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सोमालिया के लिए नाज़ुक रहेगा ये साल: सुरक्षा परिषद

सोमालिया में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष प्रतिनिधि निकोलस हेसम सोमाली अधिकारियों से मिलते हुए.
UNSOM
सोमालिया में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष प्रतिनिधि निकोलस हेसम सोमाली अधिकारियों से मिलते हुए.

सोमालिया के लिए नाज़ुक रहेगा ये साल: सुरक्षा परिषद

शान्ति और सुरक्षा

सोमालिया सरकार से संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन के प्रमुख निकोलस हेसम को देश छोड़कर जाने का आदेश से मिलने के बाद सुरक्षा परिषद ने आगाह किया है कि दशकों से चले आ रहे संघर्ष से उबरने की कोशिश कर रहे इस पूर्वी अफ़्रीकी देश के लिए साल 2019 एक नाज़ुक समय रहेगा. 

15 सदस्य देशों वाली सुरक्षा परिषद ने सोमाली सरकार के निर्णय पर अफ़सोस ज़ाहिर करते हुए संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारी हेसम को उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया है और सोमालिया में सहायता मिशन (UNSOM) को पूर्ण समर्थन देते रहने का भरोसा दिलाया है.

"सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने ज़ोर देकर कहा है कि सोमालिया के लिए यह एक नाज़ुक साल है इसलिए वे स्थानीय नेताओं से राजनीतिकऔर सुरक्षा तंत्र संबंधी सुधारों के लिए मिल कर काम करने के लिए अपील करते हैं. सुरक्षा परिषद सोमालिया की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता, राजनीतिक स्वतंत्रता और एकता का पूरी तरह सम्मान करती है."

"सुरक्षा परिषद के सदस्य देश सोमालिया में शांति, स्थिरता और विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिबद्धता और समर्थन को रेखांकित करते  हैं. इस संबंध में वे सोमालिया और संयुक्त राष्ट्र के बीच पूर्ण सहयोग की अपेक्षा रखते हैं."

सोमाली सरकार ने निकोलस हेसम पर देश के अंदरूनी मामलों में दख़ल देने का आरोप लगाया था. हेसम ने एक प्रांत के चुनाव में  चरमपंथी संगठन अल शबाब के लिए काम कर चुके एक विपक्षी उम्मीदवार को हिरासत में लिए जाने के सरकार के फ़ैसले पर सवाल उठाए थे. 

सरकार का कहना है कि गिरफ़्तारी इसलिए हुई क्योंकि उस उम्मीदवार ने लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के लिए अपनी प्रतिबद्धता पूर्ण तौर पर ज़ाहिर नहीं की थी.

चुनाव से पहले हुई इस गिरफ़्तारी के बाद हिंसक प्रदर्शनों में 15 लोगों की मौत हो गई थी. 

महासचिव गुटेरेश ने कहा है कि सोमालियाई लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए और मिशन के काम को जारी रखने के लिए वह जल्द ही एक नए प्रतिनिधि को नियुक्त करेंगे. 

सोमालिया में केंद्र और राज्य सरकारों में चले आ रहे तनाव और सामुदायिक खींचतान से भरी राजनीति की वजह से देश भर में तनाव बढ़ गया है.

सोमालिया में पूर्ण रूप से लोकतांत्रिक सरकार के गठन के लिए होने वाले चुनाव से पहले बन रहे हालात से चिंता उभर रही है.