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इथियोपियाई पीएम को नोबेल शांति पुरस्कार पर बधाई

इधियोपिया के प्रधानमंत्री आबिय अहमद आदिस अबाबा में वर्ल्ड प्रेस फ़्रीडम को संबोधित करते हुए.
UNESCO/Vintage Pixels
इधियोपिया के प्रधानमंत्री आबिय अहमद आदिस अबाबा में वर्ल्ड प्रेस फ़्रीडम को संबोधित करते हुए.

इथियोपियाई पीएम को नोबेल शांति पुरस्कार पर बधाई

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र ने इथियोपिया के प्रधानमंत्री आबिय अहमद को वर्ष 2019 का नोबेल शांति पुरस्कार जीतने पर बधाई दी है. यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इथियोपिया और एरीट्रिया के बीच मेलमिलाप क़ायम करने और शांति समझौते में उनकी भूमिका की सराहना की है.

नॉर्वे की नोबेल पुरस्कार समिति ने रेखांकित किया है कि आबिय अहमद को शांति और अंतरराष्ट्रीय सहयोग में उनके प्रयासों के लिए सम्मानित किया जा रहा है – विशेषकर इथियोपिया और एरीट्रिया में सीमा संघर्ष को समाप्त करने में उनकी भूमिका के लिए.

अप्रैल 2018 में कार्यभार संभालने के बाद से आबिय अहमद ने एरीट्रिया के साथ मेलजोल बढ़ाने के प्रयास किए. एरीट्रिया पहले इथियोपिया का ही एक प्रांत था. एरीट्रिया की राजधानी असमारा में एक ऐतिहासिक बैठक के बाद दोनों देशों के बीच पिछले दो दशक से चला आ रहा संघर्ष पर विराम लगाने में सफलता मिली.

यूएन महासचिव ने एक बयान जारी कर कहा है कि, “मैंने अक्सर कहा है कि अफ़्रीका में बदलाव की बयार चल रही है. प्रधानमंत्री आबिय अहमद इसका एक प्रमुख कारण हैं.”

महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि के सहारे इथियोपिया और एरीट्रिया का मेलमिलाप हुआ जो एक ऐतिहासिक घटनाक्रम है. दोनों देशों के बीच हुए शांति समझौते पर हस्ताक्षर के उस क्षण का प्रत्यक्ष तौर पर अनुभव करने के लिए यूएन प्रमुख स्वयं मौजूद थे.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व ने अफ़्रीका में अन्य देशों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया है और दर्शाया है कि लोगों के हितों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए.

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) की महानिदेशक ऑड्री अज़ोले ने भी इथियोपियाई प्रधानमंत्री को बधाई दी है.

ट्विटर पर अपने एक संदेश में उन्होंने कहा कि शांति और संवाद के लिए उनके निर्णायक संकल्प को पांच महीने पहले ही तब पहचाना गया था जब उन्हें यूनेस्को का सर्वोच्च शांति सम्मान दिया गया था.

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) के प्रमुख फ़िलिपो ग्रैन्डी ने भी उनके प्रयासों की सराहना करते हुए कहा है कि इससे क्षेत्र और उससे बाहर भी शांति लाने में मदद मिली है.