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कोविड-19: यूएन हिन्दी कवरेज

कोविड-19: अन्तरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपदा – यूएन हिन्दी न्यूज़ कवरेज
पहली बार इन मामलों की जानकारी, दिसम्बर 2019 में चीन के वूहान में मिली.

चीन सहित दुनिया के कई देश नॉवल कोरोनावायरस (कोविड-19) के ख़तरे का सामना कर रहे हैं. चीन सहित अनेक देशों में इस वायरस के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते रहे हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) हालात पर क़ाबू पाने के लिए विशेषज्ञों, सरकारों व साझीदार संगठनो के साथ मिलकर काम करता रहा है ताकि नए वायरस के बारे में वैज्ञानिक जानकारी को पुख़्ता बनाया जा सके, उसके फैलने और घातकता में कमी लाई जाए और प्रभावित देशों व व्यक्तियों को सेहत का ध्यान रखने के लिए ज़रूरी क़दम सुनिश्चित किए जा सकें.

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तन्ज़ानिया में महिला किसान, एक जलवायु स्मार्ट परियोजना के तहत समुद्री शैवाल की पैदावार कर रही हैं.
UN Women/Phil Kabuje

विश्व के अल्पतम विकसित देशों के बारे में, पाँच अहम बातें

वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण लागू की गई तालाबन्दियों के लगभग तीन वर्ष बाद, संयुक्त राष्ट्र और साझेदार संगठन क़तर की राजधानी दोहा में एकत्र हो रहे हैं, जहाँ इस महामारी से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले देशों को समर्थन प्रदान करने के इरादे से एक नए, ऐतिहासिक कॉम्पैक्ट को मूर्त रूप प्रदान किया जाएगा.

यूनीसेफ़, भारत के गुजरात राज्य में सम्वेदनशील हालात में रह रहे बच्चों को समर्थन प्रदान कर रहा है.
© UNICEF/Vinay Panjwani

सामाजिक संरक्षा से बाहर बच्चों की संख्या में चिन्ताजनक वृद्धि

अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की एक साझा रिपोर्ट दर्शाती है कि सामाजिक संरक्षा के अभाव में जीवन गुज़ार रहे बच्चों की संख्या, साल-दर-साल बढ़ती जा रही है, जिससे उनके समक्ष निर्धनता, भूख और भेदभाव का जोखिम मंडरा रहा है.

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में विस्थापित लोगों के लिये उत्तर कीवू में बनाए गए एक स्वास्थ्य केन्द्र में, मंकीपॉक्स से संक्रमित एक पाँच वर्षीय बच्चा.
© UNICEF/Piero Pomponi

WHO: विभिन्न प्रकोपों के मद्देनज़र, स्वास्थ्य प्रणालियाँ मज़बूत करने की आवश्यकता

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख ने कहा है कि वर्तमान बीमारियों के प्रकोप, इस बात का संकेत हैं कि हर एक देश को, तत्काल अपनी स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियाँ मज़बूत करने की आवश्यकता है.

24 मार्च 2021 को मेडागास्कर के मनंतांतली में, 17 वर्षीय मिजा अंजारसोआ खिड़की से बाहर देखती है। वह सोनियराना जनरल एजुकेशन कॉलेज में "कैच-अप क्लास" कार्यक्रम का हिस्सा हैं और दाई बनने की इच्छा रखती हैं.
© UNICEF/Rindra Ramasomanana

2023: बाल कल्याण को प्रभावित करने वाले आठ बड़े रुझान

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ़) ने मंगलवार को अपनी एक नई रिपोर्ट जारी की है जिसमें आपस में गुँथे हुए, सिलसिलेवार संकट और ऐसे अहम रुझान साझा किये गए हैं, जिनका इस वर्ष बच्चों पर सीधा असर होने की आशंका है.

चीन के शेनज़ेन प्रान्त में एक दादी अपने पोती के साथ. (फ़ाइल)
© Unsplash/Joshua Fernandez

WHO: कोविड-19 अब भी अन्तरराष्ट्रीय स्वास्थ्य ख़तरा

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉक्टर टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने सोमवार को कहा है कि कोविड-19 महामारी अब भी एक वैश्विक स्वास्थ्य ख़तरा है और अभी इस महामारी की समाप्ति की घोषणा करने का सही समय नहीं है.

यूएन महासभा अध्यक्ष कसाबा कोरोसी, भारत यात्रा के दौरान, नई दिल्ली में एक भाषण देते हुए. (30 जनवरी 2023)
UN India/Gaurav Menghaney

कसाबा कोरोसी की भारत यात्रा: यूक्रेन में युद्ध ने छोड़े हैं गहरे वैश्विक प्रभाव

संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष कसाबा कोरोसी ने भारत की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान सोमवार को कहा है कि यूक्रेन में युद्ध को एक वर्ष पूरा होने वाला है, जिसने भौतिक प्रभावों से भी परे, अन्तरराष्ट्रीय नियम आधारित व्यवस्था, हमारी बहुपक्षीय व्यवस्था, सदस्य देशों के बीच विश्वास और संयुक्त राष्ट्र में लोक विश्वास पर बहुत गहरे प्रभाव डाले हैं.

पाकिस्तान में काम की तलाश में कुछ व्यक्ति सड़क के किनारे बैठे हुए हैं.
IMF Photo/Saiyna Bashir

वर्ष 2023 में आर्थिक वृद्धि दर 1.9 प्रतिशत रह जाने की आशंका

संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अर्थशास्त्रियों ने सचेत किया है कि कोविड-19 महामारी, यूक्रेन में जारी युद्ध, बढ़ती मुद्रास्फीति, क़र्ज़ के दबाव और जलवायु आपात स्थिति सहित अन्य वैश्विक संकटों के कारण. वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भीषण असर हुआ है. इस पृष्ठभूमि में, वर्ष 2023 में आर्थिक वृद्धि की दर 1.9 प्रतिशत पर पहुँच जाने की सम्भावना है. वर्ष 2022 में यह दर तीन प्रतिशत अनुमानित थी.

मानव तस्करी के विरुद्ध लड़ाई में, आज़ादी के लिए पैदल चलना नामक आयोजन, वैश्विक जागरूकता प्रसार का एक प्रयास है.
© Unsplash/Hermes Rivera

तस्करी पीड़ितों की शिनाख़्त में, महामारी समेत अन्य संकटों के कारण उपजी बाधाएँ

मादक पदार्थों एवं अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC) ने अपनी एक नई रिपोर्ट में सचेत किया है कि कोविड-19 महामारी और अन्य संकटों के कारण, लोगों के लिए मानव तस्करी का शिकार होने का जोखिम बढ़ा है, मगर तस्करी के मामलों व पीड़ितों की कम संख्या में ही शिनाख़्त सम्भव हो पा रही है.

11 वर्षीय कात्या इरपिन स्कूल के क्षेत्र में खड़ी है, जिस पर मार्च 2022 में भारी बमबारी की गई थी.
UNICEF

यूनीसेफ़: यूक्रेन युद्ध के कारण, पचास लाख से अधिक बच्चों की शिक्षा बाधित

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ़) ने मंगलवार को कहा है कि यूक्रेन में 11 महीने के युद्ध के कारण, 50 लाख से अधिक लड़कों और लड़कियों की शिक्षा बाधित हुई है. यूएन एजेंसी ने बच्चों के लिये सीखने के अवसर जारी रखने के लिये, अन्तरारष्ट्रीय समुदाय से अधिक समर्थन की अपील की है.

हॉर्न ऑफ़ अफ़्रीका क्षेत्र में लाखों लोगों को खाद्य क़िल्लत से जूझना पड़ रहा है, और उनके मवेशियों पर जोखिम है.
© WFP/Geneva Costopulos

WHO: 2023 में अभूतपूर्व स्वास्थ्य ज़रूरतों से निपटने के लिए होगी, ढाई अरब डॉलर की दरकार

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि दुनिया भर में इस वर्ष अपने विभिन्न स्वास्थ्य अभियान जारी रखने के लिए लगभग ढाई अरब डॉलर की रक़म की दरकार होगी. इन अभियानों में रिकॉर्ड संख्या में बीमारियों व भुखमरी का सामना कर रहे लोगों की मदद की जाएगी.