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कोविड-19: यूएन हिन्दी कवरेज

कोविड-19: अन्तरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपदा – यूएन हिन्दी न्यूज़ कवरेज
पहली बार इन मामलों की जानकारी, दिसम्बर 2019 में चीन के वूहान में मिली.

चीन सहित दुनिया के कई देश नॉवल कोरोनावायरस (कोविड-19) के ख़तरे का सामना कर रहे हैं. चीन सहित अनेक देशों में इस वायरस के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते रहे हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) हालात पर क़ाबू पाने के लिए विशेषज्ञों, सरकारों व साझीदार संगठनो के साथ मिलकर काम करता रहा है ताकि नए वायरस के बारे में वैज्ञानिक जानकारी को पुख़्ता बनाया जा सके, उसके फैलने और घातकता में कमी लाई जाए और प्रभावित देशों व व्यक्तियों को सेहत का ध्यान रखने के लिए ज़रूरी क़दम सुनिश्चित किए जा सकें.

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पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त में एक ग्रामीण लड़की, एक नल से पानी भरकर अपने घर को ले जाते हुए.
© UNICEF/Asad Zaidi

WHO: घातक हैज़ा मामले बढ़े,नवीनतम वैश्विक स्वास्थ्य जानकारी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने बुधवार को बताया है कि इस समय यूगाण्डा में इबोला का सामना करने में वहाँ की सरकार को समर्थन दिया जा रहा है और योरोप में कोविड-19 महामारी के मामलों में कुछ चिन्ताजनक बढ़ोत्तरी देखी गई है.

माली के मेनाका में एक विस्थापित व्यक्ति के साथ बातचीत करते हुए एक मानवाधिकार अधिकारी. (मई 2018)
UN Photo/Marco Dormino

संयुक्त राष्ट्र का सहयोग करने पर द्वेषपूर्ण कार्रवाई, एक चिन्ताजनक रुझान

संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि विश्व के 42 देशों में लोगों को मानवाधिकारों के मुद्दे पर इस विश्व संगठन के साथ सहयोग करने के लिये, द्वेषपूर्ण कार्रवाई और डराए-धमकाए जाने का सामना करना पड़ा है. रिपोर्ट के अनुसार पिछले एक वर्ष में इस विषय में चिन्ताजनक रुझान दर्ज किये गए हैं.

वैश्विक महामारी के दौरान, बड़ी संख्या में लोगों ने घर से ही काम करना शुरू किया.
© UNSPLASH/Sigmund

कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से निपटना अहम, यूएन एजेंसियों का आग्रह

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने कामकाजी आबादी के मानसिक स्वास्थ्य के प्रति उपजी चिन्ताओं से निपटने के लिये, ठोस उपाय किये जाने की पुकार लगाई है. एक अनुमान के अनुसार, हर वर्ष, मानसिक अवसाद और बेचैनी के कारण, 12 अरब कामकाजी दिनों का नुक़सान होता है, और वैश्विक अर्थव्यवस्था को क़रीब एक हज़ार अरब डॉलर का घाटा होता है. 

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना ने न्यूयॉर्क में यूएन महासभा के 77वें सत्र को सम्बोधित किया.
UN Photo/Laura Jarriel

बांग्लादेश: रोहिंज्या समुदाय की मौजूदगी से उपजी चुनौतियाँ, संयुक्त राष्ट्र से समर्थन का आग्रह

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना ने कहा है कि म्याँमार के साथ द्विपक्षीय बैठकों व बातचीत के बावजूद, रोहिंज्या विस्थापितों में से एक भी व्यक्ति की अभी तक अपने पैतृक घरों तक वापसी सम्भव नहीं हो पाई है. प्रधानमंत्री शेख़ हसीना ने शुक्रवार को यूएन महासभा के 77वें सत्र के दौरान उच्चस्तरीय जनरल डिबेट को सम्बोधित करते हुए चिन्ता जताई कि बांग्लादेश में रोहिंज्या समुदाय की मौजूदगी से गम्भीर चुनौतियाँ पैदा हो रही हैं और इस संकट को सुलझाने के लिये यूएन के समर्थन की दरकार है.

भूटान में एक महिला, छत पर सौर ऊर्जा पैनल को स्थापित करते हुए. सौर ऊर्जा का चलन तेज़ी से बढ़ रहा है.
© ADB

दैनिक वीडियो बुलेटिन, 23 सितम्बर 2022

कोविड की सार्वजनिक स्वास्थ्य आपदा स्थिति की समाप्ति निकट, रोज़गार सृजन, ऊर्जा तक बेहतर पहुँच व बेहतर भविष्य सुरक्षित करने पर - संयुक्त राष्ट्र में नेताओं की बैठक में समाधानों पर चर्चा. दैनिक वीडियो बुलेटिन...

इंडोनेशिया के एक इलाक़े में, निवासी, कोविड-19 का मुक़ाबला करने वाली वैक्सीन लगवाते हुए.
© UNICEF/Fauzan Ijazah

कोविड-19: महामारी के अन्त का काम पूरा करने के लिये, राजनैतिक गति बढ़ाने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुटेरेश सहित, संगठन के अनेक वरिष्ठ अधिकारियों ने शुक्रवार को, मुख्यालय में आयोजित एक उच्चस्तरीय कार्यक्रम में शिरकत की जिसमें कोविड-19 महामारी का अन्त करने की दिशा में हुई उत्साहजनक प्रगति को रेखांकित किया गया. अलबत्ता ये भी स्वीकार किया गया कि बेहद निर्बल पक्षों को पर्याप्त संरक्षण मुहैया कराने के लिये, अभी काफ़ी-कुछ काम किया जाना बाक़ी है.

ब्राज़ील के राष्ट्रपति जयअ बॉलसेनारो ने यूएन महासभा के 77वें सत्र के आरम्भ होने पर प्रतिनिधियों को सम्बोधित किया.
UN Photo/Cia Pak

ब्राज़ील: वैश्विक चुनौतियों से निपटने की नींव, घरेलू कार्रवाई से सम्भव

ब्राज़ील के राष्ट्रपति जयअ बॉलसेनारो ने यूएन महासभा के 77वें सत्र के दौरान, उच्चस्तरीय जनरल डिबेट की शुरुआत करते हुए, सार्वजनिक स्वास्थ्य, आर्थिक पुनर्बहाली और टिकाऊ विकास समेत अन्य चुनौतियों से निपटने में अपने देश की उपलब्धियाँ प्रस्तुत की हैं.

यूएन महासभा के हॉल में महासचिव एंतोनियो गुटेरेश के सम्बोधन के दौरान बैठक स्थल का एक दृश्य.
UN Photo/Cia Pak

‘समावेशी, न्यायोचित और शान्तिपूर्ण’ विश्व के लिये, शिक्षा में रूपान्तरकारी बदलाव की दरकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शिक्षा में रूपान्तरकारी बदलाव लाने पर केन्द्रित शिखर बैठक के समापन दिवस पर अपने सम्बोधन में आगाह किया है कि शिक्षा एक गहरे संकट से जूझ रही है, जिससे निपटने के लिये मौजूदा शिक्षा प्रणालियों को 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुरूप और समावेशी व न्यायसंगत बनाया जाना होगा. 

यूएन महासभा के 76वें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद, 77वें सत्र के अध्यक्ष कसाबा कोरोसी को ज़िम्मेदारियाँ सौंपते हुए. बाईं तरफ़, यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश खड़े हैं.
UN Photo/Evan Schneider

साप्ताहिक वीडियो बुलेटिन, 16 सितम्बर 2022

संयुक्त राष्ट्र महासभा का 77वाँ सत्र शुरू, शिक्षा परिवर्तन सम्मेलन, कोविड-19 का अन्त निकट, और ब्रिटेन की महारानी ऐलिज़ाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि. वीडियो बुलेटिन...

 

सेनेगल के एक स्कूल में लड़कियाँ पढ़ रही हैं.
© UNICEF/Vincent Tremeau

शिक्षा में रूपान्तरकारी बदलाव के लिये सम्मेलन: संकट ना रुका, तो पूरी पीढ़ी पर जोखिम

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने शुक्रवार को आगाह किया है कि विश्व भर में, 10-वर्षीय बच्चों में से केवल एक-तिहाई बच्चे ही एक सरल, लिखित कहानी को पढ़ या समझ सकते हैं. शिक्षा में रूपान्तरकारी परिवर्तन लाने पर केन्द्रित एक महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन से ठीक पहले जारी हुआ यह स्तब्धकारी आँकड़ा, वैश्विक महामारी से पूर्व व्यक्त किये गए अनुमान से 50 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है.