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इराक़ में निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर हमलों की कड़ी निंदा 

इराक़ में यूएन की विशेष प्रतिनिधि ने बग़दाद के तहरीर चौराहे पर लोगों से मुलाक़ात की.
UNAMI
इराक़ में यूएन की विशेष प्रतिनिधि ने बग़दाद के तहरीर चौराहे पर लोगों से मुलाक़ात की.

इराक़ में निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर हमलों की कड़ी निंदा 

शान्ति और सुरक्षा

इराक़ में संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अधिकारी जैनीन हैनिस-प्लासशर्ट ने शुक्रवार रात को बग़दाद में हथियारबंद मिलिशिया द्वारा निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाए जाने की कड़ी निंदा की है. इस घटना में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है और अनेक घायल हुए हैं. यूएन अधिकारी ने कहा है कि बिना किसी देरी के दोषियों की पहचान कर उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए.  

इराक़ में संयुक्त राष्ट्र महासचिव की विशेष प्रतिनिधि हैनिस-प्लासशर्ट ने कहा, “निहत्थे प्रदर्शनकारियों को हथियारबंद तत्वों द्वारा जानबूझकर मारा जाना इराक़ी जनता के ख़िलाफ़ अत्याचार से कम नहीं है.”

उन्होंने इराक़ी सैन्य बलों से अपील की है कि शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे लोगों की सुरक्षा में कोई क़सर नहीं छोड़ी जानी चाहिए.

उन्होंने साथ ही विरोध प्रदर्शनों में शामिल लोगों से भी अनुरोध किया है कि शांति बनाए रखने के लिए उन्हें प्रशासन के साथ सहयोग करना चाहिए.

इराक़ में शुक्रवार रात प्रदर्शनों में अनेक लोगों के मारे जाने की रिपोर्टें मिली हैं जबकि 100 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं.

ख़बरों के मुताबिक़ अज्ञात बंदूकधारियों ने केंद्रीय बग़दाद में सरकार-विरोधी प्रदर्शनकारियों को रात के समय निशाना बनाया.

यूएन की विशेष दूत ने मृतकों व घायलों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है और कहा है कि शांतिपूर्ण ढंग से एकत्र होने और अभिव्यक्ति की आज़ादी जैसे बुनियादी अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट होकर काम करना अहम है.

चार दिन पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को जानकारी देते हुए उन्होंने बताया था कि मातृभूमि के लिए प्रेम के कारण ही हज़ारों इराक़ी लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं ताकि देश अपनी संभावनाएँ हासिल कर सके.

लेकिन अपनी आवाज़ सुनाने की उन्हें अकल्पनीय क़ीमत चुकानी पड़ रही है. 

एक अक्टूबर 2019 को शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों में 400 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है और 19 हज़ार से ज़्यादा घायल हुए हैं.

देश में व्याप्त भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी और लचर सार्वजनिक सेवाओं के कारण लोग बड़ी संख्या में सड़कों पर आकर अपना रौष प्रकट कर रहे हैं.