अफ्रीका औद्योगिकरण दिवस पर हरित व स्वच्छ विकास की पुकार
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने तमाम नेताओं से ऐसी आर्थिक प्रगति के लिए काम करने का आहवान किया है जिससे लोगों और पृथ्वी दोनों का ही टिकाऊ भला हो. यूएन प्रमुख ने ये संदेश ऐसे मौक़े पर दिया है जब अफ्रीकी देश एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते को लागू करने के लिए तैयारी कर रहे हैं.
महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने ये अपील 20 नवंबर को मनाए जा रहे अफ्रीका औद्योगिकरण दिवस के मौक़े पर जारी की है.
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा है कि अफ्रीकी देशों में टिकाऊ व समावेशी आर्थिक प्रगति के लिए औद्योगिक विकास बहुत महत्वपूर्ण है.
उनका कहना है कि वैसे तो अफ्रीका क्षेत्र में निर्माण कार्य बाक़ी दुनिया के मुक़ाले काफ़ी तेज़ी से हो रहा है, मगर इसे और भी ज़्यादा तेज़ करने की ज़रूरत है.
अफ्रीका महाद्वीपीय मुक्त व्यापार समझौता 2018 में शुरू हुआ था जो क़रीब तीन ट्रिलियन व एक अरब से ज़्यादा लोगों के आधार वाले बाज़ार में काम करेगा.
साथ ही, निर्माण क्षेत्र का वजूद साल 2025 तक बढ़कर दोगुना होने की उम्मीद है जिसमें लाखों लोगों को कामकाज मिलेगा.
"मैं अफ्रीकी देशों से एक ऐसी औद्योगिक नीति में एक समग्र रुख़ अपनाए जाने का आहवान करता हूँ जिसे मज़बूत व बहु-साझेदारियाँ करके, हरित व स्वच्छ औद्योगिकरण रणनीति के ज़रिए आगे बढ़ाया जाए. इसमें समान आर्थिक अवसरों को बढ़ावा दिया जाए और जलवायु संकट की तात्कालिकता का भी ध्यान रखा जाए."
महासचिव ने अफ्रीका के टिकाऊ विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिबद्धता की तरफ़ ध्यान दिलाते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2016 से 2025 के दशक को अफ्रीका के लिए तीसरा औद्योगिक विकास दशक घोषित किया है.
इसके परिणामस्वरूप संयुक्त राष्ट्र औद्योगिकरण संगठन (यूनीडो) अफ्रीका महाद्वीप के देशों को तकनीकी सहायता का स्तर बढ़ाएगा.
यूनीडो प्रोद्योगिकी स्थानांतरण, कृषि-व्यवसाय, नवीकरण ऊर्जा और विशेष आर्थिक क्षेत्रों व औद्योगिक पार्कों का निर्माण करने के क्षेत्रों में अन्य यूएए एजेंसियों के साथ साझेदारी में काम करेगा.