अशोक ट्रस्ट को पर्यावरण संरक्षण के लिए ‘यूनेस्को सुल्तान क़बूस’ सम्मान

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में सक्रिय योगदान करने के लिए इस वर्ष का ‘यूनेस्को सुल्तान क़बूस पुरस्कार’ भारत के बेंगलुरू शहर में स्थित ‘अशोक ट्रस्ट फ़ॉर रीसर्च इन इकॉलाजी एंड द एनवायरनमेंट’ संगठन को दिए जाने की घोषणा की है. यह पुरस्कार पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ विकास के काम में सामाजिक न्याय को सुनिश्चित करने वाली गतिविधियों को पहचानते हुए दिया जाएगा.
अशोक ट्रस्ट को यूनेस्को के इस पुरस्कार के लिए अंतरराष्ट्रीय चयन समिति की सिफ़ारिश के आधार पर चुना गया है.
पुरस्कार वितरण समारोह हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में 20 नवंबर को ‘वर्ल्ड सायंस फ़ॉरम’ के दौरान आयोजित किया जाएगा.
अशोक ट्रस्ट ने पर्यावरण को संरक्षित रखने के लिए सहभागिता सुनिश्चित करने पर ज़ोर दिया है.
इसके तहत भारत के पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम और पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग क्षेत्र में संरक्षण योजनाओं और टिकाऊ आजीविका के साधनों को सृजित कर उन्हें बढ़ावा दिया गया.
साथ ही पश्चिमी घाट क्षेत्र में नई प्रजातियों की खोज में योगदान देने, भारत की जैवविविधता के प्रति जागरूकता बढ़ाने और पर्यावरण के क्षेत्र में नेतृत्व तैयार करने में संगठन की भूमिका को पहचाना गया है.
‘अशोक ट्रस्ट’ नामक संगठन पर्यावरणीय मुद्दों पर काम कर रहे शीर्ष 20 थिंक-टैंक संगठनों में शामिल है और पर्यावरण व विकास में सामाजिक न्याय को समाहित करने के लिए नीति, शिक्षा व ज्ञान के प्रसार में मदद करता है.
‘अशोका ट्रस्ट’ भारत के कई क्षेत्रों में विविध पर्यावरणों को सहेज कर रखने के काम में जुटा है.
इनमें पूर्वी हिमालय क्षेत्र, यूनेस्को बायोस्फ़ेयर रिज़र्व, वैस्टर्न घाट्स वर्ल्ड हैरिटेज़ साइट, काज़ीरंगा और मानस नेशनल पार्क सहित अन्य इलाक़े शामिल हैं.
ओमान के सुल्तान क़बूस बिन सैद अल सैद के वित्तीय सहयोग से पर्यावरण संरक्षण के लिए ‘यूनेस्को सुल्तान क़बूस पुरस्कार’ शुरू किया गया था और ये हर वर्ष दिया जाता है.
पुरस्कार के तौर पर एक डिप्लोमा, मैडल और एक लाख डॉलर की धनराशि प्रदान की जाती है.