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सीरिया: रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल संबंधी रिपोर्ट पर चर्चा

दुमा, पूर्वी घोटा की एक सड़क.
UNICEF/Amer Al Shami
दुमा, पूर्वी घोटा की एक सड़क.

सीरिया: रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल संबंधी रिपोर्ट पर चर्चा

शान्ति और सुरक्षा

दुनिया भर में रासायनिक हथियारों पर नज़र रखने वाले संगठन की एक नई रिपोर्ट पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बंद दरवाज़े के भीतर एक बैठक में चर्चा हुई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा मानने का पर्याप्त आधार है कि पिछले साल सीरिया के पूर्वी घोटा पर नियंत्रण के लिए हुई लड़ाई में रासायनिक हथियारों से हमला किया गया.

193 सदस्य देशों वाले रासायनिक हथियार निषेध संगठन (OPCW) की ओर से तैयार यह रिपोर्ट बताती है कि पूर्वी घोटा के दुमा में पिछले साल 7 अप्रैल को हुए हमले में ज़हरीले रसायन को एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल में लाया गया. तथ्यों का पता लगाने का काम एक मिशन को सौंपा गया था और उसने जांच में पाया कि हमले के दो हफ़्ते बाद जो नमूने एकत्र किए गए उनमें क्लोरीन की मात्रा पाई गई. 

राजधानी दमिश्क के बाहरी इलाक़े में स्थित दूमा पर विद्रोहियों का नियंत्रण था लेकिन बाद में यह उनके क़ब्ज़े से निकल गया. यह हमला जिस समय हुआ तब रूस का समर्थन प्राप्त सीरियाई सुरक्षा बलों ने क्षेत्र की घेराबंदी कर रखी थी और लड़ाई अहम दौर में थी.  रासायनिक हथियारों से हुए हमले की आशंक जताई गई थी जिसमें दर्जनों लोगों की मौत हुई. 

ऐसे वीडियो भी सामने आए जो हमले के कुछ ही देर बाद फ़िल्माए गए थे और उनमें बच्चों को खांसते और छटपटाते हुए दिखाया गया था. 

उस समय रूस ने हमले में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल होने से इनकार किया था और कहा था कि हमले का "अभिनय" किया गया है.  सीरियाई सरकार ने भी हमले की ज़िम्मेदारी लेने से मना कर दिया था. लेकिन इस हमले के बाद अमेरिका ने फ्रांस और ब्रिटेन के साथ मिलकर हवाई हमले किए जिनमें कथित तौर पर रासायनिक हथियारों के केंद्रों को निशाना बनाया गया था. 

पिछले साल जून में सीरिया पर संयुक्त राष्ट्र जांच आयोग ने मानवाधिकार परिषद को एक रिपोर्ट सौंपी जिसमें बताया गया है कि सरकारी सुरक्षा बलों द्वारा पूर्वी घोटा की घेराबंदी और उसे फिर नियंत्रण में करने की कार्रवाई के दौरान युद्धापराध और मानवता के विरूद्ध अपराधों के मामले सामने आए. 

रासायनिक हथियारों पर हुई संधि का हिस्सा बने सदस्य देशों और सुरक्षा परिषद को दुमा पर तैयार यह रिपोर्ट सौंपी जाएगी. क्लोरीन गैस से हुए हमले के लिए किसी पर आरोप नहीं लगाया गया है.

सीरियाई सुरक्षा बलों ने दावा किया था कि दुमा में विद्रोहियों ने स्थानीय स्तर पर रासायनिक हथियार तैयार किए लेकिन रिपोर्ट बताती है कि इस दावे को मानने का कोई आधार नहीं है.