
न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय एक बार फिर से यूएन महासभा के वार्षिक सत्र के दौरान गहमागहमी का केन्द्र बना. कोविड-19 माहमारी के बाद यह पहला मौक़ा था जब उच्चस्तरीय सप्ताह में, विश्व भर से नेताओं ने पूर्ण रूप से व्यक्तिगत तौर पर शिरकत की.
यूएन की शब्दावली में इस वार्षिक सत्र का नाम UNGA78 था, और दुनिया भर से जुड़े मीडियाकर्मियों की नज़रें, महत्वपूर्ण शिखर बैठकों, आयोजनों, सम्बोधनों और यूएन के गलियारों में हुई अहम मुलाक़ातों पर टिकी रहीं...

टिकाऊ विकास लक्ष्यों पर आयोजित कार्यक्रमों में यूएन के शीर्ष अधिकारी उपस्थित रहे. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश (बाएं) और उपमहासचिव आमिना मोहम्मद (दाएं) ने ध्यान दिलाया कि 2030 एजेंडा को साकार करने के लिए ज़रूरतमन्द सदस्य देशों को समर्थन सुनिश्चित करना होगा.

इस सप्ताह, जलवायु संकट और विश्व भर में उससे प्रभावित समुदायों को भी अपने अनुभव साझा और राय साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया. ऐसा पहली बार हुआ, जब आमंत्रित पक्षों को वैश्विक तापमान वृद्धि के लिए ज़िम्मेदार उत्सर्जन में कटौती लाने के लिए विश्वसनीय योजनाओं को दर्शाना था.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश के लिए भी यह सप्ताह व्यस्तता से भरा रहा – उन्होंने अहम शिखर बैठकों समेत कई कार्यक्रमों में शिरकत की और अलग से वैश्विक नेताओं से मुलाक़ात की.