गुरुवार को विश्व शरणार्थी दिवस के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने उन देशों की सराहना की है जो आर्थिक चुनौतियों और सुरक्षा चिंताओं से जूझने के बावजूद अपने यहां शरणार्थियों को शरण देते हैं. युद्ध, संघर्ष और उत्पीड़न से बचने के लिए घर छोड़कर अन्य देशों में शरण लेने वाले लोगों की संख्या पिछले 20 साल में दोगुनी हो गई है.