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दूषित भोजन से होने वाली मौतों को रोकना 'साझा दायित्व'

रामल्लाह में मुख्य मस्जिद के बाहर टमाटरों की बिक्री.
World Bank/Arne Hoel
रामल्लाह में मुख्य मस्जिद के बाहर टमाटरों की बिक्री.

दूषित भोजन से होने वाली मौतों को रोकना 'साझा दायित्व'

स्वास्थ्य

हर साल, जीवाणुओं, विषाणुओं, परजीवियों, विषैले तत्वों और रसायनों से दूषित भोजन 60 करोड़ से अधिक लोगों की बीमारियों का कारण बनता है. चार लाख से ज़्यादा लोगों की मौत प्रति वर्ष असुरक्षित भोजन की वजह से होती है. ऐसे में खाद्य श्रृंखला को सुरक्षित बनाने के प्रयासों के तहत अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने के रास्तों पर एक सम्मेलन में विचार हो रहा है. 

मंगलवार को इथियोपिया की राजधानी आदिस अबाबा में खाद्य सरंक्षण पर चर्चा के लिए पहले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO), विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), विश्व व्यापार संगठन (WTO) और अफ़्रीकी संघ (AU) मिलकर कर रहे हैं. इस पहल का उद्देश्य हानिकारक भोजन से निपटने के रास्तों को तलाशना है क्योंकि यह टिकाऊ विकास लक्ष्यों तक पहुंचने की राह में भी रोड़े अटका रहा है. 

खाद्य एवं कृषि संगठन के महानिदेशक होसे ग्राजियानो दा सिल्वा ने सम्मेलन में कहा, "हमारे भोजन का संरक्षण एक साझा दायित्व है. हम सभी को अपनी भूमिका निभानी चाहिए. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक एजेंडा में खाद्य संरक्षण को ऊपर लाने के लिए हम सभी को मिल कर काम करना चाहिए."

असुरक्षित भोजन से होने वाली बीमारियां स्वास्थ्य सेवा तंत्रों पर भार बनती हैं और अर्थव्यवस्थाओं को नुक़सान पहुंचाती हैं. असुरक्षित भोजन से निम्न और मध्य आय वाले देशों को हर साल लगभग 95 अरब डॉलर का नुक़सान होता है. 

"खाद्य संरक्षण के बगैर खाद्य सुरक्षा नहीं है. यह सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय समुदाय के पास एक अवसर है राजनीतिक संकल्पों को मज़बूत बनाने का और ज़रूरी कार्रवाई में लग जाने का." सम्मेलन में हिस्सा ले रहे विशेषज्ञों ने ज़ोर देकर कहा कि खाद्य श्रृंखला के हर चरण में भोजन का संरक्षण बेहद अहम लक्ष्य है - उत्पादन से पैदावार, प्रसंस्करण, भंडारण, वितरण और उपभोग तक.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस अधानम घेब्रेसुस ने कहा कि, "भोजन आनंद और पोषण का स्रोत होना चाहिए न कि बीमारी और मौत का." उन्होंने ध्यान दिलाया कि असुरक्षित भोजन से हर साल हज़ारों मौतें होती हैं लेकिन अब तक इस मुद्दे को उतनी अहमियत नहीं मिली जितनी मिलनी चाहिए. 

"मज़बूत व्यवस्थाओं, प्रयोगशालाओं और निगरानी तंत्रों में  टिकाऊ निवेश के ज़रिए ही सुरक्षित भोजन तक लोगों की पहुंच को सुनिश्चित किया जा सकता है. वैश्वीकृत दुनिया में खाद्य संरक्षण सभी के लिए मुद्दा है."

विश्व व्यापार संगठन के महानिदेशक रॉबर्टो एज़ेवेदो ने भोजन की सुरक्षा को सार्वजनिक स्वास्थ्य का एक ऐसा अहम हिस्सा करार दिया जो 2030 के टिकाऊ विकास लक्ष्यों को हासिल करने में महत्वपूर्ण होगा. 

"लोगों को ग़रीबी से बाहर निकालने में व्यापार एक अहम ज़रिया है. जब हम अप्रैल में जिनिवा में मिलेंगे तो इन मुद्दों पर और गहनता से विचार करेंगे." खाद्य संरक्षण और व्यापार पर आने वाले दिनों में एक और आयोजन होना है. मंगलवार को हो रही बैठक और भावी आयोजनों के ज़रिए खाद्य संरक्षण के लिए ज़रूरी कार्रवाई में ेतेज़ी लाने और समर्थन जुटाने का प्रयास किया जा रहा है. 

इस  बीच अफ़्रीकी संघ आयोग के प्रमुख मूसा फकी महामत ने कहा है कि खाद्य संरक्षण पर सम्मेलन से यूएन और अफ़्रीकी संघ के बीच लंबे समय से चली आ रही रणनीतिक साझेदारी  का परिचय मिलता है. 

2030 के टिकाऊ विकास एजेंडा में खाद्य संरक्षण को ऊपर लाना और भोजन की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के प्रयासों की  पहचान करना इस सम्मेलन का उद्देश्य है. दो दिवसीय सम्मेलन में 130 से अधिक देश हिस्सा ले रहे हैं.