कोविड-19 महामारी की अप्रत्याशित स्थिति ने बाल अधिकारों को दाँव पर लगा दिया है. मार्च 2020 से महामारी और तालाबन्दी के बाद उपजी विषम स्थिति के दौरान, भारत के बिहार राज्य के महादलित समुदायों में यूनीसेफ़ ने अब तक 25 बाल विवाह रोके हैं. लगभग सभी मामलों में, परिवार और बाल विवाह के सम्भावित शिकार बच्चों को मनोवैज्ञानिक सहायता की गई व उनके परिजनों से बॉन्ड पर हस्ताक्षर कराए गए ताकि वे समय से पहले उन बच्चों की जबरन शादी न कराएँ. संवेदनशीलता के कारण सभी मामलों में दण्डात्मक कार्रवाई रोक दी गई.