वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

प्रवासी और शरणार्थी

एक व्यक्ति कुवैत की एक कॉफी शॉप में चाय तैयार कर रहा है.
ILO/Apex Image

कुवैत में प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा: रेज़िडेंट कोऑर्डिनेटर का ब्लॉग

कुवैत में, संयुक्त राष्ट्र ने उस ज़ैनोफ़ोबिक बयानबाज़ी का मुक़ाबला करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसमें प्रवासी श्रमिकों पर कोविड-19 फैलाने का झूठा आरोप लगा था. कुवैत में संयुक्त राष्ट्र के रेज़िडेंट कोऑर्डिनेटर  तारेक अलशेख ने इस ब्लॉग में विदेशी निवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए किये जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला है.

दक्षिण सूडान के एक शिविर में शरणार्थी शारीरिक दूरी बनाकर रह रहे हैं.
© UNHCR/Elizabeth Marie Stuart

‘दुनिया भर में फँसे’ हैं प्रवासी और कोविड-19 के कारण हैं ख़तरे में भी

संयुक्त राष्ट्र की प्रवासन एजेंसी, आईओएम के प्रमुख ने गुरुवार को कहा है कि हज़ारों प्रवासी "दुनिया भर में" फँसे हुए हैं, और कोविड-19 के संक्रमण के बढ़ते ख़तरे का सामना कर रहे हैं. आईओएम प्रमुख एंतोनियो विटोरिनो ने नए कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए कुछ देशों द्वारा तथाकथित इम्युनिटी पासपोर्ट जारी करने और मोबाइल फ़ोन ऐप का उपयोग करने के प्रस्तावों का हवाला देते हुए कहा, "स्वास्थ्य ही अब नई संपदा है."

कॉक्सेस बाज़ार एक ट्रीटमेंट सेंटर में बांस को सुखाया जा रहा है.
IOM/Abdullah Al Mashrif

बांग्लादेश में बांस की खेती को बढ़ावा

बांग्लादेश के कॉक्सेस बाज़ार में विशाल शरणार्थी बस्ती की निर्माण परियोजना के लिए 2 करोड़ 40 लाख से अधिक बांसों की कटाई की गई है. अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) के सहयोग से स्थानीय प्रशासन बांसों के लिए देश में एक टिकाऊ बाज़ार को सृजित करने का प्रयास कर रहा है जिससे शरणार्थियों की ज़रूरतों को पूरा करने के साथ-साथ इस क्षेत्र को बांस व्यवसाय के केंद्र के रूप में भी विकसित किया जा सकेगा.