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सूडान: संवाद के ज़रिए संकट का समाधान तलाशने की अपील

सूडान की राजधानी खार्तूम का एक दृश्य.
WFP/Abeer Etefa
सूडान की राजधानी खार्तूम का एक दृश्य.

सूडान: संवाद के ज़रिए संकट का समाधान तलाशने की अपील

मानवाधिकार

सूडान प्रशासन का सबसे अहम दायित्व विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को सुरक्षा प्रदान करना है. सरकार विरोधी प्रदर्शनों में 70 लोगों तक मारे जाने की रिपोर्टों के बीच संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाशलेट ने मौजूदा हालात पर चिंता ज़ाहिर करते हुए कहा है कि आपसी बातचीत के ज़रिए शांतिपूर्ण ढंग से समाधान तलाशा जाना चाहिए.

अभी तक मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षा बलों द्वारा प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाने और आंसू गैस का इस्तेमाल करने की आशंका जताई गई है. इससे पहले पिछले साल दिसंबर में भी बढ़ती महंगाई के विरोध में सूडान में प्रदर्शन हुए थे.

जिनिवा में मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय की प्रवक्ता रवीना शमदासानी ने बताया कि सूडानी सुरक्षा बलों द्वारा अत्यधिक बल प्रयोग किया जा रहा है जिससे मानवाधिकार प्रमुख चिंतित हैं. यूएन कार्यालय के मुताबिक़ स्थिति बिगड़ने के बाद से अब तक कई मौतों की सूचना मिली है.

“स्पष्ट है कि बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है.” रवीना शमदासानी ने माना कि इन हालात में मृतकों की सही संख्या का पता कर पाना या मौतों के लिए ज़िम्मेदार लोगों की पहचान करना मुश्किल है क्योंकि देश में सुरक्षा बल अलग अलग पक्षों की ओर हो गए हैं.

“हम सूडान प्रशासन के साथ संपर्क में बने हुए हैं और उन्होंने असल में हमारे कार्यालय को को आमंत्रित किया है और हम उनसे विमर्श कर रहे हैं. हम सरकार और सुरक्षा बलों से अपील करते हैं कि शांतिपूर्ण ढंग से एकत्र होने के अधिकार का सम्मान होना चाहिए और अभिव्यक्ति की आज़ादी का भी. आर्थिक और सामाजिक शिकायतों के चलते उपजी इस बेहद जटिल स्थिति को सुलझाने के लिए अर्थपूर्ण संवाद का सहारा लिया जाना चाहिए.”

यूएन मानवाधिकार हाई कमिश्नर की इस अपील से पहले संयुक्त राष्ट्र राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने भी सूडान में स्थिति पर नज़दीकी से नज़र रखने की बात कही थी.

अपने एक वक्तव्य में महासचिव गुटेरेश ने सभी पक्षों से अधिकतम संयम बरतने, हिंसा से बचने और हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों को रिहा कर देने की अपील की. यूएन प्रमुख ने ध्यान दिलाया कि सूडान के लोगों की सहमति से अगर मौजूदा संकट को सुलझाने के लिए शांतिपूर्ण ढंग से प्रयास किए जाते हैं तो संयुक्त राष्ट्र उसका समर्थन करेगा.

यूएन प्रमुख ने सूडान सरकार से अनुरोध किया है कि वर्तमान स्थिति का समाधान तलाशने और समावेशी संवाद को बढ़ावा देने के लिए सही माहौल तैयार किया जाना चाहिए.