वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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सीरिया

सीरिया के दोऊमा इलाक़े में कुछ बच्चे.
© UNICEF/Omar Sanadiki

सीरिया की ज़रूरतें उच्चतम स्तर पर, यूएन जाँच प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की एक शीर्ष जाँच टीम ने बुधवार को बताया है कि सीरिया की मानवीय ज़रूरतें, अभी तक के सबसे उच्च स्तर पर पहुँच गई हैं; और इस युद्धग्रस्त देश में पहुँचने वाली सहायता को रोकने के लिये किसी भी तरह के क़दम का ज़ोरदार विरोध किया जाना होगा.

सीरिया के पूर्वी ग़ूता इलाक़े में एक ध्वस्त इमारत के पास बच्चे खेलते हुए.
© UNICEF/Amer Al-Mohibany

सीरिया: अन्तिम सहायता सीमा चौकी को बन्द करना - नैतिक अत्याचार होगा

संयुक्त राष्ट्र के सीरिया जाँच आयोग ने गुरूवार को कहा है कि सीमा पार से पहुँचने वाली सहायता का दायरा अन्य मार्गों तक नहीं बढ़ाना, अपने आप में बहुत ऊँचे स्तर की नाकामी होगी. सुरक्षा परिषद में दी गई ये चेतावनी ऐसे समय में आई है जब पूरे सीरिया में मानवीय ज़रूरतें, 11 वर्ष पहले शुरू हुए विनाशकारी और विध्वंसक युद्ध के बाद से, अपने उच्चतम स्तर पर हैं.

अली, सीरिया के पूर्वी इलाक़े से, अपने परिवार के सा, 2011 में लेबनान में पहुँचा था. ये परिवार सीरिया में छिड़े गृहयुद्ध से बचकर सुरक्षित ठिकाने की तलाश में एक बस के ज़रिये लेबनान पहुँचे थे.
© Paddy Dowling

सीरिया: ज़रूरतमन्दों की अब तक की सबसे बड़ी संख्या

संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ मानवीय सहायता अधिकारी मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने शुक्रवार को, सुरक्षा परिषद में कहा है कि सीरिया में झुलसा देने वाली गर्मी जल्द शुरू होने वाली है, खाद्य पदार्थों की क़ीमतें बढ़ रही हैं और देश के अनेक इलाक़ों में पानी व बिजली की आपूर्ति सीमित है, ऐसे हालात में पिछले सप्ताह ब्रसेल्स में जिन दानदाताओं ने 4 अरब 30 करोड़ डॉलर की मदद के जो संकल्प व्यक्त किये थे, उन्हें पूरा किये जाने की सख़्त ज़रूरत है.

इराक़ के कुर्दिस्तान क्षेत्र में, अरबील गवर्नरेट में, सीरियाई शरणार्थियों के लिये बनाए गए एक शिविर में, एक परिवार को राहत सामग्री वितरित किये जाने के बाद का दृश्य.
© UNICEF/Wathiq Khuzaie

इराक़ में सीरियाई शरणार्थियों के सामने खाद्य क़िल्लत, सहायता राशि की ज़रूरत

संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) और शरणार्थी एजेंसी – UNHCR ने मंगलवार को ताज़ा आँकड़े जारी किये हैं जिनमें बताया गया है कि इराक़ के शरणार्थी शिविरों में रहने वाले सीरियाई परिवार, खाद्य असुरक्षा के नए और चिन्ताजनक स्तर का सामना कर रहे हैं.

सीरिया की राजधानी दमिश्क के ग्रामीण इलाक़े की एक बस्ती में एक बच्चा.
© UNICEF/Johnny Shahan

सीरिया में अब भी इस दौर का महानतम संकट जारी, ध्यान ना हटाने की पुकार

सीरिया के लिये संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गेयर पैडरसन ने कहा है कि देश में जारी युद्ध, अलबत्ता हाल के समय में सुर्ख़ियाँ नहीं बन रहा है, मगर अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को संघर्ष का एक व्यापक राजनैतिक समाधान हासिल करने पर ध्यान केन्द्रित करते रहना होगा.

सीरिया के पूर्वोत्तर इलाक़े में तल तामेर में विस्थापित लोग
© UNICEF/Delil Souleiman

सीरिया: हज़ारों लापता लोगों के मुद्दे पर कार्रवाई की अहमियत पर ज़ोर

संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाशेलेट ने शुक्रवार को यूएन महासभा को बताया है कि सीरिया में 12 वें वर्ष में दाख़िल हो चुकी लड़ाई में, हज़ारों परिवार अपने लापता सम्बन्धियों की मौजूदगी और उनके भाग्य के बारे  “अन्धकार में अटके हुए हैं”. 

सीरिया के पूर्वोत्तर इलाक़े में हिंसा में बढ़ोत्तरी से बचकर सुरक्षित स्थानों को जाते हुए कुछ परिवार.
© UNICEF/Delil Souleiman AFP Services

सीरिया: बन्दी बच्चों के हाल-चाल, पते ठिकाने और उन तक पहुँच का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने शुक्रवार को कहा है कि मानवीय सहायताकर्मियों को सीरिया के पूर्वोत्तर इलाक़े में बन्दीगृहों में मनमाने तरीक़े से हिरासत में रखे गए बच्चों तक, पूर्ण और निर्बाध पहुँच की अनुमति दी जानी होगी.

सीरिया के पश्चिमोत्तदर हिस्से में बर्फ़बारी से विस्थापितों के लिये बनाए गए शिविरों में रहने वाले लोग भी प्रभावित हुए हैं.
© UNOCHA/Ali Haj Suleiman

सीरिया: कोई सैन्य समाधान, एक छलावा है, विशेष दूत

संयुक्त राष्ट्र के विशेष सीरिया दूत गेयर पैडरसन ने बुधवार को सुरक्षा परिषद को आगाह करने वाले शब्दों में कहा है कि दो वर्षों के दौरान अग्रिम मोर्चों में कोई भी तब्दीली नहीं आने के हालात में, एक रणनैतिक गतिरोध की स्थिति उत्पन्न हो गई लगती है, जबकि देश में युद्ध को लगभग 11 वर्ष हो गए हैं.

सीरिया के पूर्वोत्तर इलाक़े में बहुत से परिवारों को लगातार युद्ध और लड़ाई वाले हालात का सामना करना पड़ा है. (फ़ाइल)
© UNICEF/Beshar Keder

सीरिया: संदिग्ध आइसिल लड़ाकों को जेल से छुड़ाए जाने के बाद, सुरक्षा हालात पर चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय ने (OHCHR) ने, सीरिया में इस्लामिक स्टेट (आइसिल/दाएश) के आतंकवादियों द्वारा एक कारागार से अपने साथियों को छुड़ाने के लिये, योजनाबद्ध ढंग से किये गए हमलों के चार दिन बाद, हिरासत केन्द्र और अल-हसकाह शहर में सुरक्षा हालात पर गहरी चिन्ता जताई है.