वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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यूक्रेन

यूक्रेन में जारी संघर्ष से बचने के लिये, एक बच्ची, रोमानिया की सीमा में दाख़िल होते हुए.
© UNICEF/Ioana Moldovan

यूक्रेन युद्ध के दो वर्ष, लाखों विस्थापितों व शरणार्थियों के लिए लम्बी अनिश्चितता

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) का एक अध्ययन दर्शाता है कि अब भी बडी संख्या में यूक्रेनी शरणार्थी और घरेलू विस्थापित फिर से अपने घर वापिस लौटने के इच्छुक हैं, मगर देश में युद्ध जारी रहने और उसके कारण गहराई अनिश्चितता की वजह से ऐसे लोगों की संख्या पहले से कम हुई है.

यूएन और योरोपीय संघ के समर्थन से मिकोलाइव में एक क्षतिग्रस्त स्कूल को फिर से खड़ा किया जा रहा है.
© UNDP Ukraine/Dmytro Zaburunno

युद्धग्रस्त यूक्रेन में, पुनर्बहाली व पुनर्निर्माण के लिए 486 अरब डॉलर की दरकार

युद्ध से तबाह हुए यूक्रेन में पुनर्निर्माण और पुर्नबहाली के लिए अगले एक दशक में 486 अरब डॉलर की आवश्यकता होगी, जबकि एक वर्ष पहले आँकड़ा 411 अरब डॉलर था. संयुक्त राष्ट्र द्वारा समर्थित एक नए अध्ययन में यह अनुमान व्यक्त किया गया है.

यूक्रेन में, सहायता एजेंसियों की अनेक कर्मी भी हताहत हुए हैं.
© UNOCHA

यूक्रेन में यूएन सहायता कर्मियों पर घातक हमले की निन्दा की

यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता समन्वयक डेनिस ब्राउन ने, देश के दक्षिण में सहायता कर्मियों पर हुए घातक हमले की निन्दा की है.

यूक्रेन की राजधानी कीयेव में, युद्ध में तबाह हुई एक इमारत में बचाव कार्य.
© UNICEF/Aleksey Filippov

संयुक्त राष्ट्र ने, यूक्रेन में 2023 में, 1.1 करोड़ लोगों को कराई मदद मुहैया

यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता समन्वयक डेनिस ब्राउन ने मंगलवार को बताया है कि संयुक्त राष्ट्र और उसके सहयोगियों ने देश में, वर्ष 2023 में लगभग 1.1 करोड़ लोगों को महत्वपूर्ण मानवीय सहायता प्रदान की.

यूक्रेन युद्ध को फ़रवरी 2024 में दो वर्ष पूरे हो जाएंगे जिस दौरान, जान-माल का भारी नुक़सान हुआ है.
© Proliska

यूक्रेन: रूसी हमलों की लहर में हताहतों की संख्या में उछाल

यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार निगरानी मिशन (HRMMU) ने मंगलवार को जारी एक नई रिपोर्ट में कहा है कि देश में हाल के दिनों में रूसी हमलों की सघन लहर में हताहत हुए आम लोगों की संख्या में उछाल आया है.

यूक्रेन युद्ध को फ़रवरी 2024 में दो वर्ष पूरे हो जाएंगे जिस दौरान, जान-माल का भारी नुक़सान हुआ है.
© Proliska

यूक्रेन युद्ध में आम लोगों की मौतें जारी रहने पर चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता कर्मियों ने मंगलवार को कहा है कि यूक्रेन पर रूस का पूर्ण आक्रमण शुरू हुए लगभग दो साल पूरे हो गए हैं, और वहाँ युद्धक गतिविधियों में हर दिन आम लोग हताहत हो रहे हैं.

यूक्रेन की राजधानी किएव में एक व्यक्ति अपनी आवासीय इमारत के पास, जिसे दिसम्बर 2023 में हुए एक आक्रमण में, भारी नुक़सान पहुँचा.
© UNOCHA/Viktoriia Andriievska

यूक्रेन: 'न्यायसंगत शान्ति' की ख़ातिर, रूस से अपनी बन्दूकें ख़ामोश करने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क ने यूक्रेन की स्थिति के बारे में, मंगलवार को मानवाधिकार परिषद को जानकारी देते हुए कहा कि देश में रूसी आक्रमण के बाद से, लोगों के हताहत होने और पीड़ाओं का सिलसिला जारी है.

संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इस बात के सबूत हैं कि यूक्रेन में, रूसी सेनाएँ आम लोगों को निशाना बना रही हैं.
© WFP/Anastasiia Honcharuk

यूक्रेन: रूसी सेनाओं द्वारा बलात्कार और उत्पीड़न जारी, यूएन मानवाधिकार विशेषज्ञ

संयुक्त राष्ट्र द्वारा नियुक्त स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने, यूक्रेन में रूसी आक्रमण के बारे में अपनी नवीनतम रिपोर्ट के प्रमुख बिन्दु प्रकाशित किए हैं, जिनमें, रूसी सेनाओं पर युद्धापराध के नए आरोप लगाए गए हैं. 

जेसीसी की टीम, 3 अगस्त को, रज़ोनी जहाज़ में भरे अनाज का निरीक्षण करते हुए. इस टीम में रूसी महासंघ, तुर्कीये, यूक्रेन और संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधि शामिल हैं.
© UNOCHA/Levent Kulu

काला सागर अनाज निर्यात समझौते की अवधि आगे बढ़ी

यूक्रेन युद्ध के बाद के हालात में वैश्विक बाज़ारों को, अनाज और उर्वरकों की आपूर्ति जारी रखने के लिए जुलाई 2022 में हुए, काला सागर अनाज निर्यात समझौते की अवधि, शनिवार, 18 मार्च को आगे बढ़ा दी गई है.

काला सागर अनाज निर्यात पहल के तहत, पहला वाणिज्यिक जहाज़, सामग्री लेकर रवाना होते हुए.
© UNOCHA/Levent Kulu

यूक्रेन-रूस: अनाज समझौते का विस्तार, वैश्विक खाद्य सुरक्षा के लिए अति अहम

संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ मानवीय सहायता अधिकारी मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने शुक्रवार को सुरक्षा परिषद में कहा है कि यूक्रेन में युद्ध ने, वैश्विक खाद्य असुरक्षा पर बहुत गहरे प्रभाव छोड़े हैं. उन्होंने क्षेत्र से अनाज और उर्वरक निर्यात के लिए, ऐतिहासिक – काला सागर अनाज निर्यात समझौते को आगे बढ़ाने की अति महत्वपूर्ण ज़रूरत को भी रेखांकित किया है.