अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के एक नए विश्लेषण के अनुसार, कोरोनावायरस संकट की वजह से, वर्ष 2021 के दौरान कामकाजी घण्टों में हुआ नुक़सान, पहले जताए गए अनुमानों से कहीं अधिक है. रिपोर्ट में सचेत किया गया है कि विकसित और विकासशील देशों में पुनर्बहाली, दो अलग-अलग रास्तों व रफ़्तार पर आगे बढ़ रही हैं, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिये जोखिम पैदा हो रहा है.