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UNGA76

यूएन महासभा: 76वें सत्र की विशेष कवरेज
21 सितम्बर – 27 सितम्बर 2021

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें वार्षिक सत्र के दौरान आम चर्चा (जनरल डिबेट) के लिये मंच तैयार है. दुनिया अब भी वैश्विक महामारी कोविड-19 की चुनौती से जूझ रही है, जिसके मद्देनज़र, यूएन महासभा में जनरल डिबेट, मिले-जुले रूप (हाइब्रिड फ़ॉर्मेट) में आयोजित की जा रही है. 

कुछ देशों के नेता उच्चस्तरीय सत्र में वर्चुअल रूप से शिरकत कर रहे हैं, जबकि अन्य विश्ने नेता न्यूयॉर्क में यूएन मुख्यालय आकर, ऐतिहासिक महासभागार से विश्व समुदाय को सम्बोधित कर रहे हैं. 

यूएन न्यूज़ की टीम, महासभा के उच्चस्तरीय खण्ड - आम चर्चा - की कवरेज से जुड़ी विस्तृत जानकारी आप तक पहुँचाने के लिये तैयार है. 

यूएन महासभा के 76वें सत्र के दौरान नस्लभेद के विरुद्ध प्रयासों को मज़बूती देने, खाद्य प्रणालियों की काया पलट देने और टिकाऊ ऊर्जा के इस्तेमाल को स्फूर्ति प्रदान करने के लिये, बैठकें आयोजित हो रही हैं. 

आप अपने मोबाइल फ़ोन या कम्पयूटर के ज़रिये, राष्ट्राध्यक्षों व देशों की सरकारों के प्रमुखों के सम्बोधनों, उच्चस्तरीय चर्चाओं में उनकी भागीदारी और विश्व की सबसे कठिन चुनौतियों से निपटने के लिये उनके समाधानों पर यहाँ जानकारी हासिल कर सकते हैं.

यूएन महासभा के 75वें सत्र के अध्यक्ष वोल्कान बोज़किर, 76नें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद को परम्परागत हथौड़ा (Gravel) सौंपते हुए. (14 सितम्बर 2021)
UN Photo/Evan Schneider

यूएन महासभा (UNGA) का 76वाँ सत्र शुरू

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, मंगलवार को यूएन महासभा के 75वें सत्र का समापन करते हुए कहा है कि विश्व ने, कोविड-19 महामारी के रूप में, दूसरे विश्व युद्ध के बाद का सबसे चुनौतीपूर्ण दौर देखा है. उन्होंने कहा कि बीते सत्र ने, गहरी होती विषमताएँ, धराशाई होती अर्थव्यवस्थाएँ और लाखों-करोड़ों लोगों को, अत्यधिक निर्धनता के गर्त में धकेले जाते हुए देखा है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र के लिये अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद.
UN Photo/Eskinder Debebe

इण्टरव्यू: विनाश व महामारी के बीच नए महासभा प्रमुख का 'उम्मीद भरा सन्देश'

संयुक्त राष्ट्र के 76वें सत्र के लिये महासभा अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने कहा है कि दुनिया भर में, कोविड-19 महामारी, विनाश, हिंसक टकराव से जूझ रहे अरबों लोगों के लिये आशा की रौशनी की सख़्त ज़रूरत है. उन्होंने यूएन न्यूज़ की पॉलीना कूबिएक के साथ एक विशेष इण्टरव्यू में बताया कि संयुक्त राष्ट्र के सबसे प्रतिनिधिक अंग के रूप में महासभा, लोगों में उम्मीदों का संचार करने के लिये सबसे बेहतर स्थिति में है.