हिंसक संघर्षों, टकरावों, आपदाओं, जलवायु व्यवधानों और अन्य त्रासदियों के कारण, अपने गृहभूमि में ही विस्थापित होने वाले लोगों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई है. इस पृष्ठभूमि में, संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने देशों की सीमाओं के भीतर विस्थापित होने वाले लोगों की सहायता और इस संकट का अन्त करने के लिये अपना नया कार्रवाई एजेण्डा प्रस्तुत किया है.