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दक्षिण सूडान में मारी गई यूएन राहतकर्मी के बेटे का पिता से पुनर्मिलन

दक्षिण सूडान में एक घटना में लापता बच्चा का नौ सप्ताह बाद जुबा में अपने पिता से पुनर्मिलन. इस घटना में उसकी मां ने अपनी जान गंवा दी थी.
IOM Photo/Liatile Putsoa
दक्षिण सूडान में एक घटना में लापता बच्चा का नौ सप्ताह बाद जुबा में अपने पिता से पुनर्मिलन. इस घटना में उसकी मां ने अपनी जान गंवा दी थी.

दक्षिण सूडान में मारी गई यूएन राहतकर्मी के बेटे का पिता से पुनर्मिलन

मानवीय सहायता

दक्षिण सूडान में सशस्त्र गुटों के दौरान लड़ाई की चपेट में आने से संयुक्त राष्ट्र प्रवासन एजेंसी की एक महिला कर्मचारी की मौत हो गई थी और उनके चार वर्षीय बेटे को अगवा कर लिया गया था. शुक्रवार को राजधानी जूबा में रिहाई के बाद बच्चे का अपने पिता के साथ भावनात्मक पुनर्मिलन हुआ. 

दक्षिण सूडान में यूएन प्रवासन एजेंसी के प्रमुख ज्यां-फ़िलिप चौज़ी ने कहा, "हम बहुत आभारी हैं कि लड़का सुरक्षित है और अंतत: दस हफ्तों से चल रही उसकी परेशानी का अंत हो गया है."

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बच्चा उस समय लापता हुआ जब 27 अक्टूबर को कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य की सीमा के क़रीब इसेबी में सशस्त्र समूहों के बीच लड़ाई छिड़ गई थी.

इस लड़ाई में बच्चे की मां समेत यूएन एजेंसी के एक पुरुष वॉलंटियर की जान चली गई थी. बाद में आईओएम को मिली जानकारी के अनुसार बच्चे को लेकर जान बचाकर भागी एक तीसरी महिला वॉलंटियर की भी घायल होने के बाद मृत्यु हो गई थी. 

ज्यां-फ़िलिप चौज़ी ने कहा, "बच्चे का अपने पिता से पुनर्मिलन हो गया है और हमारा ध्यान ये सुनिश्चित करने पर रहेगा कि उन दोनों को उचित मनोचिकित्सक परामर्श मिले."

प्रवासन एजेंसी ने बच्चे की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति को धन्यवाद दिया है.

संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी बच्चे और उसके पिता को परामर्श सेवाएं दे रही है. फ]fलहाल उसके नाम को गोपनीय रखा गया है. 

बच्चे की मां दक्षिण सूडान के सेंट्रल इक्वेटोरिया क्षेत्र में ईबोला बीमारी के 'एंट्री स्क्रीनिंग साइट' पर काम कर रही थीं.

उस समय यूएन एजेंसी के मानवीय राहतकर्मी दक्षिण सूडान, युगांडा और डीआरसी के सीमावर्ती क्षेत्रों में ईबोला स्क्रीनिंग पॉइंट्स पर काम कर रहे थे और इस जानलेवा बीमारी को फैलाने से रोकने में जुटे थे. 

प्रवासन एजेंसी के प्रमुख ज्यां-फ़िलिप चौज़ी ने कहा, "हम छोटे बच्चे की सुरक्षित वापसी पर ख़ुश हैं, लेकिन हमारा दिल भारी भी है क्योंकि हमें पता चला है कि उसी समय क़ब्ज़े में लिए गए हमारे वॉलन्टियर की मौत हो गई है." 

अक्टूबर 2019 में हुई इस घटना के बाद यूएन एजेंसी ने ईबोला की स्क्रीनिंग के लिए बनाए गए पांच स्थानों - इसेबी, बाज़ी, किरीकवा, लासू और ओकाबा - पर काम अस्थायी रूप से बंद कर दिया था.

हालांकि बाज़ी और ओकाबा में कार्य 18 नवंबर को बहाल कर दिया गया था, लेकिन क्षेत्र में व्याप्त असुरक्षा और सशस्त्र समूहों की मौजूदगी को देखते हुए तीन अन्य को बंद रखा गया है.