वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

यमन

यमन के अदन शहर में एक बच्चे की स्वास्थ्य देखभाल. देश में अनेक वर्षों से जारी युद्ध के कारण, करोड़ों लोगों को स्वास्थ्य सहायता की ज़रूरत है.
© IOM/Rami Ibrahim

यमन: 1.7 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य सहायता की दरकार

यमन में युद्ध, सोमवार (25 मार्च) को दसवें वर्ष में दाख़िल हो गया है. इसके मद्देनज़र संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता कर्मियों ने चेतावनी जारी की है कि देश की आधी से अधिक आबादी को सहायता की सख़्त ज़रूरत है.

यमन में वर्षों के युद्ध से, हज़ारों महिलाएँ और बच्चे, गम्भीर रूप से प्रभावित हुए हैं.
© UNICEF/YPN

यमन: युद्ध का एक नया चक्र शुरू होने का जोखिम

यमन के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत हैंस ग्रुंडबर्ग ने, देश में एक राष्ट्रव्यापी युद्धविराम तुरन्त लागू किए जाने और लोगों के जीवन-यापन के हालात में सुधार करने के लिए, उपाय किए जाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है.

यमन के अदन में विस्थापितों के लिए बनाए गए एक शिविर में एक महिला भोजन पकाते हुए. ये महिला ख़ुद भी कुपोषण की शिकार हैं.
© UNICEF/Saleh Bin Hayan YPN

यमन में शान्ति प्रक्रिया, ग़ाज़ा युद्ध के साए से प्रभावित

यमन के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत हैंस ग्रुंडबर्ग ने बुधवार को कहा है कि ग़ाज़ा में युद्ध के झटकों की गूंज, व्यापक मध्य पूर्व क्षेत्र में सुनी और देखी जा रही है और यमन में भी स्थिति कुछ महीने पहले की तुलना में कहीं अधिक जटिल है.

यमन में, अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन - IOM की स्वास्थ्य टीम का एक सदस्य, प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराते हुए.
© IOM/Majed Mohammed

यमन में हूथी लड़ाकों का, ब्रितानी व अमेरिकी यूएन स्टाफ़ को देश छोड़ने का आदेश

यमन में हूथी अधिकारियों ने संयुक्त राष्ट्र व अन्य मानवीय सहायता एजेंसियों के अमेरिकी और ब्रितानी पासपोर्ट धारक स्टाफ़ को, एक महीने के भीतर, देश छोड़ देने का आदेश दिया है.

यमन के लिये संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिनिधि हैं ग्रूण्डबर्ग, देश में ताज़ा स्थिति के बारे में, सुरक्षा परिषद को अवगत कराते हुए.
UN Photo/Eskinder Debebe

यमन: ऐतिहासिक युद्ध विराम समझौते को आगे बढ़ाने का आग्रह

यमन में संयुक्त राष्ट्र के समर्थन से हासिल किये गए ऐतिहासिक युद्ध विराम समझौते को लागू हुए लगभग चार महीने पूरे हो गए हैं, और विशेष दूत हैंस ग्रूण्डबर्ग ने गुरूवार को यमन सरकार और हूथी विद्रोहियों से, इस “परिवर्तनकारी” समझौते को आगे बढाने की दिशा में काम करने का आग्रह किया है, जो 2 अगस्त को ख़त्म हो रहा है.

यमन के लिये संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिनिधि हैन्स ग्रुण्डबर्ग, देश में ताज़ा स्थिति के बारे में, सुरक्षा परिषद को अवगत कराते हुए.
UN Photo/Eskinder Debebe

यमन: युद्ध विराम समझौता बरक़रार, मगर और ज़्यादा उपायों की दरकार

सुरक्षा परिषद को बताया गया है कि यमन में असाधारण युद्ध विराम समझौता लागू होने के बाद से लड़ाई में कमी और अन्य सकारात्मक घटनाक्रम देखे गए हैं, मगर इस युद्ध विराम समझौते को सम्पूर्ण रूप से लागू करने और बढ़ती मानवीय ज़रूरतों व असुरक्षा के समाधान निकालने के लिये कार्रवाई किये जाने की ज़रूरत पर भी ज़ोर दिया गया है.

यमन के अल धलए में विस्थापितों के लिये बनाए गए शिविर में एक परिवार.
YPN for UNOCHA

यमन: 'युद्ध विराम समझौते की कामयाबी,पक्षों की प्रतिबद्धता पर निर्भर'

यमन के लिये संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत हैन्स ग्रुण्डबर्ग ने कहा है कि देश में रमदान महीने के साथ ही शनिवार, 2 अप्रैल को शुरू हुए दो महीने के युद्धविराम समझौते की कामयाबी के लिये, संकल्प व प्रतिबद्धता बहुत महत्वपूर्ण कारक साबित होंगे.

यमन के साआदा में, एक ध्वस्त वाहन के पास खड़े दो लड़के.
© WFP/Jonathan Dumont

सऊदी अरब और यमन में नागरिक प्रतिष्ठानों पर हमलों की निन्दा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यमन और सऊदी अरब में हाल के दिनों में हिंसक टकराव में आई तेज़ी और नागरिक प्रतिष्ठानों पर किये गए हमलों पर चिन्ता जताई है. 

यमन के साआदा में, एक ध्वस्त वाहन के पास खड़े दो लड़के.
© WFP/Jonathan Dumont

यमन: पिछले सप्ताह गठबन्धन के हमले में 91 की मौत और सैकड़ों घायल

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय ने शुक्रवार को कहा है कि यमन में सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबन्धन ने पिछले सप्ताह उत्तरी शहर – साआदा में एक बन्दीगृह पर जो हवाई हमले किये थे, उनमें, आरम्भिक ख़बरों के अनुसार 91 लोग मारे गए और अनेक अन्य घायल हुए हैं. 

यमन में पिछले कई वर्षों से हिंसक संघर्ष का सामना कर रहा है, जिससे बड़े पैमाने पर तबाही हुई है.
UNOCHA/Giles Clarke

यमन: जनवरी में, रिकॉर्ड संख्या में आम नागरिकों के हताहत होने की आशंका

यमन में गहन होती हिंसा की आँच, देश के सीमाओं तक पहुँच रही है और हताहतों का आँकड़ा लगातार बढ़ रहा है. इसके मद्देनज़र, यमन के लिये विशेष दूत और मानवीय राहत समन्वयक ने एक साझा बयान कर जारी करते हुए मौजूदा घटनाक्रम पर चिन्ता व्यक्त की है.