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'उसने अपनी जान गंवाई ताकि मेरी ज़िंदगी बच सके'

प्राइवेट चिटेटे को मरणोपंरात मिला यूएन का सर्वोच्च शांतिरक्षक सम्मान.
Family of Private Chitete
प्राइवेट चिटेटे को मरणोपंरात मिला यूएन का सर्वोच्च शांतिरक्षक सम्मान.

'उसने अपनी जान गंवाई ताकि मेरी ज़िंदगी बच सके'

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक प्राइवेट चांसी चिटेटे ने अगर निस्वार्थ भाव से साहस का प्रदर्शन करते हुए कॉरपोरल अली खमीस ओमारी को सुरक्षित स्थान पर न खींचा होता तो उनकी जान बचना मुश्किल था. लेकिन हथियारबंद लड़ाकों का सामना करते हुए और अपने साथी सैनिक को बचाते समय मलावी के शांतिरक्षक प्राइवेट चिटेटे ने ख़ुद अपनी जान गंवा दी.  

प्राइवेट चिटेटे के साहसिक और निस्वार्थ कृत्य को शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र के न्यूयॉर्क मुख्यालय में एक समारोह में याद किया गया. मरणोपरांत प्राइवेट चिटेटे को कैप्टन म्बाये डियाने मेडल से भी सम्मानित किया गया जिसे उनके परिजनों को दिया गया. यह संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों के लिए सर्वोच्च सम्मान है.

संयुक्त राष्ट्र समाचार से बातचीत में तंज़ानिया के शांतिरक्षक कॉरपोरल ओमारी ने 14 नवंबर 2018 की उस घटना को याद किया. तब वह प्राइवेट चिटेटे और अन्य शांतिरक्षकों के साथ एक हथियारबंद मिलिशिया के लड़ाकों के सफ़ाए के लिए एक अभियान में हिस्सा ले रहे थे. ये हथियारबंद लड़ाके हमलों में आम नागरिकों को निशाना बना रहे थे और ईबोला वायरस की रोकथाम के लिए यूएन के प्रयासों को कमज़ोर कर रहे थे. 

“हमें किदिदिवे में नारू कैम्प जाने का निर्देश दिया गया था. यह एक साझा अभियान था जिसमें मलावी के शांतिरक्षक भी शामिल थे. वहां भीषण लड़ाई हो रही थी... मेरे पांव में गोली लग गई लेकिन सौभाग्य से मैं प्राइवेट चिटेटे के पास था और उन्होंने मेरे पांव में पट्टी बांध दी.”

तंज़ानिया के कॉरपोरल अली खमीस ओमारी.
UNIC Dar es Salaam
तंज़ानिया के कॉरपोरल अली खमीस ओमारी.


प्राइवेट चिटेटे ने कॉरपोरल ओमारी की जान बचाते हुए उनका प्राथमिक उपचार किया और फिर सुरक्षित स्थान पर खींच लिया जहां गोलियों का ख़तरा नहीं था. लेकिन ऐसा करते समय प्राइवेट चिटेटे को गोली लग गई और उनकी मौत हो गई. 

“ईमानदारी से कहूं तो मुझे बुरा लगता है. क्योंकि वह एक साथी शांतिरक्षक थे और हम साथ मिलकर अपनी ज़िम्मेदारी को निभा रहे थे. मैं सोचता हूं कि काश ये ऐसे न हुआ होता, लेकिन यह ईश्वर की मर्ज़ी है और मैं उनके लिए प्रार्थना करता हूं.”

प्राइवेट चिटेटे के साहसिक प्रयासों की बदौलत शांतिरक्षकों को उस इलाक़े से हथियारबंद लड़ाकों को खदेड़ने में मदद मिली जिससे ईबोला उन्मूलन के प्रयासों का रास्ता भी साफ़ हुआ. न्यूयॉर्क में आयोजित समारोह में महासचिव अंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि प्राइवेट चिटेटे ने निजी रूप से स्थिति को बेहतर बनाने का काम किया. 

कॉरपोरल ओमारी का कहना है कि इस घटना से उन्होंने बहुत कुछ सीखा है: संयम, सहयोग और देश द्वारा दी गई ज़िम्मेदारी को मेहनत से निभाना. उनके मुताबिक़ यूएन को शांतिरक्षकों को मदद और सहारा देते रहना होगा, साथ ही उनके द्वारा किए जाने वाले अच्छे कार्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ानी होगी.