मलय बाघ एक गम्भीर रूप से लुप्तप्राय प्रजाति है, जो मुख्यत: अवैध शिकार और वन्यजीव तस्करी के कारण विलुप्त होने के वास्तविक जोखिम पर है. मलेशियाई अधिकारियों के अनुसार, वर्तमान में, देश में 200 से कम मलय बाघ बचे हैं. लेकिन बाघों को बचाने की मुहिम जारी है: पिछले दो वर्षों में, एक हज़ार से अधिक बाघों का शिकार करने वाले जाल नष्ट किये गए हैं, और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) द्वारा समर्थित एक टीम, अवैध शिकार क्षेत्र में रोज़ाना गश्त करती है. निगरानी, खुफ़िया जानकारी एकत्र करने और क़ानून लागू करने जैसी गतिविधियों द्वारा, वन्यजीव अपराधों को घटाने में कुछ सफलता मिली है.