वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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यूएन विकास कार्यक्रम ने कोविड-19 के दौरान बांग्लादेश में परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान की है.
UNDP/Fahad Kaizer

कोविड-19: सामाजिक संरक्षा उपाय जीवनदायक, मगर धनी व निर्धन देशों के बीच खाई 

संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि कोविड-19 महामारी के दौरान, अभूतपूर्व संख्या में सामाजिक संरक्षा उपाय शुरू किये गए हैं, मगर इससे धनी व निर्धन देशों के बीच बढ़ती खाई को पाट पाने में सफलता नहीं मिल पाई है.

ऐसे देशों की संख्या लगातार बढ़ी है जहाँ मुक्त सूचना प्रवाह को रोकने के लिये, सरकारें इण्टरनेट में बाधाएँ खड़ी करती हैं.
Unsplash/Avi Richards

इण्टरनेट व मोबाइल फ़ोन पर पाबन्दियों के बढ़ते चलन से अधिकारों के लिये गम्भीर ख़तरा

संयुक्त राष्ट्र के एक शीर्ष स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ ने कहा है कि दुनिया भर में अनेक स्थानों पर असहमति को दबाने के लिये इंटरनेट और मोबाइल फ़ोन सेवाएँ बन्द कर देने का चलन बहुत बढ़ गया है और बहुत से देशों में ये बहुत जटिल भी हो गया है क्योंकि सरकारें सत्ता अपने हाथों में रखना चाहती हैं.

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष, आइवरी कोस्ट में ज़रूरतमन्द परिवारों तक अहम सामग्री पहुँचा रहा है.
© UNICEF/Frank Dejongh

कोविड-19: डेल्टा वेरिएंट की चपेट में अफ़्रीका, योरोपीय देशों पर भी मंडराता ख़तरा

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चिन्ता जताते हए कहा है कि अफ़्रीका में हर तीन सप्ताह में कोविड-19 संक्रमण के मामलों की संख्या दोगुनी हो रही है. वायरस का डेल्टा नामक एक प्रकार (वेरिएंट) अब तक 16 देशों में फैल चुका है और सबसे ज़्यादा संक्रमण संख्या वाले पाँच में से तीन देशों में मौजूद है.

इक्वाडोर में महिला अधिकारों के लिये प्रदर्शन.
UN Women/Johis Alarcón

पेरिस फ़ोरम में यूएन महासचिव - लैंगिक समानता को वास्तविकता में बदलने का आहवान

महिला सशक्तिकरण के लिये संयुक्त राष्ट्र संस्था – यूएन वीमैन ने कोविड-19 महामारी से पुनर्बहाली के केन्द्र में लैंगिक समानता को रखे जाने के प्रयासों के तहत, पेरिस में तीन-दिवसीय Generation Equality Forum नामक एक कार्यक्रम की शुरुआत की है. यूएन महासचिव ने इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए लैंगिक समानता के लिये स्थापित लक्ष्यों को हासिल किये जाने की पुकार लगाई है.

उत्तरी थाईलैण्ड के चियांग राई में वियतनाम की एक प्रवासी कामगार.
UN Women/Pornvit Visitoran

प्रवासी कामगारों की संख्या में 50 लाख की वृद्धि – यूएन श्रम एजेंसी  

अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि अन्तरराष्ट्रीय प्रवासी कामगारों की संख्या बढ़कर 16 करोड़ 90 लाख तक पहुँच गई है. वर्ष 2017 के बाद से इसमें तीन प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है.   

कोविड-19 महामारी के परिणामस्वरूप हवाई यात्रियों की संख्या में 60 फ़ीसदी की गिरावट आई है.
Unsplash/Ismail Mohamed - SoviLe

कोविड-19 का पर्यटन पर भीषण असर – चार हज़ार अरब डॉलर के नुक़सान की आशंका

वैश्विक महामारी कोविड-19 ने अन्तरराष्ट्रीय पर्यटन क्षेत्र को बुरी तरह अपनी चपेट में ले लिया है और वर्ष 2020 व 2021 में विश्व अर्थव्यवस्था को लगभग चार हज़ार अरब डॉलर का आर्थिक नुक़सान होने की आशंका है. इसकी एक वजह, विकासशील देशों में व्यापक स्तर पर टीकाकरण प्रयासों के अभाव को बताया गया है.

डिजिटल युग में सरकारें, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये निगरानी टैक्नॉलॉजी का सहारा ले रही हैं.
© UNICEF/Elias

टैक्नॉलॉजी का दुर्भावनापूर्ण इस्तेमाल एक बड़ा ख़तरा, ‘सतर्कता ज़रूरी’

संयुक्त राष्ट्र अवर महासचिव और निरस्त्रीकरण मामलों पर उच्च प्रतिनिधि इज़ुमी नाकामित्सु ने आगाह किया है कि प्रौद्योगिकी के लाभ उठाते समय साइबर जगत में पनपती सुरक्षा चिन्ताओं को भी ध्यान में रखना होगा. 

विश्व मौसम विज्ञान एजेंसी के मुताबिक 21वीं सदी का दूसरा दशक अब तक का सबसे गर्म दशक साबित हुआ है.
Unsplash/John Towner

पश्चिमोत्तर अमेरिका और कैनेडा - 'असाधारण व ख़तरनाक' ताप लहर की चपेट में

संयुक्त राष्ट्र की मौसम विज्ञान एजेंसी (WMO) का कहना है कि पश्चिमोत्तर संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिमी कैनेडा के इलाक़े, एक असाधारण और ख़तरनाक ताप लहर की चपेट में हैं. ये दुनिया का वे हिस्से है जहाँ लोग आम तौर पर ठण्डे मौसम के अभ्यस्त हैं. 

यूएन प्रवासन एजेंसी के अनुमान के अनुसार टीगरे क्षेत्र में सवा लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं.
IOM Ethiopia

इथियोपिया के टीगरे क्षेत्र में हालात गम्भीर - स्वास्थ्य सेवाओं पर संकट, अकाल का ख़तरा

संयुक्त राष्ट्र मानवीय राहत एजेंसियों ने इथियोपिया में हिंसा प्रभावित टीगरे क्षेत्र में अनिश्चित हालात पर चिन्ता जताई है. सरकार द्वारा युद्धविराम की अपील के बावजूद यह इलाक़ा अकाल जैसी परिस्थितियों से जूझ रहा है और वहाँ बीमारियाँ फैलने की भी आशंका है.

इथियोपिया, एरीट्रिया और सोमालिया के प्रवासियों व शरणार्थियों के लिये, जिबूती एक महत्वपूर्ण मंज़िल है.
IOM/Alexander Bee

तस्करी के दौरान प्रवासियों के साथ हिंसा - पीड़ितों को नहीं मिल पाता न्याय

मादक पदार्थों एवँ अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि सीमा-पार तस्करी के दौरान प्रवासियों को अक्सर हिंसा, यातना, बलात्कार और अपहरण का शिकार होना पड़ता है, मगर अधिकाँश मामलों में पुख़्ता जाँच और न्याय का अभाव है.