
कोविड-19 महामारी के कारण विश्व भर में एक अरब से ज़्यादा बच्चों की शिक्षा में व्यवधान आया है. स्कूल नए हालात में बच्चों को शिक्षित करने के लिये नए माध्यमों व तकनीकों का सहारा ले रहे हैं.
जॉर्जिया में ग्रामीण इलाक़ों में रहने वाले बच्चों के पास इंटरनेट या मोबाइल फ़ोन की सीमित सुविधा ही है. अपनी माँ के फ़ोन को तीन भाई-बहनों के साथ साझा करने वाली एक लड़की ग्रुप चैट में अपने शिक्षक द्वारा भेजा गया होमवर्क देखते हुए.

किर्गिज़स्तान में विकलांग बच्चों को संयुक्त राष्ट्र बाल कोष के स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं (वॉलन्टियर्स) से मदद मिल रही है. इस तस्वीर में एक कार्यकर्ता अपने भतीजे को पढ़ा रही हैं.

स्कूलों में पढ़ाई-लिखाई फिर से शुरू होने और स्कूलों में बच्चों की वापसी पर अनेक देशों में अब भी अनिश्चितता बरक़रार है. आइवरी कोस्ट में मई महीने में कक्षाएँ फिर शुरू हुईं और उसके लिये सख़्त उपाय लागू किये गए थे – मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बरतना और नियमित रूप से हाथों की धुलाई.