वैश्विक महामारी कोविड-19 ने अन्तरराष्ट्रीय पर्यटन क्षेत्र को बुरी तरह अपनी चपेट में ले लिया है और वर्ष 2020 व 2021 में विश्व अर्थव्यवस्था को लगभग चार हज़ार अरब डॉलर का आर्थिक नुक़सान होने की आशंका है. इसकी एक वजह, विकासशील देशों में व्यापक स्तर पर टीकाकरण प्रयासों के अभाव को बताया गया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कृत्रिम बुद्धिमता (Artificial Intelligence) के उपयोग से दुनिया भर में लाखों लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है, मगर यह ज़रूरी है कि इसके विकास, तैनाती और इस्तेमाल के केन्द्र में मानवाधिकारों और आचार-शास्त्र को रखा जाए.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अनेक देशों में ज़्यादा तेज़ी से फैलने वाले कोविड-19 के डेल्टा वेरिएंट (प्रकार) के बढ़ते प्रकोप पर चिन्ता जताई है. यूएन एजेंसी ने आगाह किया है कि इन नए प्रकारों को उभरने से रोकने के लिये वायरस फैलाव पर क़ाबू पाना ज़रूरी है.
मादक पदार्थों एवँ अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि विश्व भर में पिछले वर्ष, 27 करोड़ 50 लाख लोगों ने मादक पदार्थों (ड्रग्स) का इस्तेमाल किया. वर्ष 2010 के मुक़ाबले यह 22 फ़ीसदी अधिक है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि हर जगह, हर व्यक्ति के लिये कोविड-19 वैक्सीन की सुलभता सुनिश्चित करने के लिये, योरोपीय संघ को अपने प्रभाव व पहुँच का इस्तेमाल करना होगा.
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने सदस्य देशों से टीकाकरण अभियानों में गति लाने की पुकार लगाई है और विश्व के आठ करोड़ से अधिक विस्थापितों के लिये वैक्सीन ख़ुराकों की सुलभता सुनिश्चित किये जाने का आग्रह किया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के 18 महीने बीत जाने के बावजूद, सार्वजनिक स्वास्थ्य और सामाजिक उपायों का असरदार ढँग से इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है.
हर वर्ष, दुनिया में लाखों लोग आत्महत्या कर अपने जीवन को समाप्त कर लेते हैं. एचआईवी, मलेरिया, स्तन कैंसर समेत कुछ अन्य कारणों की तुलना में, आत्महत्या कहीं अधिक संख्या में लोगों की मौत की वजह है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ई-कचरे पर अपनी पहली रिपोर्ट जारी करते हुए, इस बढ़ते स्वास्थ्य जोखिम से बच्चों की रक्षा के लिये ज़्यादा असरदार उपायों व बाध्यकारी क़दम उठाये जाने का आग्रह किया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि पिछले सात हफ़्तों से कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की गई है, हालांकि मृतक संख्या में गिरावट की रफ़्तार कम है. डेढ़ वर्ष में वैश्विक महामारी के दौरान यह पहली बार है जब इतनी लम्बी अवधि तक संक्रमितों की संख्या में कमी नज़र आई है. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने जी-7 समूह के देशों द्वारा वैक्सीन को साझा किये जाने की घोषणा का स्वागत किया है, मगर दोहराया है कि इन ख़ुराकों को जल्द से जल्द वितरित किया जाना होगा.