस्से में सबसे ख़तरनाक इबोला महामारी समेत अन्य कई ऐसी बीमारियों से जूझ रहा है जो महामारी का रूप ले सकती हैं. 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि कमज़ोर सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली और संवेदनशील आबादी तक पहुंचने में कठिनाई के कारण हालात ‘बदतर’ हो गए हैं, वहीं कई क्षेत्रों में ख़राब सुरक्षा स्थिति के कारण प्रयासों में बाधा आई है.

राहत कार्यों के लिए अब तक 2 करोड़ 70 लाख डॉलर से अधिक की रक़म जुटाई जा चुकी है. हालांकि छह महीने की एक योजना के लिए अतिरिक्त 4 करोड़ डॉलर की रक़म की आवश्यकता होगी, जिससे 6 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को भी टीकाकरण में शामिल किया जा सके.  

इस धनराशि के ज़रिए बेहतर इलाज, स्वास्थ्य शिक्षा और सामुदायिक सहायता में सुधार समेत, स्वास्थ्य प्रणाली मज़बूत करने संबंधी प्रयासों में भी मदद मिलेगी. 

डीआरसी में डब्ल्यूएचओ के कार्यालय के प्रभारी अधिकारी डॉक्टर एमीदी प्रॉस्पर जिगुइमे का कहना था, “हम इस प्रकोप को समाप्त करने के प्रयासों के लिए सरकारी कोशिशों की सराहना करते हैं और अपने दानदाताओं की उदारता के लिए आभारी हैं. लेकिन "अभी और बहुत कुछ करने की ज़रूरत है."

“इस लंबी महामारी का बोझ काँगो के हज़ारों परिवारों की पीठ से उतारने के लिए हमारी मदद की ज़रूरत है. हम इस लक्ष्य को पर्याप्त धन के बिना हासिल नहीं कर सकते.”