माली में आतंकवादी हमले में 10 यूएन शांति सैनिकों की मौत
माली में संयुक्त राष्ट्र स्थायित्व मिशन (MINUSMA) के लिए काम कर रहे दस शांति सैनिकों की रविवार को एक आतंकवादी हमले में मौत हो गई है. यह हमला उत्तरी माली के किडल क्षेत्र में स्थित मिशन के शिविर में हुआ है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने हमले की कड़ी निंदा की है. मृतक सैनिक चाड के नागरिक थे. कम से कम 25 सैनिकों के हमले में घायल होने की ख़बर है
यूएन महासचिव के प्रवक्ता की ओर से जारी एक वक्तव्य में कहा गया है कि यूएन मिशन के सैनिकों ने हमले का पर्याप्त जवाब दिया और जवाबी कार्रवाई में कई हमलावर मारे गए हैं. महासचिव गुटेरेश ने चाड सरकार को भेजे अपने सांत्वना संदेश में मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है.
मिशन के लिए काम कर रहे लोगों के साहस और समर्पण को श्रृद्धांजलि देते हुए उन्होंने रेखांकित किया कि वे बेहद ख़तरनाक परिस्थितियों में अपनी जान की बाज़ी लगाकर काम कर रहे हैं.
सुरक्षा परिषद ने भी हमले की घोर निंदा करते हुए मृतकों के परिवारों, चाड और यूएन मिशन के प्रति अपनी संवेदनाएं वय्क्त की हैं. सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने माली सरकार से हमले की जल्द जांच कराने का आग्रह किया है.
6 साल पहले तख़्ता पलट की विफल कोशिश के बाद माली में सरकारी सुरक्षा बलों के ख़िलाफ लड़ाई लड़ रहे हथियारबंद गुट देश के उत्तरी और केंद्रीय इलाक़ों में फैल गए हैं. इसके चलते माली में स्थायित्व मिशन यूएन शांति सैनिकों के लिए सबसे ख़तरनाक मिशन के रूप में देखा जाने लगा है.
गुटेरेश ने माली प्रशासन और शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले हथियारबंद गुटों से अनुरोध किया कि हमले के लिए ज़िम्मेदार लोगों को पहचानने और उन्हें जल्द से जल्द सज़ा दिलाने में कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए.
उन्होंने ध्यान दिलाया कि अंतरराष्ट्रीय क़ानून के अंतर्गत यूएन शांति सैनिकों पर हमला युद्धापराध की श्रेणी मे रखा जा सकता है. साथ ही गुटेरेश ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस तरह के हमले माली सरकार की मदद और वहां शांति और स्थिरता कायम करने का यूएन का संकल्प नहीं तोड़ पाएंगे.
यूएन मिशन के प्रमुख महामत सालेह अनादिफ़ ने हमले की कठोर शब्दों में निंदा की है. “यह कायराना हमला दिखाता है कि आतंकवादी देश में अराजकता फैलाना चाहते हैं. इससे निपटने के लिए तत्काल ठोस और समन्वित कार्रवाई की ज़रूरत है ताकि साहेल क्षेत्र में आतंकवाद के ख़तरे को ख़त्म किया जा सके. अपने साझेदारों के साथ काम करते हुए हम सुनिश्चित करेंगे कि हमले के ज़िम्मेदार लोगों को सज़ा मिले.”