भ्रष्टाचार का दानव लील रहा है विकास की संभावनाएँ, एकजुटता की ज़रूरत
विश्व भर में हर साल खरबों डॉलर की रक़म या तो रिश्वतख़ोरी या फिर भ्रष्ट तरीकों की भेंट चढ़ जाती है जिससे क़ानून के शासन की अहमियत तो कम होती ही है, साथ ही मादक पदार्थों, हथियारों और लोगों की अवैध तस्करी को भी बढ़ावा मिलता है. हर साल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने वाली खरबों डॉलर की ये रक़म वैश्विक घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के लगभग 5 फ़ीसदी के बराबर है. भ्रष्टाचार से एक बेहतर दुनिया बनाने के प्रयासों के रास्ते में भारी रुकावट पैदा होती है.
भ्रष्टाचार विरोधी दिवस के मौक़े पर संयुक्त राष्ट्र के अपराध निरोधक कार्यालय के प्रमुख यूरी फ़ेदोतॉफ़ ने कहा है कि ऐसे में जब हम टिकाऊ विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कार्रवाई दशक में दाख़िल हो रहे हैं तो भ्रष्टाचार उन्मूलन और स्वच्छ प्रशासन को बढ़ावा देने के प्रयास बढ़ाना भी बेहद ज़रूरी है... "किसी को भी पीछे ना छोड़ देने का संकल्प पूरा करने के लिए भी ऐसा करना बहुत ज़रूरी" है.
Educate #YouthForJustice!One of the best ways to fight #corruption is to build resilience by teaching📓young people values of integrity.Young people are powerful drivers🕹️for corruption-free & inclusive societies for #sustainabledevelopment.#UnitedAgainstCorruption #IACD2019 pic.twitter.com/bSPgd8prDH
UNODC
संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष तिजानी मोहम्मद बाँडे ने भी ध्यान दिलाया है कि हर साल लगभग 2.6 ट्रिलियन डॉलर की रक़म भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है. अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस एक अच्छा मौक़ा है जब दुनिया भर में भ्रष्टाचार व रिश्वतख़ोरी के ख़िलाफ़ किए जा रहे प्रयासों को पहचाना जाए और उन्हें ज़्यादा बढ़ावा भी दिया जाए.
ड्रग्स और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय (UNODC) के कार्यकारी निदेशक यूरी फ़ेदोतॉफ़ ने हर साल 9 दिसंबर को मनाए जाने वाले भ्रष्टाचार विरोधी दिवस के मौक़े पर एक वक्तव्य जारी करके कहा, "भ्रष्टाचार से लोगों की रोज़मर्रा की ज़िन्दगी प्रभावित होती है."
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार संसाधनों और अवसरों की उपलब्धता के रास्ते में रुकावट पैदा करता है, साथ ही भ्रष्टाचार से सार्वजनिक संस्थानों में भरोसा कम होता है और सामाजिक संवाओं की अहमियत कम होती है.
"ऐसा होने से भ्रष्टाचार एक बेहतर दुनिया बनाने के हमारे प्रयासों में बड़ी रुकावट बनता है."
युवाओं की आवाज़ सुनें
यूएनओडीसी प्रमुख का कहना है, "हमें युवजनों की आवाज़ें ज़रूर सुननी होंगी."
लगभग दस साल तक भ्रष्टाचार निरोधक कन्वेंशन को लागू करने के प्रयासों के अच्छे नतीजे मिल रहे हैं. बहुत से देशों ने भ्रष्टाचार पर क़ाबू पाने के लिए विधायी कार्रवाई की है, अपने संस्थान मज़बूत किए हैं और देशों के बीच सहयोग भी बढ़ाया है.
यूएनओडीसी भ्रष्टाचार निरोधक कन्वेंशन को आसानी से समझने और उसे लागू करनें भी देशों की मदद करता है, साथ ही भ्रष्टाचार निरोधक एजेंडा को वैश्विक स्तर पर प्रमुखता से आगे बढ़ाने में भी मदद करता है.
यूरी फ़ेदोतदॉफ़ ने बताया, "इन प्रयासों के तहत साल 2021 में पहली बार महासभा का एक विशेष सत्र भी होने वाला है जिसके लिए हमें सटीक तैयारियाँ करनी हैं."
उन्होंने कहा, "इस विशेष सत्र के लिए समावेशी माहौल बनाने के लिए हमें युवाओं की आवाज़ें सुननी होंगी जो पारदर्शिता की माँग कर रहे हैं, साथ ही उनके समुदायों में समुचित कार्रवाई करके भी प्रगति दिखानी होगी."
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने भी यूरी फ़ेदोतॉफ़ के विचारों से सहमति व्यक्त करते हुए कहा, "लोगों का क्रोधित होना जायज़ है. भ्रष्टाचार से हमारे समाजों के वजूद और बेहतरी, हमारे बच्चों के भविष्य और हमारे पृथ्वी ग्रह के लिए जोखिम पैदा होता है. भ्रष्टाचार का मुक़ाबला हम सभी को एकजुट होकर करना होगा."
यूएन प्रमुख का कहना था, "और जैसाकि हम महत्वाकांक्षी जलवायु कार्रवाई और एक न्यायसंगत वैश्वीकरण के लिए युवाओं की सक्रियता देख रहे हैं, ये देखकर प्रेरणा महसूस होती है कि युवजन भ्रष्टाचार और उससे संबंधित गतिविधियों का ख़ात्मा करने के लिए आगे बढ़कर जवाबदेही और न्याय की भी माँग कर रहे हैं."
एंतोनियो गुटेरश ने कहा, "इस अंतरराष्ट्रीय दिवस पर मैं दुनिया भर में सभी लोगों से आग्रह करता हूँ कि भ्रष्टाचार का ख़ात्मा करने के लिए रचनात्मक समाधान तलाश करने में अपने प्रयास जारी रखें. इससे पूरी दुनिया के लोगों को बहुमूल्य संसाधन सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी."
शिक्षा व भ्रष्टाचार का नाता
महासभा अध्यक्ष का कहना था, "वित्त व विकास पर आदीस अबाबा एक्शन एजेंडा के अनुसार अगर हमें 2030 के टिकाऊ विकास एजेंडा के लक्ष्य हासिल करने हैं तो हम सभी को भ्रष्टाचार से सख़्ती से निपटना होगा."
"भ्रष्टाचार धन व संसाधनों को ग़रीबी दूर करने के प्रयासों से हटा देता है. भ्रष्टाचार की वजह से समाज में टकराव और संघर्ष पनपते और बढ़ते हैं. मैंने ग़रीबी उन्मूलन और गुणवत्ता वाली शिक्षा को महासभा के 74वें सत्र के लिए प्रमुख प्राथमिकताओं के तौर पर निर्धारित किया है."
उनका कहना था कि भ्रष्टाचार के कारण गुणवत्ता वाली शिक्षा की उपलब्धता भी बाधित होती है, साथ ही भ्रष्टाचार की धारणा का असरदार तरीक़े से मुक़ाबला करने शिक्षा भी एक अति महत्वपूर्ण पहलू है. अच्छी शिक्षा के ज़रिए ही ऐसी धारणा और हिम्मत विकसित होती है जिसमें भ्रष्टाचार को सहन नहीं किया जाता.
"हम जिस तरह से युवजनों को शामिल करते हैं उसी से टिकाऊ विकास और शांति की संभावनाएँ तय होंगी. भ्रष्टाचार का मुक़ाबला करने के टिकाऊ समाधानों के लिए युवाओं को न्याय के लिए सशक्त व सक्रिय बनाना बेहद अहम औज़ार है."
उन्होंने कहा कि कोई भी देश भ्रष्टाचार से अछूता नहीं है और भ्रष्टाचार से मुक्ति पाना वैश्विक स्तर पर एक गंभीर चुनौती बन चुका है. "इस भ्रष्टाचार विरोधी दिवस पर आइए, हम सभी इस दानव के ख़िलाफ़ लड़ाई के लिए फिर से समर्पित करें, जिसमें सहयोग व साझेदारियाँ शामिल हों."