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गृहयुद्ध और 'स्थाई विभाजन' के कगार पर खड़ा है लीबिया

त्रिपोली में हिंसा के दौरान ध्वस्त हुई इमारतें.
OCHA/Giles Clarke
त्रिपोली में हिंसा के दौरान ध्वस्त हुई इमारतें.

गृहयुद्ध और 'स्थाई विभाजन' के कगार पर खड़ा है लीबिया

शान्ति और सुरक्षा

लीबिया में राजनीतिक अस्थिरता से अब तक जो क्षति हुई है उससे उबरने में अभी वर्षों का समय लग सकता है लेकिन अगर त्रिपोली और आसपास के इलाक़ों में हिंसा को नहीं रोका गया तो गृहयुद्ध छिड़ने की आशंका है जिससे देश का स्थाई रूप से विभाजन भी हो सकता है. ये कहना है कि लीबिया में संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिनिधि घसन सलामे का जिन्होंने सुरक्षा परिषद को स्पष्ट शब्दों में स्थिति की गंभीरता से अवगत कराया है.

लीबियन नेशनल आर्मी के जनरल ख़लीफ़ हफ़्तार और उनके वफ़ादार सैनिकों का पूर्वी शहर बेनग़ाज़ी में नियंत्रण है जहां वे समानातंर प्रशासन चला रहे हैं और अब उन्होंने त्रिपोली का रुख़ किया है जहां अंतरिम सरकार के सुरक्षा बलों से उनकी लड़ाई हो रही है.

यूएन के विशेष प्रतिनिधि और लीबिया में संयुक्त राष्ट्र मिशन (UNSMIL) के प्रमुख घसन सलामे ने स्पष्ट किया कि सुरक्षा परिषद को ऐसी निराशाजनक जानकारी देना वह पिछले दो सालों से टाल रहे थे. अप्रैल 2019 में लड़ाई शुरू होने के बाद से अब तक 460 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें 29 आम नागरिक हैं.  2,400 लोग घायल भी हुए हैं. 75 हज़ार लोगों को अपना घर छोड़कर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है जिनमें महिलाएं और बच्चे भी हैं.

हिंसा शुरू होने से पहले एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किए जाने की तैयारियां चल रही थी जिसमें देश भर से 150 प्रतिनधियों को शामिल होना था. सम्मेलन को यूएन का समर्थन प्राप्त था लेकिन फिर उसे टालना पड़ा.

“सम्मेलन के संभावित नतीजों का लोग गर्मजोशी से इंतज़ार कर रहे थे जो लीबिया में आठ साल से चले आ रहे संक्रमण काल को ख़त्म करने का एक ज़रिया हो सकता था.” लेकिन लड़ाई फिर छिड़ने से उन्हें गहरा दुख हुआ है और शांति का अवसर चला गया है.

पूरे क्षेत्र में ख़ूनख़राबे का ख़तरा

घसन सलामे ने कहा कि वह बेवजह निराशा नहीं बढ़ाना चाहते लेकिन त्रिपोली के आसपास के इलाक़ों में जारी हिंसा एक लंबे और ख़ूनख़राबे से भरे युद्ध की शुरुआत है और इससे लीबिया के पड़ोसी देशों की सुरक्षा के लिए भी ख़तरा बढ़ जाएगा.

उन्होंने चिंता जताई कि दक्षिणी लीबिया में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने काले झंडे फहराने शुरू कर दिए हैं और हाल के दिनों में चार हमले किए हैं जिसमें 17 लोग मारे गए हैं, 10 ज़ख़्मी हुए हैं और आठ को अगवा किया गया है.

सुरक्षा परिषद को लीबिया में स्थिति से अवगत कराते विशेष प्रतिनिधि घसन सलामे.
UN Photo/Loey Felipe
सुरक्षा परिषद को लीबिया में स्थिति से अवगत कराते विशेष प्रतिनिधि घसन सलामे.

 

“चरमपंथियों, अंतरराष्ट्रीय पाबंदी के असर का सामना कर रहे लोगों और अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय द्वारा वांछित व्यक्तियों के लड़ाई के मैदान में होने की रिपोर्टें मिली हैं. सभी पक्षों को ऐसे लोगों से ख़ुद को बिना देरी के अलग कर लेना चाहिए  और जिनके ख़िलाफ़ गिरफ़्तारी का वॉरंट है उनके बारे में आपराधिक न्यायालय को सूचना दी जानी चाहिए.”

लीबिया में विरोधी गुटों को कुछ देशों द्वारा हथियार मुहैया कराए जाने और हवाई हमलों और बमबारी में एम्बुलेंस को निशाना बनाए जाने पर उन्होंने दुख ज़ाहिर किया.

लीबियाई नागरिकों के साथ है संयुक्त राष्ट्र

विशेष प्रतिनिधि सलामे ने कहा कि त्रिपोली और बेनग़ाज़ी से ग़ैरज़रूरी कर्मचारियों को हटाने के बावजूद संयुक्त राष्ट्र लीबिया में लोगों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है. फ़िलहाल 42 हज़ार से ज़्यादा लोगों को राहत दी जा रही है.

लीबिया में 30 मार्च को स्थानी चुनाव लोकतांत्रिक ढंग से संपन्न हुए और उनमें हिस्सेदारी के ज़रिए जनता ने अपने संकल्प का परिचय दिया है. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि आगे का रास्ता दिखाने वाली लोकतंत्र की रोशनी को जलाए रखना अहम है.

“इसका कोई सैन्य समाधान नहीं है और जिन लोगों के मन में यह भ्रम है, समय आ गया है कि वे अपनी आंखें खोलें और इस वास्तविकता का सामना करें. लीबिया में शासन के लिए ज़रूरी है कि उसे पूरे देश में विविध समुदायों के बीच गठबंधनों और रिश्तों के साथ चलाया जाए.”

घसन सलामे ने कहा कि लीबिया के लिए एक बेहतर भविष्य अब भी संभव है लेकिन उस दिशा में जल्द से जल्द प्रयासों की अहमियत को समझा जाना होगा. इसके लिए सुरक्षा परिषद से सैन्य समाधान के बजाए राजनीतिक ज़रियों का सहारा लेते हुए तत्काल कदम उठाने का अनुरोध किया गया है.

“लीबिया में पूरी तरह से गृहयुद्ध छिड़ना अनिवार्य नहीं है. यह कुछ पक्षों के चाहने और बाक़ी के कुछ न करने की वजह से हो सकता है. मैंने सुना है कि लीबियाई नागरिक कई महीनों और सालों तक चलने वाले संघर्ष के लिए ख़ुद को तैयार कर रहे हैं. मेरा और राष्ट्रों के इस परिवार का फ़र्ज़ है कि उन्हें बताया जाए: नहीं. आपको लड़ाई रोकने की ज़रूरत है और अपने प्रियजनों, देश के लिए और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए इसे अभी रोकना होगा.”