क्योटो मेंं आगज़नी के पीड़ितों के प्रति संवेदना

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि जापान के क्योटो शहर के एक एनीमेशन स्टूडियो में आगज़नी में 33 लोगों के मारे जाने से उन्हें गहरा दुख हुआ है. जापान के इतिहास में इस घटना को सामूहिक जनसंहार की सबसे दर्दनाक घटनाओं में माना जा रहा है.
महासचिव एंतोनियो गुटेरेश के प्रवक्ता की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि क्योटो में आगज़नी हमले में लोगों की मौत होने पर महासचिव बेहद दुखी हैं.
उन्होंने पीड़ितों के परिवारों, लोगों और सरकार के प्रति अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए हमले में घायल लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है.
जापान की पुलिस ने उस व्यक्ति की पहचान कर ली है जिस पर गुरुवार को क्योटो शहर में स्थित एक स्टूडियो क्योटो एनीमेशन (क्योएनी) में आग लगाने का संदेह है.
पुलिस का कहना है कि आगज़नी के संदिग्ध के पास ज्वलनशील तरल पदार्थ की कैन थी जिसे स्टूडियो की इमारत के अलग-अलग हिस्सों में छिड़का गया और फिर उसमें आग लगा दी गई.
कुछ मीडिया रिपोर्टों में प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया गया है कि जब संदिग्ध को गिरफ़्तार किया गया तो उसने आरोप लगाया कि कंपनी ने उसके विचारों को चुराकर इस्तेमाल किया था.
जिस समय इमारत में तेज़ी से आग फैली उस दौरान वहां क़रीब 70 लोग मौजूद थे. 30 लोगों को अस्पताल ले जाया गया. अधिकतर लोगों की मौत आग से बचकर बाहर निकलने का प्रयास करते हुए सीढ़ियों के रास्ते में हुई.
यूएन प्रमुख ने भरोसा दिलाया कि इस त्रासदीपूर्ण समय में संयुक्त राष्ट्र जापान की सरकार और जनता के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़ा है.
ख़बरों के मुताबिक़ क्योटों में आगज़नी हमले का शिकार हुई इमारत के बाहर शुक्रवार को अनेक लोग एकत्र हुए जहां उन्होंने पीड़ितों के लिए प्रार्थना की और पुष्पांजलि अर्पित की.
क्योटो एनीमेशन कंपनी ने हाथ और कंप्यूटर से बनी एनीमेशन और ग्राफ़िक नॉवल (उपन्यास) बनाए हैं जो स्कूल जाने वाले किशोरों के जीवन पर केंद्रित हैं और बेहद लोकप्रिय हैं.
हाल ही में उनकी एक सीरिज़ ‘वायलट एवरगार्डन’ को इंटरनेट पर मनोरंजन चैनल नेटफ़्लिक्स ने अपने कार्यक्रमों में शामिल किया था.