ग़ाज़ा: आम नागरिकों पर हमले किसी भी तरह से 'जायज़ नहीं'
ग़ाज़ा में मंगलवार को इसराइल द्वारा इस्लामिक जेहाद संगठन के नेता को निशाना बनाकर मारे जाने के बाद इसराइल पर बड़ी संख्या में रॉकेट दागे गए हैं. बिगड़ते हालात के बीच मध्य पूर्व शांति प्रक्रिया में यूएन के विशेष समन्वयक निकोलाय म्लादेनोफ़ ने ग़ाज़ा से इसराइल पर किए जा रहे रॉकेट हमलों और इसराइल की कार्रवाई के बाद बिगड़ते हालात पर गहरी चिंता जताई है.
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, इसराइली कार्रवाई में संगठन के नेता के अलावा उनकी पत्नी सहित अन्य लोगों की भी मौत हुई थी.
निकोलाय म्लादेनोफ़ ने बुधवार को अपने एक बयान में फ़लस्तीनी इस्लामिक जेहाद और इसराइल के बीच जारी तनाव के और ज़्यादा गहराने पर आशंका ज़ाहिर की है कि हालात और भी ज़्यादा ख़राब हो सकते हैं इसलिए तनाव को जल्द दूर किया जाना होगा.
इस बीच हमास के नियंत्रण वाले ग़ाज़ा में स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक़ बुधवार को इसराइल द्वारा बदले की कार्रवाई की गई जिसमें तीन बच्चों सहित 13 फ़लस्तीनियों की मौत हुई है.
मंगलवार से अब तक मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 23 हो गया है.
संयुक्त राष्ट्र के विशेष समन्वयक ने बताया, “आबादी वाले इलाक़ों में अंधाधुंध ढंग से रॉकेट और मोर्टार बमों का दागा जाना पूरी तरह अस्वीकार्य है और तत्काल रुकना चाहिए. आम नागरिकों पर हमले को किसी भी तरह से जायज़ नहीं ठहराया जा सकता.”
उन्होंने स्पष्ट किया कि मौजूदा हालात का इस रूप में जारी रहना बेहद ख़तरनाक है.
“गंभीर सामाजिक आर्थिक हालात से घिरे ग़ाजा में स्थिति बेहतर बनाने के प्रयासों को कमज़ोर बनाने का यह एक और प्रयास है.”
उन्होंने कहा कि तबाही लाने वाले हिंसक संघर्ष को रोका जाना होगा. “यूएन तनावपूर्ण स्थिति को सामान्य बनाने के लिए प्रयासों में जुटा है.”
इसराइल के सुरक्षा बलों का कहना है कि दो दिनों से जारी लड़ाई में अब तक 100 रॉकेट इसराइल में दागे जा चुके हैं और इन घटनाओं में 50 लोग घायल हुए हैं.
फ़लस्तीनी इस्लामिक जेहाद ने कथित रूप से पुष्टि की है कि ग़ाज़ा में उसके सैन्य विंग के सदस्य मारे गए हैं.