वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

जर्मनी में यहूदी उपासना स्थल पर हमले की कड़ी निंदा

यूएन महासचिव न्यूयॉर्क में एक यहूदी उपासना स्थल में आयोजित प्रार्थना सभा को संबोधित करते हुए.
UN Photo/ Rick Bajornas
यूएन महासचिव न्यूयॉर्क में एक यहूदी उपासना स्थल में आयोजित प्रार्थना सभा को संबोधित करते हुए.

जर्मनी में यहूदी उपासना स्थल पर हमले की कड़ी निंदा

शान्ति और सुरक्षा

जर्मनी में हाले शहर में एक यहूदी उपासना स्थल के बाहर बुधवार को हुए हमले में दो लोगों की मौत हो गई है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने इस हमले को ग़ैर-यहूदीवाद का त्रासद प्रकटीकरण बताते हुए उसकी कड़े शब्दों में निंदा की है.

यह हमला पूर्वी जर्मनी के हाले शहर में योम किप्पूर के दिन किया गया जो यहूदियों के लिए पवित्रतम दिनों में गिना जाता है. इसे ‘द डे ऑफ़ एटोनमेंट’ या ‘प्रायश्चित का दिन’ भी कहा जाता है.  

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार कथित हमलावर एक दक्षिणपंथी चरमपंथी है. 

हमले के समय उसने एक सैनिक जैसी पोशाक पहन रखी थी और वीडियो कैमरा लगाया हुआ था और हमले का सीथा प्रसारण ऑनलाइन किया जा रहा था.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टेफ़ान दुजारिक की ओर से जारी एक बयान में इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की गई है.

“वह इसे बढ़ते ग़ैर-यहूदीवाद की एक और त्रासद प्रकटीकरण के रूप में देखते हैं जिसे योम किप्पूर के पवित्र दिन किया गया. इस तरह की मानसिकता से दृढ़ संकल्प के साथ लड़ने की ज़रूरत बताई गई है.”

सितंबर 2019 में महासचिव गुटेरेश ने धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र की कार्ययोजना पेश की थी.

इस कार्ययोजना का उद्देश्य धार्मिक स्थलों का हमलों से बचाव करना और उनमें उपासना और प्रार्थना के लिए आने वाले श्रृद्धालुओं को सुरक्षा प्रदान करना है.

यूएन महासचिव की ओर से जारी बयान में सरकारों से इस कार्ययोजना को समर्थन देने की अपील की गई है.

इसमें कहा गया है कि विश्व भर में उपासना स्थल चिंतन और शांति के लिए सुरक्षित शरणगाह हैं, ख़ूनख़राबे और आतंक के नहीं.